टर्म इंश्योरेंस एक बीमा कंपनी द्वारा दी जाने वाली जीवन बीमा योजना है जो पॉलिसी के लाभार्थी को पसीमित अवधि के लिए भुगतान किए गए प्रीमियम के विरुद्ध व्यापक वित्तीय कवरेज प्रदान करती है; टर्म इंश्योरेंस प्लान के तहत प्रदान की जाने वाली इस कवरेज को पॉलिसी अवधि के दौरान बीमित व्यक्ति के निधन पर मृत्यु लाभ के रूप में भुगतान किया जाता है।
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टर्म इंश्योरेंस एक जीवन बीमा पॉलिसी है जो पॉलिसी के लाभार्थी को वित्तीय कवरेज प्रदान करती है। यदि उस लाभार्थी का निधन बीमा के सक्रिय कार्यकाल के भीतर हो जाती हो तो उसके द्वारा चयन किये गए नॉमिनी को मृत्यु लाभ के रूप में भुगतान किया जाता है। टर्म इंश्योरेंस प्लान एक निर्दिष्ट प्रीमियम पर एक निर्दिष्ट समय या "टर्म" के लिए कवर प्रदान करता है।
एक टर्म प्लान न केवल आपके परिवार को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है, बल्कि भविष्य की जरूरतों जैसे आपके बच्चो की उच्च शिक्षा, शादी, आदि को पूरा करने में मदद करता है।
सभी जीवन बीमा उत्पादों के बीच, टर्म जीवन बीमा पॉलिसी न्यूनतम प्रीमियम पर उच्चतम जीवन कवरेज प्रदान करता है। कुछ बीमा कंपनियां स्थायी या आंशिक विकलांगता को भी कवर करती हैं, जिसमें पॉलिसीधारक की नियमित आय बाधित होती है।
याद रखिए: बीमा के दौरान पॉलिसीधारक की मृत्यु न होती हो तो बीमा पॉलिसी के समाप्ति के बाद प्रीमियम की पूर्व दर पर कवरेज देने की की गारंटी नहीं देती। पॉलिसीधारक को या तो अलग-अलग भुगतान शर्तों के साथ विस्तारित कवरेज प्राप्त करना होगा या पूरी तरह से कवरेज को छोड़ देना होगा।
टर्म इंश्योरेंस खरीदने के पीछे अनेक कारण है. निम्नलिखित पंक्तियों में हम उनमे से ही कुछ बुनियादी कारणों को पेश करते है:
बीमा कंपनी | टर्म प्लान | दावा निपटान अनुपात | अधिकतम परिपक्वता आयु | प्रीमियम (1 करोड़ रुपये के कवर के लिए) |
आदित्य बिरला सन लाइफ इंश्योरेंस | एबीएसएलआई लाइफशील्ड प्लान | 97.1% | 75 वर्ष | ₹623 प्रति माह |
एगॉन लाइफ | आई-टर्म | 96.5% | 100 वर्ष | ₹479 प्रति माह |
बजाज एलियांज | लाइफ कवर | 95% | 85 वर्ष | ₹458 प्रति माह |
कनारा एचएसबीसी ओबीसी लाइफ इंश्योरेंस | आई सिलेक्ट+ लम्पसम | 95.2% | 99 वर्ष | ₹480 प्रति माह |
एक्साइड | एक्साइड लाइफ स्मार्ट | 97% | 55 वर्ष | ₹926 प्रति माह |
एडलवाइस टोक्यो | ज़िन्दगी प्लस+ लम्पसम | 97.8% | 80 वर्ष | ₹478 प्रति माह |
फ्यूचर जेनेरली | फ्यूचर जेनेरली फ्लेक्सी ऑनलाइन टर्म लम्पसम | 95.2% | 75 वर्ष | ₹486 प्रति माह |
एचडीएफसी लाइफ | लाइफ ऑप्शन | 99% | 85 वर्ष | ₹709 प्रति माह |
आईसीआईसीआई प्रुडेंशियल | आईप्रोटेक्ट स्मार्ट लम्पसम | 98.6% | 85 वर्ष | ₹647 प्रति माह |
इंडिया फर्स्ट | इ-टर्म प्लान | 94.2% | 65 वर्ष | ₹422 प्रति माह |
कोटक लाइफ | इ-टर्म | 97.4% | 75 वर्ष | ₹654 प्रति माह |
मैक्स लाइफ | स्मार्ट टर्म प्लान लाइफ कवर | 98.7% | 85 वर्ष | ₹571 प्रति माह |
पिएनबी मेटलाइफ | मेरा टर्म प्लान- फुल लम्पसम पेआउट | 97.16% | 99 वर्ष | ₹585 प्रति माह |
रिलायंस निप्पन लाइफ इंश्योरेंस | रिलायंस डीजी-टर्म | 97.71% | 65 वर्ष | ₹500 प्रति माह |
एसबीआई लाइफ | इशील्ड | 95.03% | 80 वर्ष | ₹589 प्रति माह |
टाटा एआईए | टाटा महा रक्षा सुप्रीम लम्पसम | 99.1% | 85 वर्ष | ₹927 प्रति माह |
अस्वीकरण: “पॉलिसीबाज़ार किसी बीमाकर्ता द्वारा प्रस्तुत किया गया कोई विशेष बीमाकर्ता या बीमा उत्पाद का समर्थन, दर या अनुशंसा नहीं करता है।
टर्म इंश्योरेंस हर व्यक्ति की आवश्यकताओं के अनुरूप योजना विकल्प प्रदान करता है। आप चुन सकते हैं:
पसंदीदा बीमित राशि की रकम, जीवन बीमा प्रीमियम भुगतान का विकल्प जो एकमुश्त, सीमित वेतन या नियमित वेतन हो सकता है। पॉलिसी की अवधि सुरक्षा पर जोड़े
टर्म प्लान की तुलना बीमा खरीदारों के लिए एक कठिन काम हो सकता है। विभिन्न बीमा प्रदाता अलग-अलग प्रकार की टर्म बीमा योजना प्रदान करते हैं और प्रत्येक योजना विभिन्न कारकों के आधार पर एक दूसरे से भिन्न होती है। इस प्रकार, किसी की आवश्यकता और उपयुक्तता के अनुसार सर्वश्रेष्ठ योजना का चयन करने के लिए, किसी एक का चयन करने से पहले टर्म बीमा योजनाओं की ऑनलाइन तुलना करना बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है।
टर्म प्लान की तुलना करते समय, पॉलिसी के विभिन्न पहलुओं जैसे बीमा कवरेज, परिपक्वता आयु, दावा निपटान अनुपात आदि की जाँच करना बहुत महत्वपूर्ण है, विभिन्न टर्म प्लान के उद्धरणों की तुलना करके, पॉलिसी खरीदार उन योजनाओं को चुन सकते हैं जो उनकी आवश्यकता और दावा को सस्ती प्रीमियम दर पर पूरा करता है।
निम्नलिखित टर्म प्लान तुलना की चार्ट हमने हमारे पाठक को बेहतर तरीके से समझाने के लिए तैयार किये हैं:
प्लान | प्रवेश करने का आयु | पॉलिसी टर्म | प्रीमियम भुगतान अवधि | सुनिश्चित राशि | दावा किया गया अनुपात |
अवीवा लाइफ शील्ड एडवांटेज प्लान | 18 वर्ष/ 55 वर्ष | 10 वर्ष – 30 वर्ष | एकल पे, नियमित पे | न्यूनतम: ₹35,00,000अधिकतम: ऑप्शन ए: कोई अधिकतम लिमिट नहीं है ऑप्शन बी: ₹50,00,000 | 96.06% |
बजाज एलियांज आईसिक्योर प्लान | 18 वर्ष/ 60 वर्ष | 10, 15, 20, 25, 30 वर्ष | नियमित पे | न्यूनतम: ₹2,50,000 (जनरल श्रेणी) ₹20,00,000 (विभाजित श्रेणी)अधिकतम: कोई अधिकतम लिमिट नहीं है | 95.01% |
भारती एएक्सए लाइफ फ्लेक्सी टर्म प्लान | 18 वर्ष/ 65 वर्ष | 5, 10, 15, 20 वर्ष | नियमित पे | न्यूनतम: ₹10,00,000 अधिकतम: ₹25,00,000 | 97.28% |
कनारा एचएसबीसी आईसिलेक्ट टर्म प्लान | 18 वर्ष/ 65,55,50,45, वर्ष | __ | एकल पे, नियमित पे | न्यूनतम: ऑप्शन 1- ₹25,00,00, ऑप्शन 2- ₹50,00,000, ऑप्शन 3- ₹15,00,000 अधिकतम: कोई अधिकतम लिमिट नहीं है | 94.04% |
एडलवाइस टोक्यो लाइफ प्रोटेक्शन प्लान | 18 वर्ष/ 60 वर्ष | 10 – 30 वर्ष | एकल पे, नियमित पे | न्यूनतम: ₹15,00,000 अधिकतम: कोई अधिकतम लिमिट नहीं है | 95.82% |
एक्साइड लाइफ स्मार्ट टर्म प्लान | 18 वर्ष/ 60 वर्ष, 65 वर्ष | 10 – 30 वर्ष12 – 30 वर्ष | नियमित पे | लागू नहीं | 97.03% |
