इस प्लान के तहत, पॉलिसीहोल्डर एक हद तक कवर के स्तर को चुन सकता है, जो चुनी गई अवधि पर निर्भर करेगा। पॉलिसीहोल्डर अपनी सुविधा के अनुसार माध्यम और प्रीमियम की राशि चुन सकता है। प्रीमियम के आवंटन के बाद, राशि का उपयोग पॉलिसीहोल्डर द्वारा चुने गए फंड के प्रकार के अनुसार यूनिट्स को खरीदने के लिए किया जाएगा।
मनी प्लस इंश्योरेंस प्लान के लिए पात्रता मापदंड
प्रवेश आयु:
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अधिकतम: 65 साल (जन्मदिन के करीब आयु)
न्यूनतम: 0 (पिछले जन्मतिथि पर)
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मैच्योरिटी आयु:
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अधिकतम: 75 साल (जन्मदिन के करीब आयु)
न्यूनतम- 18 साल(पूर्ण)
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पॉलिसी टर्म:
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अधिकतम: 20 साल
न्यूनतम: 5 साल
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भुगतान का माध्यम:
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इयरली,हाफ इयरली, क्वाटरली, सिंगल
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न्यूनतम प्रीमियम
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सिंगल प्रीमियम के लिए 10,000
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बेसिक प्लान के तहत सम एश्योर्ड
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रेगुलर प्रीमियम के लिए रूपये 5,000 प्रति वर्ष
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यदि आप स्वयं को प्लान के लिए एलिजिबल हैं, तो आइए अब आपको दिखाते हैं कि यदि आप इस प्लान को खरीदने का फैसला करते हैं तो कौन से बेनिफिट आपका इंतजार कर रहे हैं।
मेच्योरिटी बेनिफिट:
जैसे ही पॉलिसी मेच्योरिटी की तारीख तक पहुंचती है, पॉलिसीहोल्डर को मेच्योरिटी बेनिफिट के रूप में सम एश्योर्ड प्राप्त होता है।
यदि पॉलिसीहोल्डर नियमित रूप से किश्तों का भुगतान कर रहा है, तो किस्त की गणना इस प्रकार की जाएगी:
डेथ बेनिफिट:
यदि पूरी तरह से कवर होने पर पॉलिसीहोल्डर की मृत्यु हो जाती है, तो नॉमिनी को बेसिक प्लान के तहत डेथ बेनिफिट की सुनिश्चित राशि मिल जाएगी।
यदि पॉलिसीहोल्डर पॉलिसी मेच्योर होने से पहले अनियमित किस्तों में भुगतान की गई मेच्योरिटी को चाहता है तो उसे उन यूनिट्स की संख्या को दर्शाते हुए एक एप्लीकेशन भेजना होता है जिसे वह एनकैश करना चाहता है। लैप्स पॉलिसी के मामले में सेटलमेंट का विकल्प अयोग्य घोषित किया जाएगा।
यहां पर प्लान के साथ उपलब्ध अन्य फीचर्स दिये गए हैं
ग्रेस के दिन:
ड्यू प्रीमियम के भुगतान के लिए पॉलिसीहोल्डर को एक कैलेंडर मंथ का ग्रेस पीरियड, लेकिन 30 दिनों से अधिक की अनुमति नहीं होगी। यदि पॉलिसीहोल्डर ग्रेस पीरियड के बाद भी प्रीमियम का भुगतान करने में विफल रहता है तो पॉलिसी लैप्स हो जाएगी।
पॉलिसी का रिवाइवल:
पॉलिसी का रिनुअल नॉनस्टॉप इंश्योरेंस की पुष्टि के प्रस्तुत होने पर किया जा सकता है यानी अच्छे स्वास्थ्य का प्रमाण और बिना ब्याज के बिना भुगतान किए प्रीमियम का भुगतान।
पॉलिसी को अच्छे स्वास्थ्य के किसी प्रमाण के बिना और इंटरेस्ट के बिना प्रीमियम के भुगतान पर रिकवर किया जा सकता है बशर्तें कम से कम 3 साल या अधिक तक प्रीमियम का भुगतान किया गया हो।
मनी प्लस प्लान के तहत काटा गया चार्जेस
1) मोर्टेलिटी (लाइफ कवर) चार्जेस: हर महीने मोर्टेलिटी चार्जेस में कटौती की जाएगी। पॉलिसी वर्ष के दौरान मोर्टेलिटी, पॉलिसीहोल्डर की आयु पर निर्भर करेगा। मोर्टेलिटी चार्जेस तब तक नहीं काटा जाएगा तक कि बेसिक सम एश्योर्ड की राशि यूनिट्स की फंड वैल्यू मूल्य से अधिक न हो।
2) एक्सीडेंट बेनिफिट चार्जेस: यदि पॉलिसीहोल्डर ने एक्सीडेंट बेनिफिट कवर को चुना है, तो उपयुक्त संख्या में यूनिटों के मासिक कैंसिलेशन द्वारा प्रति पॉलिसी वर्ष में एक्सीडेंट बेनिफिट का प्रति 1000 राशि पर 0.50 पैसे का शुल्क काटा जाएगा।
3) LIC न्यू क्रिटिकल इलनेस बेनिफिट राइडर पॉलिसी वर्ष के दौरान CIR चार्जेस पॉलिसीहोल्डर की आयु पर आधारित होगा। यदि पॉलिसी होल्डर ने क्रिटिकल इलनेस बेनिफिट को चुना है, तो फिर से पॉलिसीहोल्डर की आयु के आधार पर हर साल प्रीमियम में वृद्धि होगी।
4) पॉलिसी एडमिनिस्ट्रेशन चार्जेस: पॉलिसी के पहले वर्ष के दौरान, पॉलिसीहोल्डर की फंड वैल्यू में यूनिटों की उपुयक्त संख्या को कैंसिल करते हुए प्रति माह 60 रूपये और उसके बाद पॉलिसी की पूरी अवधि में 20 रूपये प्रति माह पॉलिसी एडमिनिस्ट्रेशन चार्जेस काटे जाएंगे। पॉलिसीहोल्डर से अलग से कोई फ्लैट फीस या पॉलिसी चार्ज नहीं लिया जाएगा।
5) सर्विस टैक्स चार्ज: मोर्टेलिटी के चार्जेस के आधार पर मासिक आधार पर पॉलिसीहोल्डर की फंड वैल्यू में से उचित संख्या में यूनिटों को कैंसल करके सर्विस टैक्स चार्ज लिया जाएगा।
मनी प्लस इंश्योरेंस पॉलिसी उन लोगों के लिए सबसे उपयुक्त है जो जोखिम से ग्रस्त हैं और एक साथ निवेश और इंश्योरेंस दोनों लाभ चाहते हैं। इसके अलावा, LIC का उच्च क्लेम सेटलमेंट रेशियो मनी प्लस इंश्योरेंस पॉलिसी को कंपनी द्वारा ऑफर किये जाने वाले सर्वश्रेष्ठ यूनिट लिंक्ड प्लान्स में से एक बनाता है।