Atal Pension Yojana के लाभ - APY Benefits in Hindi
दोस्तों जैसा की आप सभी जानते होंगे की 1 जून 2015 को हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा अटल पेंशन योजना (APY) को आरंभ किया गया। Atal Pension Yojana यानि APY के माध्यम से 60 वर्ष की आयु पूरा होने के बाद पेंशन प्रदान किया जाता है। इस Yojana का लाभ प्राप्त करने के लिए लाभार्थी को 18 से 80 वर्ष की आयु के बिच निवेश करनी होती है। लाभार्थियों को इस योजना के माध्यम से ₹1,000 रूपये से लेकर ₹5,000 रूपये की मासिक पेंशन प्रदान की जाती है।
इस पेंशन की राशि (Amount) लाभार्थियों के द्वारा किये गए निवेश और उनकी आयु को ध्यान में रखते हुए निर्धारित की जाती है इसके अलावा असामयिक मृत्यु (premature death) की दसा में लाभार्थी के परिवार को इस योजना का लाभ प्रदान किया जाता है। तो दोस्तों आज की इस आर्टिकल में हम APY Yojana के बारे में ही चर्चा करेंगे और जानेंगे की अटल पेंशन योजना के लाभ क्या हैं? (Benefits of APY in Hindi) तो अगर आपको भी जानना है APY योजना की बारे तो बस इस आर्टिकल को पूरा अंत तक पढिये।
Atal Pension Yojana क्या है (What is APY in Hindi?)
तो सबसे पहले हम ये जानते है की आखिर अटल पेंशन योजना (APY) क्या है? हम आपको बता दे की इस Yojana के तहत आवेदन करने वाले आवेदक को हर महीने Premium जमा करना होता है उसके बाद Applicant (आवेदक) की 60 वर्ष की आयु पूरा होने के बाद सरकार द्वारा मासिक Pension के रूप में बुढ़ापे में आर्थिक सहायता (Subsidies) प्रदान किया जायेगा। APY योजना में आवेदन (Application) करने के लिए लाभार्थियों की उम्र 18 वर्ष से 40 वर्ष होना चाहिए तभी वह इस Yojana का लाभ उठा सकते है अगर कोई लाभार्थी 18 वर्ष की आयु मे एस Yojana से जुरना चाहते है। तो उन्हे ₹210 रूपये का Premium हर महीने देना होगा साथ ही जिनकी आयु 40 वर्ष है उन्हें 297 रूपये से लेकर ₹1,454 तक का Premium देना होगा।
71 लाख लाभार्थियों को प्राप्त हो रहा है Atal Pension Yojana का लाभ
Parliament के माध्यम से 8 फरवरी 2022 को यह सूचना प्रदान किया गया है कि अटल पेंशन योजना के अंतर्गत 24 जनवरी 2022 तक ग्राहकों की संख्या 71 लाख से अधिक हो गई है इस Yojana को मई 2015 में आरंभ किया गया था। जिसका उद्देश्य लाभार्थियों के लिए सर्व भौमिक सामाजिक सुरक्षा प्रणाली बनाना है इस Yojana का संचालन पेंशन फंड (Pension Funds) नियामक और विकास प्राधिकरण द्वारा किया जाता है। वित्तीय वर्ष 2021 से 22 के दौरान इस योजना के अंतर्गत लाभार्थियों की संख्या 71,06,743 हो गई है वित्त वर्ष 2020 में इस योजना के अंतर्गत ग्राहकों की संख्या 68,83,373 थी।
वित्तीय वर्ष 2019 में इस योजना के अंतर्गत ग्राहकों की संख्या 57,12,824 था। इसके अलावा वित्त वर्ष 2018 में इस Yojana के अंतर्गत 48,21,632 लाभार्थी थे एवं वर्ष 2017 में लाभार्थियों की संख्या 23,98,934 थी। अटल पेंशन योजना के माध्यम से लाभार्थी ₹1000, ₹2000, ₹3000, ₹4000 और ₹5000 प्रति माह तक की Pension प्राप्त कर सकते हैं यह पेंशन 60 वर्ष की आयु के बाद प्राप्त की जा सकती है यदि अभिदाता की मृत्यु हो जाती है। तो इस स्थिति में मृतक के पति या पत्नी को समान पेंशन की guarantee भी इस Yojana के माध्यम से प्रदान की जाती है।