फ्यूचर जेनेरली फ्लेक्सी ऑनलाइन टर्म प्लान | 18 वर्ष/ 55 वर्ष | 10 – 65 वर्ष माइनस एंट्री एज (धूम्रपान करने वालों के लिए) 10 – 75 वर्ष माइनस एंट्री एज (धूम्रपान न करने वालों के लिए) |
पॉलिसी अवधि के बराबर | न्यूनतम: ₹50,00,000अधिकतम: कोई अधिकतम लिमिट नहीं है | 95.16% |
एचडीएफसी लाइफ क्लिक 2प्रोटेक्ट प्लस | 18 वर्ष/ 65 वर्ष | 5 वर्ष – 85 वर्ष माइनस एंट्री एज 10 वर्ष – 40 वर्ष |
एकल पे, सीमित पे, नियमित पे | लागू नहीं | 99.04% |
आईसीआईसीआई प्रु आईप्रोटेक्ट स्मार्ट प्लान | 18 वर्ष/ 60 वर्ष | 5, 10, 15, 20 वर्ष | एकल पे, सीमित पे, नियमित पे | लागू नहीं | 98.58% |
आईडीबीआई फ़ेडरल टर्मश्युरेंस लाइफ प्रोटेक्शन प्लान | 18 वर्ष/ 60 वर्ष | 10 – 30 वर्ष | एकल पे, नियमित पे | न्यूनतम: ₹5,00,000 अधिकतम: कोई अधिकतम लिमिट नहीं है | 95.79% |
कोटक इ-टर्म प्लान | 18 वर्ष/ 65 वर्ष | 5 – 40 वर्ष | एकल पे, सीमित पे, नियमित पे | न्यूनतम: ₹25,00,000 अधिकतम: कोई अधिकतम लिमिट नहीं है | 97.40% |
एलआईसी टेक टर्म प्लान | 18 वर्ष/ 65 वर्ष | 10 – 40 वर्ष | पॉलिसी अवधि के बराबर | न्यूनतम: ₹25,00,000 अधिकतम: कोई अधिकतम लिमिट नहीं है | 97.79% |
मैक्स लाइफ ऑनलाइन टर्म प्लान प्लस | 18 वर्ष/ 60 वर्ष | नियमित पे: 10 – 50 वर्षसीमित पे: 15 – 50 वर्ष | सीमित पे, नियमित पे | न्यूनतम: नियमित पे- ₹25,00,000सीमित पे- ₹25,00,000अधिकतम: ₹100 करोड़ | 99.22% |
पिएनबी मेटलाइफ मेरा टर्म प्लान | 18 वर्ष/ 65 वर्ष | 10 – 81 वर्ष | सीमित पे, नियमित पे | लागू नहीं | 96.21% |
प्रामेरिका लाइफ ट्रूशील्ड | 18 वर्ष/ 45, 50, 55 वर्ष | 7, 10, 12, 15, 20 वर्ष | सीमित पे, नियमित पे | न्यूनतम: ₹5,00,000 अधिकतम: ₹50 करोड़ | 96.80% |
एसबीआई लाइफ इशील्ड प्लान | 18 वर्ष/ 60, 65 वर्ष | 5 – 80 वर्षमाइनस एंट्री एज 10 – 75 वर्ष माइनस एंट्री एज |
पॉलिसी अवधि के बराबर | न्यूनतम: ₹35,00,000 अधिकतम: कोई अधिकतम लिमिट नहीं है | 95.03% |
श्रीराम लाइफ स्मार्ट प्रोटेक्शन प्लान | 18 वर्ष/ 65 वर्ष | 10 – 30 वर्ष | पॉलिसी अवधि के बराबर | न्यूनतम: ₹1,00,000 अधिकतम: ₹14,00,000 | 85.03% |
स्टार यूनियन दाई-इचि लाइफ अभय | 18 वर्ष / 65 वर्ष | 15 – 40 वर्ष | एकल पे, नियमित पे | न्यूनतम: ₹50,00,000 अधिकतम: ₹100 करोड़ | 96.74% |
टाटा एआईए सम्पूर्ण रक्षा | 18 वर्ष/ 70, 65, 50 वर्ष | 10 – 85 वर्ष माइनस एंट्री एज 15 – 85 वर्ष माइनस एंट्री एज संपूर्ण जीवन – 100 वर्ष माइनस एंट्री एज |
सीमित पे, नियमित पे | न्यूनतम: ₹50,00,000 अधिकतम: कोई अधिकतम लिमिट नहीं है | 99.07% |
अस्वीकरण: “पॉलिसीबाज़ार किसी बीमाकर्ता द्वारा प्रस्तुत किया गया कोई विशेष बीमाकर्ता या बीमा उत्पाद का समर्थन, दर या अनुशंसा नहीं करता है।
ऑनलाइन टर्म प्लान खरीदने के लिए आदर्श समय है: "जल्द से जल्द ।" सही टर्म प्लान खरीदने से आपका जीवन सुनिश्चित होता हैं। उपरांत, जीवन के शुरुआती चरण में बीमा खरीदने पर आप को वृध्यावस्था कि तुलना में प्रीमियम राशि कम होता हैं।
जिस व्यक्ति के जीवन पर उसका परिवार निर्भर होता हैं, उन्हें तुरंत ही एक योजना की तलाश करनी चाहिए और सबसे अच्छी बीमा पॉलिसी खरीदनी चाहिए। यदि कोई व्यक्ति जीवन के प्रारंभिक चरण में टर्म प्लान में निवेश करने से चूक गया है, तो अब सर्वोत्तम ऑनलाइन टर्म इंश्योरेंस खरीदने को और अधिक उपेक्षित न करें। अफसोस करने से बेहतर है सुरक्षित रहना।
प्रश्न: एक टर्म पॉलिसी को खरीदने की न्यूनतम और अधिकतम आयु क्या है?
उत्तर: टर्म पॉलिसी खरीदने के लिए एक व्यक्ति का आयु 18 से 65 वर्ष का होना आवश्यक है; और उनकी वार्षिक आय न्यूनतम 2 लाख रुपये अवश्य होनी चाहिए।
प्रश्न: मुझे कितना जोखिम कवर खरीदना चाहिए?
उत्तर: आपको कितना जोखिम कवर खरीदना चाहिए वह आपके वार्षिक आय पर निर्भर करता है। आमतौर पर, जोखिम कवर आपके वार्षिक आय का 10 से 15 गुना होना चाहिए। इसका मतलब यह है की अगर आपका वार्षिक आय 4 लाख रुपये है तो आपको कम से कम 40 लाख रुपये की जोखिम कवर खरीदनी चाहिए। यह बात लाभार्थी के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए सोचा जाता है जिससे की बीमाधारक के गुज़र जाने के बाद भी वह अपना जीवनशैली बरक़रार रख सके। जोखिम कवर कितना का होना चाहिए, यह बात बीमाधारक के आयु पर भी निर्भर करता है। जितनी कम आयु आपकी होगी, आप उतना अधिक राशि का जोखिम कवर ख़रीदे-- आमतौर पर कम से कम 25 गुना। यह इसलिए बोलै जा रहा है क्योंकि आपके आश्रितों को थोड़ा ज़्यादा वक्त लग सकता है अपने पैरों पर खड़े होने में। अधिक जानने के लिए यहाँ क्लिक करें।
प्रश्न: क्या NRI भी टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी खरीद सकते है?
उत्तर: ज़रूर। आजकल भारत के बीमा कंपनियां NRI के दावों को भी पूरा कर रहे है।
प्रश्न: ऑनलाइन टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने का क्या लाभ है?
उत्तर: ग्राहकों को ऑनलाइन में टर्म पॉलिसी खरीदने की सलाह हमेशा दिया जाता है। यह इसलिए है क्योंकि ऑनलाइन टर्म पॉलिसी खरीदते समय आप विभिन्न पॉलिसियों की तुलना कर सकते है। आप जब पोलिसीबाज़ार पर टर्म प्लान खरीदते है तो आपका खर्चा कम भी होता है क्योंकि आपके और बीमा कंपनी के बिच कोई एजेंट नहीं होता। आप अपने दस्तावेजों को भी बीमाकर्ता वेबसाइट पर सीधा अपलोड और जमा कर सकते है। अनेक ऐसी इंश्योरेंस पॉलिसियां है जिसे है आप सिर्फ ऑनलाइन ही खरीद सकते है, जैसे एसबीआई इशील्ड, एचडीएफसी क्लिक2प्रोटेक्ट, आईसीआईसीआई प्रुडेंशियल आईप्रोटेक्ट, अदि। जब कोई कंपनी को विशेष रूप से ऑनलाइन मार्किट में अपना टर्म पॉलिसी को शुरू करता है तो वितरण के लागत बच जाती है और टर्म प्लान की साडी लाभें बीमाधारक को दे दिया जाता है। यह एक सामान्य अवलोकन है कि ऑनलाइन ग्राहकों के लिए दावा पूरा होने का अनुभव बेहतर रहा है। इसके अलावा, आप ऑनलाइन विभिन्न बीमा पॉलिसियों की तुलना भी कर सकते हैं, और जो पॉलिसी आपको सबसे अधिक पसंद आती है आप उसे चुन ले। नाम, आयु और खरीदने के लिए इच्छुक पॉलिसी के प्रकार जैसे बुनियादी विवरण दर्ज करके, आप बस एक क्लिक करके ही मुफ्त बीमा उद्धरण प्राप्त कर सकते हैं।
प्रश्न: अगर मेरी टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी का दावा ख़ारिज हो जाता है मुझे किसको संपर्क करना होगा?
