अगर आप निवेश करने को लेकर सोच रहे हैं तो पोस्ट ऑफिस की योजनाएं बेहतर विकल्प हो सकती हैं। इस योजना में रिस्क कम होने के साथ बेहतर रिटर्न मिलता है। इसमें पैसा पूरी तरह से सुरक्षित रहता है। अगर बैंक डिफ़ॉल्ट होता है तो पांच लाख रुपये की ही राशि वापस मिलती है, लेकिन पोस्ट ऑफिस में ऐसा नहीं है। इसके अलावा पोस्ट ऑफिस की योजनाओं में बेहद कम राशि से निवेश शुरू किया जा सकता है। पोस्ट ऑफिस की छोटी बचत योजनाओं में पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट या फिक्स्ड डिपॉजिट भी शामिल है।
7.5%*
Guaranteed Plan
(by insurance companies)
(10 Years)
6.5%**
Fixed Deposits
(by SBI bank)
(5-10 Years)
7.1%***
Public Provident Fund
(other popular options)
(15 Years)
पोस्ट ऑफिस में 1 साल के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) अकाउंट खोलने पर सालाना 6.9 फीसदी ब्याज मिलता है। तीन साल की एफडी कराने पर भी 6.9 फीसदी की ब्याज दर है, जबकि 5 साल की एफडी कराने पर सबसे ज्यादा 7.7 फीसदी का सालाना ब्याज मिलता है। ब्याज का भुगतान सालाना आधार पर किया जाता है, लेकिन यह तिमाही आधार पर कैलकुलेट होता है।
पोस्ट ऑफिस में फिक्स्ड डिपॉजिट की दरें भारत सरकार द्वारा स्मॉल सेविंग स्कीम के अंतर्गत नियमित रूप से बदली जाती हैं।
अवधि | ब्याज दर (% प्रतिवर्ष) |
1 वर्ष | 6.9% |
2 वर्ष | 6.9% |
3 वर्ष | 6.9% |
5 वर्ष | 7.7% |
पोस्ट ऑफिस की एफडी में कम से कम 1,000 रुपये का निवेश किया जा सकता है। इसमें ध्यान रखें कि पैसा 100 रुपये के मल्टीपल में लगाना होगा। निवेश की कोई अधिकतम सीमा मौजूद नहीं है।
पोस्ट ऑफिस की फिक्स्ड डिपॉजिट योजना में एक वयस्क या तीन वयस्क तक साथ मिलकर ज्वाइंट अकाउंट भी खोल सकते हैं। साथ ही इस योजना के तहत नाबालिग की ओर से अभिभावक, कमजोर दिमाग के व्यक्ति की ओर से अभिभावक और 10 साल से ज्यादा उम्र का नाबालिग अपने खुद के नाम में अपना अकाउंट खोल सकता है।
5 साल के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश की गई राशि पर इनकम टैक्स एक्ट के तहत छूट का फायदा मिलता है।
फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट को खोलने की तारीख से 1 साल, 2 साल, 3 साल या 5 साल खत्म होने पर डिपॉजिट की गई राशि का दोबारा भुगतान किया जाता है।
फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट की मैच्योरिटी पूरी होने पर इसे एक और अवधि के लिए आगे बढ़ाया जा सकता है। यह अवधि वही होगी, जिसमें अकाउंट खोला गया था। 1 साल की एफडी के लिए मैच्योरिटी के 6 महीने है। जबकि 2 साल की एफडी अकाउंट में 12 महीने, 3 साल और 5 साल के लिए 18 महीने तय है।
इस तरह के फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट उन निवेशकों के लिए हैं, जो पारंपरिक निवेश विकल्प अपनाना चाहते हैं और जोखिम नहीं लेना चाहते हैं। आज पोस्ट ऑफिस फिक्स्ड डिपॉजिट पर 6.9 फीसदी से 7.7 फीसदी तक की ब्याज दर दे रहा है, जो वार्षिक मुद्रास्फीति वृद्धि के करीब है।
पोस्ट ऑफिस की एफडी में निवेश करने से कई तरह की सुविधाएं मिलती हैं। इसमें रिटर्न के साथ-साथ सरकारी गारंटी भी मिलेगी। यहां तिमाही के आधार पर ब्याज की सुविधा मिलती है। पोस्ट ऑफिस में फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करना आसान है। इसमें 1, 2, 3 या 5 साल सहित अलग-अलग समय अवधि के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट करवाया जा सकता है।