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APY के अंतर्गत निवेश करके पाएं ₹10,000 की प्रतिमाह पेंशन
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि APY की शुरुआत वृद्ध नागरिकों को पेंशन प्रदान करने के लिए की गई थी। इस योजना के माध्यम से ₹1000 से ₹5000 तक की राशि पेंशन के रूप में प्रदान की जाती है। यह राशि लाभार्थियों द्वारा किए गए निवेश पर प्रदान की जाती है। इस Yojana के माध्यम से देश के नागरिक 60 वर्ष की आयु के बाद एक निश्चित पेंशन प्राप्त कर सकेंगे इस योजना के तहत पेंशन की अधिकतम राशि ₹5000 है।
इस Yojana के माध्यम से पति-पत्नी दोनों द्वारा अलग-अलग निवेश करके ₹10000 तक की राशि प्राप्त की जा सकती है। यह जानकारी पेंशन कोष नियामक एवं विकास प्राधिकरण ने दी है। यह योजना असंगठित क्षेत्र के नागरिकों के लिए शुरू की गई थी। इस योजना का लाभ लेने के लिए लाभार्थी का Bank में बचत खाता होना अनिवार्य है। अटल पेंशन योजना का लाभ पाने के लिए पति-पत्नी की उम्र 18 से 40 साल के बीच होनी चाहिए।
Atal Pension Yojana असंगठित क्षेत्र के कर्मचारियों को पेंशन प्रदान करने के लिए शुरू की गई थी। इस योजना के माध्यम से आवेदक को 60 वर्ष की आयु पूर्ण करने पर ₹1000 से ₹5000 प्रतिमाह की राशि निवेश (amount invested) के अनुसार पेंशन प्रदान की जाती है। इस Yojana के तहत ग्राहकों को कर लाभ भी प्रदान किया जाएगा। यह जानकारी पेंशन कोष नियामक एवं विकास प्राधिकरण ने एक ट्वीट के जरिए दी है। इस Tweet में बताया गया है कि वे सभी आयकर दाता जो 18 वर्ष से 40 वर्ष की आयु के भीतर आते हैं वे इस Yojana का लाभ उठा सकते हैं।
इसके साथ ही उन सभी आयकर दाताओं को आयकर की धारा 80 सीसीडी (1बी) के तहत अधिनियम इस योजना का लाभ उठा सकता है। अंशदान भी प्राप्त किया जा सकता है। अटल पेंशन योजना का लाभ पाने के लिए ग्राहक के पास Saving Bank Account या Post Office Saving Account होना अनिवार्य है। APY को भी आधार अधिनियम की धारा 7 में शामिल किया गया है। वे सभी नागरिक जो इस योजना के तहत आवेदन करना चाहते हैं, उन्हें अपने आधार नंबर का प्रमाण प्रस्तुत करना होगा या आधार प्रमाणीकरण के तहत नामांकन कराना होगा।
65 लाख से अधिक नागरिकों के द्वारा ली गई सदस्यता
अटल पेंशन योजना के तहत अब तक 65 लाख से अधिक नागरिकों ने सदस्यता ली है। जिससे ग्राहकों की संख्या बढ़कर 3.68 करोड़ हो गई है। यह जानकारी वित्त मंत्रालय ने दी है। जिससे प्रबंधनाधीन संपत्ति बढ़कर 20000 करोड़ रुपये हो गई है। कुल ग्राहकों में से 56 फीसदी पुरुष और 44 फीसदी महिलाएं हैं। इस योजना की सदस्यता 18 से 40 वर्ष के आयु वर्ग में भारत का प्रत्येक नागरिक ले सकता है। 60 वर्ष की आयु प्राप्त करने पर इस योजना के माध्यम से ₹1000 से ₹5000 की न्यूनतम गारंटी पेंशन प्रदान की जाती है।
इसके अलावा, ग्राहक की मृत्यु की स्थिति में, पति या पत्नी को आजीवन पेंशन की गारंटी भी प्रदान की जाती है। पति और पत्नी दोनों की मृत्यु के बाद, नॉमिनी को पेंशन फंड का भुगतान किया जाता है। इस योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 मई 2015 को असंगठित क्षेत्र के नागरिकों को लाभ पहुंचाने के लिए की थी। पीएफआरडीए के अध्यक्ष द्वारा यह जानकारी दी गई है कि इस वित्तीय वर्ष के दौरान एक करोड़ नामांकन प्राप्त करने का लक्ष्य रखा गया है।