उत्तर: अगर आपकी पॉलिसी दावा को अपेक्षित दस्तावेजों के जमा करने के बाद भी ख़ारिज कर दिया जाता है तो आप अपने बीमाकर्ता से जल्द से जल्द संपर्क करें और सहायता प्रार्थना करें।
प्रश्न: अगर मुझे अपनी टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी रद्द करना हो तो क्या मैं वह कर सकता हूँ?
उत्तर: हाँ, अगर आपको अपनी टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी को रद्द करना है तो आप वह कर सकते है मगर वह आप को योजना में दी गई फ्री-लुक अवधि के भीतर ही करना पड़ेगा।
प्रश्न: क्या मैं अपने टर्म प्लान को एक कंपनी से दूसरी कंपनी में स्थानांतरण कर सकता हूँ अगर मुझे नए कंपनी ज़्यादा लाभ हो रही हो तो?
उत्तर: अभी भी पॉलिसी स्थानांतरण करने जैसी सेवा उपलब्ध नहीं है, इसलिए आप अपने पॉलिसी को कोई दूसरे कंपनी में स्थानांतरण नहीं कर सकते। पर आप अपने पुराने पॉलिसी को छोड़ करके आपके नए पसंदीदा कंपनी से पॉलिसी खरीद सकते है। लेकिन ऐसे करने की सलाह हम नहीं देते क्योंकि इसमें आपका नुकसान होगा। पॉलिसी को बीच रास्ते में छोड़ने आपके द्वारा अब तक दी गई प्रीमियम की राशि बीमाकर्ता वापस नहीं करेगी और पॉलिसी को रद्द कर दिया जाएगा। और इस बीच आपका आयु भी बढ़ गया होगा जिससे नई पॉलिसी भी आपको सस्ते में नहीं मिलेगी। ऐसी परिस्थिति में हम यह सलाह देते है की आप अपने पुराने पॉलिसी को चलाते जाइए और उसके साथ आपके पसंदीदा कंपनी से एक नई पॉलिसी भी खरीद लीजिए। इससे आपको दोनों पॉलिसी से ही मुनाफा होगा। ऑफ़लाइन खरीदी गई योजनाओं के लिए, लागत अंतर का विश्लेषण करने के बाद कोई उन्हें बंद करने पर भी विचार कर सकता है। आम तौर पर, ऑनलाइन टर्म प्लान उम्र के कारक के साथ सस्ता होता है।
प्रश्न: क्या एक मौजूदा योजना में राइडर को जोड़ा जा सकता है?
उत्तर: हाँ, अगर आप चाहते है तो आप अपने मौजूदा पॉलिसी पर एक अतिरिक्त राशि देकर राइडर जोड़ सकते है।
प्रश्न: अगर मेरी मृत्यु किसी अन्य देश में हो जाती है तो क्या मेरा टर्म प्लान तब भी काम करेगा?
उत्तर: आप का टर्म प्लान आपके भौगोलिक स्थिति पर निर्भर नहीं करता है। आपके किसी अन्य देश मृत्यु हो जाने पर भी आपके चुने गए लाभार्थी मृत्यु लाभ मिल जाएगा।
प्रश्न: टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी प्रीमियम का दर धूम्रपान करने वाले व्यक्तियों के लिए अधिक क्यों है?
उत्तर: वर्त्तमान नियमों और शर्तों के अनुसार, बीमा कंपनियां धूम्रपान न करने वालो के मुकाबले धूम्रपान करने वालों को ज़्यादा प्रीमियम दर की बीमाएँ बेचती है। इसका कारण यह है की धूम्रपान करने वालों की प्राणनाश होने की जोखिम ज़्यादा होता है। उपरांत तम्बाकू पिने वालों की रोग-भोग होने की आशंका अधिक होती है। इस अधिक जोखिम से जूझने के लिए बीमाकर्ता धूम्रपान पिने वालों पर ज़्यादा दर की मांग रखती है। और जानने के लिए यहाँ क्लिक करें।
प्रश्न: क्या कम उम्र में इंश्योरेंस खरीदने का कोई लाभ है?
उत्तर: जी हाँ, कम उम्र में इंश्योरेंस खरीदने पर आपको सस्ते प्रीमियम का पॉलिसी मिल जाता है। आप जितनी कम आयु में इंश्योरेंस खरीदेंगे, आपकी प्रीमियम उतनी सस्ती होगी। उपरांत, आपके स्वस्थ होने वजह से भी आपका पॉलिसी प्राप्त करने का ज़्यादा मौका मिलता है।
प्रश्न: पारंपरिक जीवन बीमा में कौन से उपकरण उपलब्ध हैं?
उत्तर: पारम्परिक उपकरणों में टर्म इंश्योरेंस, टर्म प्रीमियम वापसी, अक्षय निधि, और पूरी जीवन की नीतियों को शामिल किया जाता है। आप जैसे जैसे इन पॉलिसी के तहत प्रीमियम भरते जाते है, उसका कैश वैल्यू प्रति वर्ष बढ़ता जाता है। कुछ पारम्परिक जीवन बीमायों में बीमाधारकों को बोनस और लाभांश भी मिलता है।
प्रश्न: मेरे नियोक्ता ने मुझे ग्रुप पॉलिसी में कवर कर चुके है, क्या मुझे फिर भी टर्म प्लान खरीदना चाहिए?
उत्तर: हाँ। आपको व्यक्तिगत रूप से भी एक टर्म प्लान खरीदना चाहिए।
प्रश्न: टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने के लिए किन-किन दस्तावेज़ों के ज़रुरत है?
उत्तर: आपको पॉलिसी खरीदने के लिए निचे दिए गए दस्तावेज़ों के ज़रुरत पड़ेगी:
आयु प्रमाण (वोटर कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, आदि)
पता का प्रमाण (वोटर कार्ड, पासपोर्ट, उपयोगिता बिल, आदि)
बीमाधारक की फोटो का प्रमाण (पासपोर्ट, वोटर कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, आदि)
हाल ही में खींची गई पासपोर्ट आकार की तस्वीर आय प्रमाण (वेतन पर्ची, फॉर्म 16, आईटीआर, आदि)
कुछ बीमा कंपनियों को इनके अलावा भी कई विशिष्ट दस्तावेजों की आवश्यकता हो सकती है।
प्रश्न: मुझे कितनी अवधि की टर्म प्लान खरीदनी चाहिए?
उत्तर: टर्म प्लान जितनी अवधि की खरीदी जा सके उतनी अच्छी होगी। एक टर्म प्लान को तब तक कवर करना चाहिए जब तक बीमाधारक के पास काम करने का सामर्थ होता है। उपरांत, देर से शादी या बच्चे लेने से ही एक व्यक्ति की अपने परिवार के प्रति दायित्व 60 वर्ष, जिसे हमलोग रिटायरमेंट की उम्र मान के चलते है, की उम्र में ख़तम नहीं हो जाती। पॉलिसीबाजार के हमारे वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि किसी व्यक्ति को कम से कम 65 साल तक कवरेज की आवश्यकता होती है, हालांकि यह परिस्थितियों के अनुसार भिन्न हो सकती है। आपको उन योजनाओं के लिए जाना चाहिए जो आपको अपने हिसाब से कार्यकाल तय करने की अनुमति देती है। उदहारण के रूप में, एक व्यवसायी अपने आय वर्षों के बारे में पहले से ही सोच कर रख सकता है जिसके आधार पर वह अपने लिए एक ऐसा बिमा योजना को चुनेगा जो उसके इस आय का प्रतिस्थापन हो।
प्रश्न: क्या मैं अपने टर्म इन्शुरन्स प्लानों पर लोन ले सकता हूँ ?
उत्तर: नहीं। आप अपने टर्म प्लानों पर लोन नहीं ले सकते है क्योंकि इन प्लानों में कोई मच्योरिटी बेनिफिट नहीं दी जाती है।
प्रश्न: मैं अपना संचार पता कैसे बदल सकता हूँ?
उत्तर: आप अपने संचार पते को बीमा कंपनी के दफ्तर में जाकर बदल सकते है। इस परिस्थिति में लिखित संचार की आवश्यक पड़ती है। अगर आप के पास बीमा कंपनी के शाखा तक जाने की सुविधा न हो तो आप यह काम उन्हें ईमेल करके भी पूरा कर सकते है। कुछ चंद बीमाकर्ता ही ऐसे है जो पता बदलने की सुविधा को अपने ग्राहक के पोर्टल पर प्रस्तुत करते है।
प्रश्न: क्या मेरा टर्म प्लान मेरेव्यवसाय या घूमने के लिए विदेश जाने पर भी मुझे कवर करेगा?