सरकार पोस्ट ऑफिस के फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट पर गारंटी देती है।
निवेशकों का पैसा पूरी तरह सुरक्षित होता है।
इसमें एफडी ऑफलाइन (नकद, चेक) या ऑनलाइन (नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग) तरीकों से भी की जा सकती है।
एक से ज्यादा फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश किया जा सकता है।
ज्वाइंट एफडी अकाउंट भी ओपन कर सकते हैं।
5 साल के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट करने पर इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करते वक्त टैक्स में छूट मिलेगी।
एफडी को एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे पोस्ट ऑफिस में आसानी से ट्रांसफर कर सकते हैं।
एफडी मैच्योर होने से पहले पैसे निकालने को प्री-मैच्योर विड्रॉल कहते हैं। पोस्ट ऑफिस में एफडी प्री-मैच्योर विड्रॉल करने की अनुमति है, लेकिन अकाउंट खोलने की तारीख से 6 महीने के बाद ही प्री-मैच्योर विड्रॉल किया जा सकता है।
अगर अकाउंट खोलने की तारीख से 6 से 12 महीने की अवधि के बीच विड्रॉल किया जाता है तो पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट की दरों के अनुसार ब्याज मिलता है।
देश में किसी भी पोस्ट ऑफिस में फिक्स्ड डिपॉज़िट अकाउंट खोलने के लिए किसी व्यक्ति के लिए निम्नलिखित योग्यता शर्तें दी गई है:
व्यस्क हो
अगर नाबालिग हो तो उसकी उम्र 10 वर्ष से ज्यादा हो
नाबालिग की ओर से कानूनी अभिभावक मौजूद हो
फोटो आइडेंटिटी प्रूफ जैसे आधार कार्ड , वोटर आईडी कार्ड
एड्रेस प्रूफ जैसे बिजली बिल, पानी बिल, राशन कार्ड, आधार कार्ड
पैन कार्ड
पासपोर्ट साइज़ फोटो (2 या ज्यादा )
भारत में किसी भी पोस्ट ऑफिस में फिक्स्ड डिपॉज़िट अकाउंट या टाइम डिपॉज़िट अकाउंट खोलने के लिए ग्राहक ऑफलाइन या ऑनलाइन तरीके अपना सकते हैं।
अकाउंट खोलने की सुविधा इंट्रा ऑपरेबल नेटबैंकिंग / मोबाइल बैंकिंग के माध्यम से ऑनलाइन भी अवेलेबल है।
साल 2018 के बाद से पोस्ट ऑफिस इंटरनेट बैंकिंग सेवाओं की सुविधा दी गई है, जिसके तहत कई पोस्ट ऑफिस के अंदर फंड ट्रांसफर किया जा सकता है।
एक वेलिड एक्टिव सेविंग अकाउंट
पैन कार्ड
वेरिफाइड केवायसी डॉक्यूमेंट
एक्टिव DOP ATM या डेबिट कार्ड
वेलिड मोबाइल नंबर और ईमेल–आईडी
रजिस्टर्ड यूजर आईडी और पासवर्ड का इस्तेमाल करके पोस्ट ऑफिस ई–बैंकिंग (https://ebanking.indiapost.gov.in) पर लॉग-इन करें।
अब “General Services” पर क्लिक करें
इसके बाद ‘Service Request’ का विकल्प ढूंढ कर उसे खोलें।
इसके बाद ‘New Request’ विकल्प पर क्लिक कर टाइम–डिपॉज़िट अकाउंट खोलने के लिए अप्लाई करें।
प्रक्रिया को पूरा करने के लिए अगली स्टेप को फॉलो करें।
पोस्ट ऑफिस फिक्स्ड डिपॉज़िट अकाउंट खोलेने के लिए ऑफलाइन तरीके का भी इस्तेमाल किया जाता है।
जरुरी डॉक्यूमेंट इकट्ठा करें और भारतीय पोस्ट के किसी भी नज़दीकी पोस्ट ऑफिस की ब्रांच में जाएं।
पोस्ट ऑफिस में मौजूद अधिकारी एफडी को लेकर जानकारी और एफडी खोलने की प्रक्रिया के बारे में पूछें।
ब्याज दरों को लेकर पूछताछ करें।