APY नामांकन एवं भुगतान
खाते में ऑटो डेबिट की सुविधा उपलब्ध कराकर सभी पात्र नागरिक अटल पेंशन योजना से जुड़ सकते हैं।
देर से भुगतान दंड से बचने के लिए खाताधारक के लिए निर्धारित तिथि पर अपने बचत खाते में आवश्यक शेष राशि बनाए रखना अनिवार्य है।
मासिक अंशदान भुगतान केवल पहले भुगतान किए गए अंशदान के आधार पर ही किया जाना है।
यदि लाभार्थी समय पर भुगतान नहीं कर रहा है, तो खाता बंद कर दिया जाएगा और यदि भारत सरकार द्वारा कोई योगदान दिया जाता है, तो उसे भी जब्त कर लिया जाएगा।
इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए यदि खाताधारक द्वारा कोई गलत जानकारी दी गई है तो दंडात्मक ब्याज सहित सरकारी अंशदान राशि जब्त कर ली जाएगी।
इस योजना का लाभ लेने के लिए आधार कार्ड अनिवार्य है।
लाभार्थी ₹1000 से ₹5000 के बीच पेंशन पाने का विकल्प चुन सकता है। जिसके लिए लाभार्थी को अपना अंशदान समय पर जमा करना होगा।
लाभार्थी द्वारा पेंशन की राशि को बढ़ाया या घटाया भी जा सकता है।
अप्रैल माह में ही पेंशन की राशि घटाई या बढ़ाई जा सकती है।
अटल पेंशन योजना में शामिल होने के बाद, प्रत्येक ग्राहक को एक पावती पर्ची प्रदान की जाएगी, जिसमें निश्चित रूप से गारंटीकृत पेंशन राशि, योगदान भुगतान की देय तिथि आदि दर्ज होगी।
निष्कर्ष
तो दोस्तों आज की इस आर्टिकल में हमने जाना की Atal Pension Yojana क्या है, APY के Benefits क्या-क्या है, APY के अंतर्गत निवेश करके पाएं ₹10,000 की प्रतिमाह पेंशन और APY के अंतर्गत कर लाभ (Tax Benefits Under APY) तो अगर आपको ये आर्टिकल अच्छा लगा हो तो हमे Feedback जरूर से दे।
˜The insurers/plans mentioned are arranged in order of highest to lowest first year premium (sum of individual single premium and individual non-single premium) offered by Policybazaar’s insurer partners offering life insurance investment plans on our platform, as per ‘first year premium of life insurers as at 31.03.2025 report’ published by IRDAI. Policybazaar does not endorse, rate or recommend any particular insurer or insurance product offered by any insurer. For complete list of insurers in India refer to the IRDAI website www.irdai.gov.in *All savings are provided by the insurer as per the IRDAI approved insurance
plan.
^The tax benefits under Section 80C allow a deduction of up to ₹1.5 lakhs from the taxable income per year and 10(10D) tax benefits are for investments made up to ₹2.5 Lakhs/ year for policies bought after 1 Feb 2021. Tax benefits and savings are subject to changes in tax laws.
+Returns Since Inception of LIC Growth Fund
¶Long-term capital gains (LTCG) tax (12.5%) is exempted on annual premiums up to 2.5 lacs. ++Source - Google Review Rating available on:- http://bit.ly/3J20bXZ
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