उत्तर: हाँ। टर्म प्लान आपके विदेश जाने पर भी कवरेज प्रदान करेगा। लेकिन अगर आप विदेश जाने से ठीक पहले अपने लिए प्लान खरीद रहे है तो आपको यह बात बीमा खरीदते समय बीमाकर्ता को बतानी पड़ेगी।
प्रश्न: सुनिश्चित राशि किसे कहते है?
उत्तर: सुनिश्चित राशि वह राशि है जो टर्म प्लान में बीमाकर्ता बीमाधारक के चुने गए लाभार्थियों को उसके निधन के बाद देने का प्रतिश्रुति देता है। सुनिश्चित राशि टर्म प्लान के प्रीमियम को प्रभावित करता है। कोई-कोई बीमाकर्ता मूल सुनिश्चित राशि के साथ-साथ एक अतिरिक्त कवर भी ग्राहक को प्रदान करता है। यह अतिरिक्त राशि सुनिश्चित राशि के साथ जुड़कर सम्पूर्ण राशि बनाता है।
प्रश्न: क्या मैं भविष्य में सुनिश्चित राशि का मूल्य बढ़ा / घटा सकता हूँ?
उत्तर: कुछ योजनाएं ऐसे हैं जिनकी संरचना में आय की सुविधा में वृद्धि करती है। इसका मतलब है कि ये टर्म इंश्योरेंस प्लान हर साल मासिक आय में वृद्धि का लाभ देते हैं। उदाहरण के लिए, एचडीएफसी क्लिक2प्रोटेक्ट प्लस आय में वृद्धि, अधिकतम जीवन की बढ़ती मासिक आय योजना, आदि।
प्रश्न: प्रीमियम भुगतान अवधि क्या है?
उत्तर: यह एक अवधि है, जिसके दौरान एक पॉलिसीधारक बीमा कंपनी को प्रीमियम का भुगतान करता है।
प्रश्न: मृत्यु लाभ क्या होता है?
उत्तर: बीमाधारक के टर्म प्लान कि अवधि के दौरान अगर आकस्मिक और दुर्भाग्यजनक से मौत हो जाती है तो बीमाकर्ता उस धारक के चुने लाभार्थियों के एक सुनिश्चित राशि प्रदान करती है, इसी बीमित राशि को मृत्यु लाभ कहते है।
प्रश्न: प्रस्तावित बीमाधारक कौन है?
उत्तर: प्रस्तावित बीमित व्यक्ति वह व्यक्ति होता है जिसके हित के लिए बीमा कंपनी सुरक्षा प्रदान करती हैं। उदाहरण के लिए, यदि आप एक ऐसे व्यक्ति हैं, जिसका जीवन बीमा पॉलिसी के अंतर्गत आने वाला है, तो आपको प्रस्तावित बीमाधारक कहा जाएगा।
प्रश्न: अगर मैं टर्म इंश्योरेंस प्लान खरीदने के बाद एनआरआई बन जाता हु तो क्या होगा?
उत्तर: आपका ख़रीदा हुआ पालिसी आपके एनआरआई हो जाने के बाद भी सक्रिय रहेगा। लेकिन हम सलाह देते है कि आप यह बात अपने बीमाकर्ता को इस बदलाव के बारे में अवश्य ही सूचित करें।
प्रश्न: जीवन बीमा कंपनी मेरे जोखिमों का मूल्यांकन कैसे करती है?
उत्तर: जीवन बीमा कंपनी का निर्णय आपके जीवन का बीमा करने या आपके द्वारा आवेदन पत्र में दी गई जानकारी पर निर्भर करता है। आपके जोखिम का मूल्यांकन आपकी आयु, आदतों, व्यवसाय और चिकित्सा इतिहास जैसे कई कारकों द्वारा निर्धारित किया जाता है। यदि आपके पास पहले से मौजूद कोई मेडिकल स्थिति है तो बीमाकर्ता बीमा पॉलिसी की अवधि का प्रीमियम बढ़ा देगा। प्रीमियम में वृद्धि पॉलिसीधारक की वास्तविक चिकित्सा स्थिति और उनके जीवन में प्रस्तुत जोखिम से प्रभावित होता है।
प्रश्न: क्या प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाली मौत को टर्म प्लान कवर करता हैं?
उत्तर: हां, टर्म इंश्योरेंस प्लान प्राकृतिक आपदा, जैसे बाढ़, भूकंप, तूफान, आदि के कारण होने वाली मृत्यु को कवर करटी हैं।
प्रश्न: क्या आतंकवादी हमले के कारण होने वाली मौत को बीमा कंपनी कवर करेगी?
उत्तर: हाँ,आतंकवादी हमले / युद्ध / प्राकृतिक आपदाओं की वजह से होने वाली मृत्यु टर्म बीमा पॉलिसी में कवर किया जाता है (जब तक कि विशेष रूप से बीमा कंपनी इन कारणों को बहार नहीं रखता है) और दस्तावेज व्यवस्थित होने पर दावे का निपटान किया जाता है।
प्रश्न: धूम्रपान नहीं करने वाला कौन है और किसी व्यक्ति को 'धूम्रपान नहीं करने वाला' को किस प्रकार घोषित किया जाता है?
उत्तर: धूम्रपान न करने वाला वह व्यक्ति को बोला जाता है जो किसी भी प्रकार से तम्बाकू का सेवन नहीं करता। मुख्य रूप से टर्म पालिसी खरीदते समय धूम्रपान न करने वाले व्यक्ति का कोई पूर्व-मौजूदा बीमारी नहीं होना चाहिए। इस श्रेणी में आने के लिए निचे दिए गए स्थितिजन्य आवश्यकताएं पर ध्यान रखिए: टर्म पॉलिसी खरीदने के समय पिछले 12 महीनों में तंबाकू या निकोटीन-आधारित उत्पादों का उपयोग नहीं करना है, कोलेस्ट्रॉल का स्तर 280 से अधिक नहीं होना चाहिए, उपचार के बिना या उपचार के बाद का रक्तचाप 152/92 से अधिक नहीं होनी चाहिए, 60 वर्ष की आयु से पहले माता या पिता की हृदय या कैंसर से मृत्यु नहीं होनी चाहिए। ये ग्राहक आमतौर पर गैर-चिकित्सा श्रेणी में आते हैं जो उनकी उम्र पर निर्भर करता है।
प्रश्न: अगर मैं धूम्रपान या तम्बाकू सेवन करता हूँ तो क्या मुझे टर्म इंश्योरेंस कवर मिलेगा?
उत्तर: हाँ, आप अगर धूम्रपान करते भी है तो फिर भी आपको टर्म पॉलिसी मिलेगा। लेकिन, आपके लिए पॉलिसी का प्रीमियम दर एक धूम्रपान न करने वाले व्यक्ति के प्रीमियम दर से ज़्यादा होगा। आप अपने तम्बाकू सेवन करने के बारे अवश्य बीमाकर्ता को सूचित कीजिए।
प्रश्न: मैं कभी-कभी धूम्रपान करने वाला व्यक्ति हूं। क्या मुझे खुद को तंबाकू उपयोगकर्ता के रूप में घोषित करने की आवश्यकता है?
उत्तर: भले ही आप कभी-कभार धूम्रपान करने वाले हों, आपको प्रस्ताव पत्र में खुद को तंबाकू उपयोगकर्ता के रूप में घोषित करने की आवश्यकता है।
प्रश्न: मैं पहले धूम्रपान करता था पर अब नहीं करता हूँ। मुझे खुद किस श्रेणी में घोषित करना चाहिए: धूम्रपान करने वाला या न करने वाला?
उत्तर: कोई भी व्यक्ति जो पिछले पांच वर्षों में धूम्रपान न किया हो तो उसे धूम्रपान न करने कि श्रेणी में ही रखा जाएगा। अगर आप पिछले पांच वर्षों में धूम्रपान न किए हो तो आप अपने को धूम्रपान न करने वाले श्रेणी में घोषित कर सकते है। आमतौर पर यह समय सिमा निर्दिष्ट बीमा कंपनी के दिए गए फॉर्म में दिया रहता है।
प्रश्न: वर्तमान में, मैं एक धूम्रपान करने वाला व्यक्ति हूँ, लेकिन अगर मैं कुछ साल बाद धूम्रपान छोड़ देता हूँ, तो क्या मैं अपना पुनर्मूल्यांकन करवा सकता हूं और पॉलिसी अवधि के बीच में पॉलिसी पर छूट का लाभ उठा सकता हूं?
उत्तर: अगर आप पॉलिसी खरीदते समय खुद को धूम्रपान करने वाले श्रेणी में घोषित करते है तो बाद में आप यह श्रेणी बदल नहीं सकते है। आपका पॉलिसी पहले प्रीमियम दर पे ही चलता रहेगा। लेकिन, अगर आप एक नई पॉलिसी खरीद सकते है। सम्भावना है कि आपका प्रीमियम 5 साल में समान हो जाएगा।
प्रश्न: आप कैसे तय करते हैं कि पॉलिसी जारी करने के समय कोई ग्राहक नॉन-स्मोकर है या नहीं?
उत्तर: एक ग्राहक को प्रस्ताव फॉर्म भरने के समय अपने तंबाकू और शराब के उपयोग की घोषणा करने की आवश्यकता होता है। इसके अलावा, बीमाकर्ता ग्राहक द्वारा तंबाकू के उपयोग की पुष्टि करने के लिए अतिरिक्त निकोटीन / चिकित्सा परीक्षण भी करवाता है।
प्रश्न: अगर मैं पॉलिसी खरीदने के बाद शराब पीना शुरू करू तो क्या होगा?
उत्तर: अगर आप पॉलिसी खरीदने के बाद शराब पीना शुरू करते है तो आप का बेस कवर फिर भी नहीं बदलेगा।
प्रश्न: पॉलिसी संख्या क्या होता है?
उत्तर: पॉलिसी संख्या एक अद्वितीय संख्या है जो एक पॉलिसी को बीमाधारक के साथ जोड़ता है और पहचान देता है। यह संख्या का उपयोग करके आपका बीमाकर्ता आपके पॉलिसी के विवरण पर नज़र रखता है।
प्रश्न: क्या सभी टर्म इंश्योरेंस प्लान के लिए पॉलिसी की शर्तें अलग-अलग होता हैं?
उत्तर: हाँ, हर एक पॉलिसी का अपनी खुद कि नियमें और शर्तें होती है जो एक बीमाधारक के ज़रूरतों के हिसाब से लाभ प्रदान करती है। आपकी पॉलिसी में मौजूद विशेषताएं, आपकी योजना और उसकी अवधि के अनुसार अलग-अलग होंगी। इसलिए, पॉलिसी खरीदते समय चयन किए गए पॉलिसी कि विशेषताएं और शर्तें अवश्य पढ़े।
प्रश्न: मुझे कैसे पता चलेगा कि एजेंट जीवन बीमा पॉलिसी बेचने के लिए अधिकृत है या नहीं?
उत्तर: आपको हमेशा सीधा बीमा कंपनी या उसके द्वारा अधिकार दिया हुआ एजेंट से ही बीमा खरीदनी चाहिए। बीमा एजेअधिकृत है या नहीं यह बात जानने के लिए आपको उसका IRDA द्वारा जारी किया गया प्राधिकरण कार्ड कि जाँच करनी चाहिए। बीमा खरीदने के मामले में सुरक्षित विकल्प ऑनलाइन टर्म प्लान खरीदना है।
प्रश्न: क्या मैं पॉलिसी खरीदने के बाद उसका अवधि बदल सकता हूँ?
उत्तर: नहीं, आप पॉलिसी जारी हो जाने के बाद उसकी अवधि बदल नहीं सकते। लेकिन अब आप अगर अपना पॉलिसी को बढ़ाना चाहते है तो एक लम्बी अवधि का नई पॉलिसी खरीद ले।
प्रश्न: क्या मेरे पॉलिसी का प्रीमियम राशि इसकी अवधि के अंदर बदल सकता है?
उत्तर: नहीं, प्रीमियम राशि आपके पॉलिसी कि अवधि के दौरान बदल नहीं सकता। आपको अपनी इंश्योरेंस का प्रीमियम ठीक-ठीक समय पर भरते रहना पड़ेगा।
प्रश्न: प्रीमियम का भुगतान करने के लिए क्या-क्या विकल्प हैं?
उत्तर: बीमाकर्ता द्वारा प्रीमियम राशि भरने का विभिन्न विकल्प प्रदान किया जाता है। पॉलिसीधारक अपना प्रीमियम का भुगतान नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फण्ड ट्रांसफर (NEFT), नेट बैंकिंग क्रेडिट कार्ड डेबिट कार्ड, इलेक्ट्रॉनिक क्लीयरिंग सर्विसेज (ECS) या सीधा बीमा कंपनी के शाखा में जाकर कर सकते है।
प्रश्न: क्या ऐसा कोई पॉलिसी है जिसमें पॉलिसी के अवधि के दौरान ही बीमित राशि मिलता हो?
उत्तर: हाँ, आप बिमा के अवधि के दौरान पैसा एक नियमित अंतराल के बाद बाद पा सकते है अगर आप मनी बैक इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते है तो। यह पॉलिसी अवधि के दौरान नियमित लाभ प्राप्त करने के लिए बनाया गया है। यहां तक कि अगर किश्त क्षेत्र पहले से ही आपको पहले से भुगतान किया जा रहा है, तो भी आपका बीमा आपको जोखिम कवरेज प्रदान करता रहेगा। यदि आप पॉलिसी के अंत के बाद जीवित रहे तो संचित बोनस के साथ शेष राशि का भुगतान आपको किया जाएगा।
प्रश्न: मेरी बीमा पॉलिसी अगर ख़तम हो गई हो तो क्या होगा?
उत्तर: एक नियमित प्रीमियम वाले पॉलिसी में आपको नियत तारीख के 30 दिनों के अंदर प्रीमियम राशि का भुगतान करना पड़ता है। मासिक भुगतान वाले राशि में यह नियत तारीख के 15 दिनों के अंदर करना पड़ता है। बीमाकर्ता आपको प्रीमियम भुगतान करने के लिए मुहलत प्रदान करती है। लेकिन, अगर आप इस मुहलत के अंदर अपना प्रीमियम राशि का भुगतान नहीं करते है तो आपका पॉलिसी को वही रद्द कर दिया जाएगा। हालाँकि, आप रद्द कर दी गई प्रीमियम को फिर से शुरू कर सकते है अगर आप निचे दिए गए क़दमों को काम में लगाए तो-- ब्याज सहित अवधि के सभी बकाया का भुगतान करके, आप अपनी अवधि योजना को पुनर्जीवित कर सकते हैं।
कुछ परिस्थितियों में, बीमा कंपनी आपको किश्त के साथ पॉलिसी पुनरुद्धार करने का मौका देता है। इसका मतलब यह है की आप अपना बकाया का भुगतान किश्तों में कर सकते है। यह किश्तें एक साल की अवधि में नियमित अंतराल में किया जा सकता है।
आप अपने मनी बैक पॉलिसी को अपने सर्वाइवल बेनिफिट (इंश्योरेंस कंपनी के नियमित अंतराल में प्रदान किये जाने वाले राशि) का उपयोग करके भी पुनरुद्धार कर सकते है। अगर आपका सर्वाइवल बेनिफिट आपके बकाया राशि से कम हो तो आपको बाकि का राशि खुद के जेब से ही देना पड़ेगा।
प्रश्न: आय प्रतिस्थापन योजना क्या है?
उत्तर: आय प्रतिस्थापन योजना एक ऐसा सुरक्षण योजना है जो एक गैर-भाग और गैर-जोड़ वाली टर्म प्लान है। इसमें बीमाधारक के पॉलिसी के अवधि के दौरान गुज़र जाने के बाद लाभार्थियों को पहले से चुने हुए अवधि के लिए वार्षिक आय प्रदान किया जाता है।
प्रश्न: आय प्रतिस्थापन प्लान खरीदने की आयु पात्रता क्या है?
उत्तर: कोई भी व्यक्ति जिसका आयु 18 से 65 वर्षों के बीच है, वह यह बीमा को खरीद सकते है। उपरांत, एनआरआई भी यह बीमा का लाभ उठा सकते है।
प्रश्न: आय प्रतिस्थापन प्लान के अंतर्गत आय पाने की अवधि कितनी लम्बी होती है?
उत्तर: ऐसे में इस प्लान का कोई निर्दिष्ट अवधि का ज़िक्र नहीं है, इसलिए इसकी अवधि 10 से 20 साल तक का हो सकता है।
प्रश्न: हामीदारी क्या है?
उत्तर: हामीदारी शब्द का उपयोग बीमा कंपनी बीमाधारक के प्रस्ताव का मूल्यांकन करने और जोखिमों का आकलन करने, और यह सुनिश्चित करने कि कवर की लागत किसी व्यक्ति द्वारा सामना किए गए जोखिमों के अनुपात में है की नहीं के लिए करती है। यह मूल्याङ्कन बीमाग्राहक के दिए गए दस्तावेज़ों और मेडिकल टेस्ट के रिपोर्ट के आधार पर होता है। हामीदारी में आमतौर पर बीमा कंपनियां 3 से 4 दिन का समय लेते है।
प्रश्न: फ्री लुक पीरियड क्या है?
उत्तर: पॉलिसी खरीदारी के बाद के दस्तावेज़ों जब बीमाकर्ता ग्राहक को भेजता है तो उसके साथ वे ग्राहक को सारे नियमों और शर्तों को अच्छी तरह से पढ़ने और जानने के लिए 15 दिनों का समय देता है। अगर बीमाधारक को कोई भी शर्तों पर आपत्ति हो तो वह इन 15 दिनों में अपना पॉलिसी को वापस देकर अपना राशि का कुछ कटौती के बाद रिफंड पा सकता है। इस समय को कूलिंग-ऑफ पीरियड भी बोला जाता है। यह समय हर एक पॉलिसी या उत्पाद के लिए समान होता है।
प्रश्न: अगर मैं फ्री-लुक अवधि के अंदर मेरा पॉलिसी वापस कर दूँ तो क्या मुझे मेरे पुरे पैसे वापस मिल जायेंगे?
उत्तर: हाँ, अगर आपको लगता है आपके ख़रीदे हुए पॉलिसी आपके लिए उपयुक्त नहीं है तो आप इस पॉलिसी को वापस करके अपने पैसे का रिफंड ले सकते है। यह फैसला आपको पॉलिसी के दस्तावेजों के मिलने के दिन से परवर्ती 15 दिनों के भीतर करना होगा। बीमा कंपनी के शर्तों द्वारा अगर लागु हो तो आपके पॉलिसी के खरीदने की राशि पर एक छोटी कटौती हो सक ती है, जैसे स्टाम्प ड्यूटी शुल्क, प्रो-राटा आधारित प्रीमियम, और मेडिकल चार्ज।
प्रश्न: क्या मैं फ्री-लुक अवधि ख़तम हो जाने के बाद भी जन्म की तारीख को बदल सकता हूँ?
उत्तर: हाँ, फ्री-लुक पीरियड के बाद भी आप अपने जन्म तारीख को बदल सकते है। सिर्फ अपने जन्म सर्टिफिकेट को एक कवर लेटर के साथ बीमाकर्ता के पास जमा करें और तारीख बदल ले। लेख, अगर इस बदलाव के कारण आपकी प्रीमियम राशि या प्लान में कोई बदलाव करना पड़े तो आपको अतिरिक्त राशि प्रदान करने होगी या प्लान ही रद्द कर देना होगा।
प्रश्न: क्लेम क्या होता है?
उत्तर: क्लेम या दावा एक बीमा कंपनी को किया गया औपचारिक अनुरोध है जिसमे लाभार्थी बीमाकर्ता है सुनिश्चित राशि का मांग जाहिर करता है। अनुरोध के दस्तावेज़ों पर गौर करने के बाद बीमा कंपनी इस दावे को पूरा करती है और लाभार्थी उसका पैसा मिल जाता है।
प्रश्न: दावों को विशेष रिकॉर्ड / दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए कौन से मापदंडों पर बीमा कंपनी विचार करता है?
उत्तर: बीमा कंपनी लाभार्थी से दावा पत्र जमा लेने से पहले जोखिम का योग, दावा करने के समय का परिस्थिति, कारण और अवधि पर गौर करता है । उदहारण के लिए, किसी दुर्घटना में हुए गए मृत्यु के परिस्थिति में कंपनी को दावा पूरा करने के लिए पुलिस रिपोर्ट, पोस्ट मोर्टेम रिपोर्ट, आदि जैसे दस्तावेज़ों की ज़रुरत पड़ती है। और किसी बीमारी के कारण होने वाली मृत्यु पर उन्हें मेडिकल रिपोर्ट की मांग होती है।
प्रश्न: दस्तावेज़ों को पेश करने के बाद दावा पूरा होने में कितना वक़्त लगता है?
उत्तर: जरूरी दस्तावेजों के जमा करने के बाद बीमा कंपनी को दावा पूरा करने में आमतौर पर 8 से 10 दिन का समय लगता है। अगर कोई और दस्तावेज़ों के ज़रुरत पड़ जाये तो बीमा कंपनी लाभार्थी को इसके बारे में सूचित कर देगा।
प्रश्न: दावा पूरा करने में कौन-कौन से दस्तावेज़ों की ज़रुरत है?
उत्तर: निचे दिए गए दस्तावेज़ों को अवश्य पेश करें: मूल निति बंधन
डेथ सर्टिफिकेट की कॉपी जिसमें लाभार्थी का हस्ताक्षर हो
फोटो आइडेंटिटी प्रूफ की कॉपी
पते का प्रमाण पत्र की कॉपी
लाभार्थी के बैंक पासबुक की कॉपी जिसके साथ रद्द किये गए चेक भी शामिल हो
प्रश्न: पॉलिसी खरीदने के एक साल भीतर अगर बीमाधारक की मृत्यु हो जाये तो क्या होगा?
उत्तर: अगर बीमाधारक के मृत्यु पॉलिसी खरीदने के बाद एक साल के भीतर हो जाता है तो बीमाकर्ता इस परिस्थिति में यह जाँच करेगा की यह मृत्यु स्वाभाविक या है या कोई छल या अन्याय है। सारे दस्तावेज़ों और ज़रूरी जाँच होने के बाद बीमाकर्ता आपको पूरी सुनिश्चित राशि 180 दिन के भीतर भुगतान कर देगी।
प्रश्न: कौन दावा का भुगतान पाने के लाभार्थी हिसाब से चयनित होगा?
उत्तर: बीमाधारक के द्वारा चुना गया शेष व्यक्ति ही लाभार्थी कहलाया जाएगा।
प्रश्न: क्या होगा अगर मेरे पॉलिसी के दावे को अस्वीकार कर दिया जाये और मेरे द्वारा चयन किया हुआ लाभार्थी फिर से आवेदन करना चाहे तो?
उत्तर: अगर आपके दावे को अस्वीकार कर दिया जाता है तो आपके लाभार्थी पुनः आवेदन कर सकता है। उसके लिए, लाभार्थी को एक लिखित आवेदन पत्र जमा देना पड़ेगा जिसमे वह इस अस्वीकारता को चुनौती दे सकता है। यदि बीमा कंपनी नामित व्यक्ति का दावा कोई कारण बिना निपटान नहीं कर रहा है तो वह व्यक्ति स्थानीय बीमा लोकपाल से संपर्क कर सकता है (उन दावों के लिए जो 20 लाख रुपये की हो)। वह उपभोक्ता अदालत भी जा सकता है 20 लाख के ऊपर के दावों के लिए। अदालत और लोकपाल, दोनों ही बीमाकर्ता को दावा पूरा करने के लिए ज़ोर कर सकता है।
प्रश्न: दावों के अस्वीकार होने के पीछे क्या-क्या कारण हो सकता है?
उत्तर: निम्नलिखित पंक्तियों में दावों के अस्वीकार होने के पीछे का कुछ कारण प्रस्तुत किया गया है:
व्यपगत नीति: आपके पॉलिसी कालातीत हो जाये तो उस पर आपको कोई भी लाभ नहीं मिलेगा।
अनिवार्य मेडिकल टेस्ट में प्रस्तुत न रहना: कुछ बीमा कंपनियों के लिए मेडिकल टेस्ट करना आवश्यक होता है। अगर आप इस टेस्ट में उपस्थित न हो तो आपका दावा का भुगतान नहीं किया जाएगा।
अनिवार्य बहिष्करण: कुछ कंपनियों के शर्तों के अनुसार कुछ घटना में सुनिश्चित राशि का भुगतान नहीं किया जाता है। तो अगर आप ऐसी कोई घटना में हुई बीमाधारक की मृत्यु होने पर लाभ पाने के लिए द्वारस्थ हो तो आपको वह राशि भुगतान नहीं किया जाएगा।
अपर्याप्त या असत्य जानकारी: अगर आप कोई आवश्यक जानकारी (उदहारण के लिए, कोई बीमारी रहने की जानकारी) बीमाकर्ता को नहीं देते है तो वह आपके दावे को अस्वीकार कर देगा। यह बात असत्य जानकारी पर भी लागू होती है।
प्रश्न: IRDA क्या है?
उत्तर: इंश्योरेंस रेगुलेटरी डेवलपमेंट अथॉरिटी या IRDA भारत में बीमा उद्योग की देखरेख करने वाला शीर्ष निकाय है। बीमाधारकों की सुरक्षा और बीमा उद्योग के देखभाल और उन्हें बढ़ावा देने पर नज़र रखता है।
प्रश्न: दावा प्रसंस्करण के बारे में IRDA के दिशानिर्देश क्या हैं?
उत्तर: IRDA के निर्देशों के अनुसार, बीमाकर्ता को 30 दिनों के अंदर बीमाधारक के दावे का निपटान करना पड़ेगा। अगर दावा निपटान करने में कोई और दस्तावेज़ की ज़रुरत पड़े तो वह भी 6 महीने के भीतर करना पड़ेगा। अगर कंपनी इस 6 महीने के भीतर दावा निपटान न करता हो उन्हें सुनिश्चित राशि ब्याज के साथ बीमाधारक को प्रदान करना पड़ेगा।
प्रश्न: क्या मुझे एजेंट के माध्यम से प्रीमियम का भुगतान करना चाहिए?
उत्तर: आप IRDA लाइसेंस अधिकृत उन एजेंट के ज़रिये अपने प्रीमियम का भुगतान कर सकते है। भुगतान होने के बाद एजेंट से भुगतान की रसीद अवश्य ले। लेकिन सलाहनुसार, आप यह कोशिश करें की आप सीधे कंपनी को ही भुगतान करें।
प्रश्न: आपको कई नीतियों के बीच अपनी इच्छित राशि का विभाजन क्यों करना चाहिए?
उत्तर: इच्छित बीमा राशि का विभाजन करने से आपको अनेक लाभ मिल सकता है; जैसे, 20 /25 साल की अवधि के बीमा के जगह आप अनेक पॉलिसियां खरीद सकते है जिसका सुनिश्चित राशि और मच्योरिटी तारीख अलग-अलग हो। यह आपको अपने जीवन के विभिन्न चरणों में वित्त का बेहतर प्रबंधन करने में मदद करेगी। उपरांत, अगर आपके पास विभिन्न पॉलिसियां हो तो आप को कोई पॉलिसी में दावा न मिले तो भी आपको कोई परेशानी झेलनी नहीं पड़ेगी। दूसरी तरफ, अगर आप बस एक पॉलिसी में निवेश करते है आपका दावा अस्वीकार हो जाए तो आपकी पूरी बीमा राशि ही नष्ट हो जाएगा। इसलिए, एक से अधिक बीमा योजनाओं में निवेश करने की कोशिश करें।
प्रश्न: ख़राब सेहत होने पर प्रीमियम में कितनी बढ़ोतरी हो सकती है?
उत्तर: अगर आपका कोई मेडिकल कंडीशन है तो आपको ज़्यादा प्रीमियम राशि का भुगतान करना पड़ेगा। हालाँकि, इस बढ़ोतरी का कोई निर्दिष्ट प्रतिशत तय नहीं किया गया है। यह पूरी तरह से बीमाकर्ता के फैसले के ऊपर निर्भर करता है। अगर आप को यह बढ़ोतरी नहीं चाहिए तो आप पॉलिसी न ले।
प्रश्न: नॉमिनेशन क्या है?
उत्तर: बीमाधारक के द्वारा चुने गए लाभार्थी जो उस व्यक्ति की मृत्यु के बाद मृत्यु लाभ पाने का अधिकार पाता है, उस प्रक्रिया को नॉमिनेशन कहते है।
प्रश्न: क्या मैं लाभार्थी बदल सकता हूँ?
उत्तर: हाँ, आप अपने नॉमिनी या लाभार्थी बदल सकते है। इसे बदलने के लिए मच्योरिटी के तारीख के पेहले आप नॉमिनेशन बदलने का आवेदन पत्र जमा करें।
प्रश्न: लाभार्थी के बारे क्या-क्या जानकारी देना आवश्यक है?
उत्तर: लाभार्थी चुनते समय लाभार्थी का नाम, पता, आयु, और आपके साथ उसका क्या सम्बन्ध है, यह सब जानकारी बीमाकर्ता को प्रदान करना आवश्यक है। याद रखिये, सत्य जानकारी ही प्रदान करे।
प्रश्न: नॉमिनेशन और असाइनमेंट में क्या अंतर है?
उत्तर: नॉमिनेशन एक पक्रिया है जिसमें बीमाधारक अपने लाभार्थी को चुन सकता है और उसे मृत्यु लाभ प्राप्त करने का अधिकार दे सकता है। दूसरी तरफ, असाइनमेंट वह प्रक्रिया जिसमें बीमाधारक का अधिकार किसी और व्यक्ति को स्थानांतरण कर देता है।
प्रश्न: मूल बीमा के साथ राइडर जोड़ने का क्या लाभ है?
उत्तर: मूल बीमा के साथ राइडर जोड़ने पर आपको अतिरिक्त कवरेज मिलता है। आप एक अतिरिक्त राशि प्रदान करके राइडर जोड़ सकते है।
प्रश्न: अगर मैं पॉलिसी के कागज़ात खो देता हूँ तो क्या मुझे डुप्लीकेट कागज़ात मिलेंगे?
उत्तर: आपको डुप्लीकेट कागज़ात पाने के लिए आवेदन पत्र बीमा कंपनी के पास जमा करना पड़ेगा। यह आवेदन पत्र के साथ आपको एक आवश्यक शुल्क भी जमा क्षतिपूर्ति बांड निष्पादित करना पड़ेगा।
प्रश्न: मैं अपनी बीमा पॉलिसी के विवरण को कैसे बदल सकता हूँ?
उत्तर: आप बीमा पॉलिसी के विवरण को बदलने के लिए ऑनलाइन या कंपनी की शाखा में जाकर आवेदन पत्र जमा कर सकते है।
प्रश्न: क्या मैं अपने टर्म इंश्योरेंस प्लान की भुगतान का आवृत्ति बदल सकता हूं?
उत्तर: हाँ, ज़रूर बदल सकते है। लेकिन यह आप सिर्फ पॉलिसी के नवीकरण के दौरान ही कर सकते है। अगर आप पॉलिसी प्रीमियम का भुगतान वार्षिक रूप से कर रहे है (कम आवृत्ति) तो आप इस आवृत्ति को अर्धवार्षिक या त्रैमासिक के रूप में बदल सकते है।
प्रश्न: मुझे अपनी टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी को सरेंडर करने के लिए क्या करना होगा?
उत्तर: आप अपने इंश्योरेंस पॉलिसी को सरेंडर करने के लिए ऑनलाइन या कंपनी के शाखा में जाकर आवेदन कर सकते है। आप अपने प्लान को टर्म इंश्योरेंस प्रीमियम राशि की भुगतान न करके भी सरेंडर कर सकते है।
प्रश्न: हमारी सेहत किस प्रकार प्रीमियम के दर को प्रभावित करता है?
उत्तर: हमारे सेहत की स्थिति पर बीमा प्रीमियम आधारित है। एक स्वस्थ व्यक्ति के अस्पताल में भर्ती होने का सम्भावना कम होता है। इसी तरह जिस व्यक्ति का सेहत बिगड़ा हुआ हो उसके लिए बीमा प्रीमियम की दर अधिक होती है। बीमार व्यक्ति को इस बात पे नज़र देना पड़ता की उसका बीमारी का कवरेज बीमाकर्ता प्रदान करता है या नहीं।
प्रश्न: क्या टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदना बेहतर निवेश है?
उत्तर: टर्म बीमा पॉलिसी जीवन बीमा का एक शुद्ध प्रकार है। इस पॉलिसी से बीमाधारक के लाभार्थियों को मृत्यु लाभ मिलता है अगर बीमाधारक का निधन पॉलिसी के अवधि के दौरान ही हो जाता है तो, और यह मुआवजा राशि भी कर-मुक्त होता है।
प्रश्न: अगर बीमाधारक की मृत्यु बीमा के अवधि के दौरान न हो तो क्या होगा?
उत्तर: अगर बीमाधारक की मृत्यु पॉलिसी के अवधि के दौरान नहीं होता है तो उसकी टर्म पॉलिसी भी पॉलिसी के नियत तारीख पर बंद हो जाता है और लाभार्थी कोई मृत्यु लाभ नहीं मिलता है।
प्रश्न: कौन-कौन से प्रकार की मृत्यु टर्म बीमा के अंतर्गत कवर नहीं होता है?
उत्तर: कोई भी टर्म प्लान आत्महत्या, यौन संचारित रोग के कारण मृत्यु, आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने के कारण मौत, जीवन में खतरों वाली गतिविधियों में शामिल होने के कारण मौत, मादक पदार्थ सेवन करने के कारण मौत, आदि जैसे कारण में मृत्यु लाभ नहीं देती।
प्रश्न: टर्म इंश्योरेंस में क्या कोई नुकसान हैं?
उत्तर: टर्म इंश्योरेंस के प्रमुख नुकसान पॉलिसीधारक द्वारा पॉलिसी अवधि की रूपरेखा के मामले में हैं जहा अगर पॉलिसीधारक का निधन बीमा अवधि के दौरान न होता हो तो लाभार्थी कोई मृत्यु लाभ या बीमित राशि का भुगतान नहीं मिलता है।
प्रश्न: क्या मुझे मेरा पैसा टर्म बीमा के अंत में वापस मिल जाएगा?
उत्तर: अगर आपकी मृत्यु बीमा अवधि के दौरान न होता है तो आपको आपका पैसा वापस नहीं मिलेगा। हालाँकि, कुछ योजनाएं ऐसी है जिसमें बीमाधारक को प्रीमियम बीमा के अंत में वापस मिल जाता है।
प्रश्न: क्या मुझे टर्म बीमा में कैश मिलेगा?
उत्तर: नहीं।
प्रश्न: क्या मुझे जीवन बीमा मिलेगा अगर मेरी क़त्ल हो जाती हो तो?
उत्तर: नहीं।
प्रश्न: 1 करोड़ के टर्म इंश्योरेंस क्या है?
उत्तर: इस तरह के पॉलिसी में लाभार्थी को 1 करोड़ रुपये का मृत्यु लाभ मिलता है।
प्रश्न: अगर मेरा बीमा योजना समाप्त हो जाता है तो क्या मुझे पैसा मिलेगा?
उत्तर: अगर आप का दावा पॉलिसी के अवधि के दौरान ही होता है तो आपको मृत्यु लाभ मिल जाएगा। लेकिन अगर बीमाधारक की मृत्यु पॉलिसी के अवधि के दौरान नहीं होता है तो कोई मृत्यु लाभ नहीं दिया जाएगा।
प्रश्न: क्या 65 वर्ष आयु के बाद जीवन बीमा लेना चाहिए?
उत्तर: अगर आपके कंधो पर आपके आश्रित या परिवार का भविष्य का दायित्व हो तो आपको जीवन बीमा करवाना चाहिए। उपरांत अगर रिटायरमेंट के बाद भी आपका आय पर्याप्त हो तो आप जीवन बीमा न भी खरीद सकते है।
प्रश्न: क्या प्राकृतिक मौत को टर्म बीमा प्लान कवर करता है?
उत्तर: टर्म जीवन बीमा प्राकृतिक और दुर्घटना से होने वाली मृत्यु को कवरेज प्रदान करती है।
प्रश्न: जीवन बीमा और टर्म बीमा में क्या अंतर है?
उत्तर: जीवन बीमा और टर्म बीमा के बीच एक ही अंतर है -- टर्म इंश्योरेंस सिर्फ मृत्यु लाभ प्रदान करता है जबकि लाइफ इंश्योरेंस डेथ बेनिफिट और सर्वाइवल बेनिफिट, दोनों ही प्रदान करता है। अगर पॉलिसी अवधि के दौरान बीमाधारक की मौत नहीं होती है तो भी लाइफ इंश्योरेंस के तहत उन्हें सर्वाइवल और मच्योरिटी बेनिफिट मिलता है।
प्रश्न: मुझे टर्म प्लान खरीदना चाहिए या पारम्परिक लाइफ इंश्योरेंस खरीदना चाहिए?
उत्तर: अगर आप टर्म प्लान या लाइफ बीमा के बीच चुनना चाहते है तो आपको जीवन बीमा ही चुनना चाहिए। इससे आपको सर्वाइवल और मच्योरिटी बेनिफिट, दोनों ही मिलती है। कुछ जीवन बीमायों में आपको अनेक लाभ मिलता hai। लेकिन दूसरी तरफ, टर्म बीमा खरीदने आपको प्रीमियम सस्ती पड़ती है और भी विभिन्न लाभ मिलता।
प्रश्न: मुझे किस अवधि वाला बीमा चुनना चाहिए?
उत्तर: अगर आप ऑनलाइन बीमा पॉलिसी खरीदना चाहते है तो ऐसी पॉलिसी को चुने जो आपको रिटायरमेंट तक या उसके बाद तक का कवरेज प्रदान करता हो। लेकिन, यह ध्यान रखे की आपका पॉलिसी आपके लिए बोझ न हो।
प्रश्न: क्या टर्म इंश्योरेंस में सीमित वेतन विकल्प का कोई फायदा है?
उत्तर: सीमित वेतन विकल्प का प्रमुख लाभ यह है कि आप लंबी पॉलिसी अवधि के लिए टर्म इंश्योरेंस प्रीमियम का भुगतान करने से मुक्त होते हैं। यदि आपकी पॉलिसी प्रीमियम सेवानिवृत्ति के बाद भी जारी रहती है, तो बीमा प्रीमियम संभवतः आप पर बोझ हो जाएगा। सीमित वेतन विकल्प वाली टर्म पॉलिसी योजना के समाप्त हो जाने की संभावना को कम करती है।
प्रश्न: टर्म इंश्योरेंस और लाइफ इंश्योरेंस में से कौनसा बेहतर होता है?
उत्तर: लाइफ इंश्योरेंस ज़्यादा अच्छा है क्योंकि यह आपको चिरकाल कवर करती है और मृत्यु लाभ बीमाधारक के मृत्यु के बाद लाभार्थी को प्रदान करती है। अगर बीमाधारक अवधि के अंत के बाद भी जीवित रहता है तो उसे सर्वाइवल बेनिफिट भी दिया जाता है। लेकिन जीवन बीमा का प्रीमियम टर्म बीमा के मुकाबले ज़्यादा होता है।
प्रश्न: टर्म इंश्योरेंस में सॉल्वेंसी रेशियो क्या है?
उत्तर: सॉल्वेंसी रेश्यो एक बीमा कंपनी के आर्थिक शक्ति को दर्शाता है। प्राइवेट कंपनियां जैसे सहारा लाइफ, डीएचएफएल, प्रामेरिका, बजाज एलियांज लाइफ, कनारा, एचएसबीसी, ओबीसी, आदि का सॉल्वेंसी अनुपात अधिक होता है। दूसरी तरफ, एलआईसी और फ्यूचर जेनेरली का सॉल्वेंसी अनुपात सबसे कम है (डेटा को economictimes.com 2017 से लिया गया है)।
प्रश्न: क्या टर्म इंश्योरेंस प्रीमियम निर्दिष्ट होता है?
उत्तर: टर्म इंश्योरेंस प्रीमियम विभिन्न कारकों पर निर्भर करता है जैसे आयु, आय, कवरेज और इन कारकों पर आधार करके प्रीमियम की राशि निश्चित की जाती है। इसलिए, टर्म बीमा का कोई निर्दिष्ट राशि नहीं होता है।
प्रश्न: कैंसर से मृत्यु होने पर क्या जीवन बीमा से लाभ मिलता है?
उत्तर: यह संपूर्ण रूप से बीमाकर्ता के ऊपर निर्भर करता है। अगर पॉलिसी कैंसर जैसी बीमारी को कवर करता है तो टर्म पॉलिसी का लाभ मिलेगा। अगर आपके पास पहले से बीमा हो तो आप उसके साथ गंभीर बीमारी राइडर को जोड़ सकते है और इससे आपको कैंसर से होने वाली मृत्यु पर भी लाभ मिलेगा।
प्रश्न: आकस्मिक दुर्घटना कवर क्या है?
उत्तर: आकस्मिक दुर्घटना कवर वह कवरेज है जिसमें बीमाधारक की दुर्घटना के वजह से मृत्यु हो तो उसके चुने गए लाभार्थी को मृत्यु लाभ मिलता है। बीमाधारक के परिवार को उनके निधन या विकलांगता हो जाने पर एकमुश्त राशि प्रदान की जाती है।
प्रश्न: क्या लाइफ इंश्योरेंस कंपनी मेडिकल रिकार्ड्स को देखती है?
उत्तर: हाँ। कंपनी से बीमा खरीदते समय ही आपका मेडिकल रिकार्ड्स प्रस्तुत करना आवश्यक है।
प्रश्न: कौन-कौन से बीमारी लाइफ इंश्योरेंस को प्रभाव करता है?
उत्तर: निचे कुछ ऐसी बिमारियों का नाम दिया गया है जो लाइफ इंश्योरेंस को प्रभावित करता है: 1. उच्च कोलेस्ट्रॉल, 2. उच्च रक्त चाप, 3. दिल से संबंधित बीमारियाँ, 4. मोटापा, 5. मधुमेह, 6. कैंसर।
खबर
क्या आप टर्म इंश्योरेंस खरीदना चाहते है? अभी ख़रीदे वर्ण 40% ज़्यादा भुगतान करें।
अगर आप टर्म इंश्योरेंस प्लान खरीदना चाहते है तो जल्दी कीजिये। कुछ ही समय पहले, अप्रैल 2020 में टर्म इंश्योरेंस पॉलिसियों की कीमत में बढ़ोतरी देखी गई है। सूत्रों के अनुसार, यह कीमत कुछ ही दिनों कई गुना और बढ़ जाने की आशंका है।
सुद्ध सुरक्षा योजना जो जनप्रिय बीमा कंपनियां जैसे आईसीआईसीआई प्रूडेंट लाइफ, एचडीएफसी लाइफ, टाटा एआईए और मैक्स लाइफ, प्रदान करती है, उनमे भी कीमत की बढ़ोतरी नज़र में आयी है जो की अप्रैल 2020 में, 20 से 35% के दर का हुआ था। वह कंपनियां जो अपनी प्रीमियम की राशि को कुछ प्रतिशत बढ़ा चुके है वह और भी भविष्य में और भी बढ़ा सकते है। उपरांत, जो बीमाकर्ता अभी भी यह बढ़ोतरी नहीं किये है, वह भी जल्द ही प्रीमियम राशि का दर बढ़ा सकते है।
बीमाकर्ता द्वारा प्रदान किये गए प्रीमियम दर का गणना करने के समय यह पकड़ा जाता है की अगर टर्म बीमा 10,000 जीवनों को कवर प्रति वर्ष कर रही हो तो उसमें से बस 3 लोगों मौत ही हो सकता है। हालाँकि यह अपेक्षित मृत्यु की संख्या 3 मानी गई है लेकिन असल में 4 से 4.5 मौतें होता हुआ देखा गया है। उपरांत, दावा करने की राशि इस प्लान के अंतर्गत बहुत ज़्यादा होता है जिसका औसत 1 करोड़ रुपये है। भारत में यह औसत अपेक्षित औसत से कई गुना ज़्यादा होता पाया गया है जिससे मृत्यु दर में नकारात्मक अनुभव होता है। इस औसत से मुकाबला करने के लिए बीमाकर्ता प्रीमियम का दर 40% तक बढ़ा सकता है।
भारत में टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी को COVID-19 कैसे प्रभावित किया है?
अन्य उद्योगों के समान, COVID-19 के प्रकोप ने बीमा उद्योग को बुरी तरह प्रभावित किया है। इसमें हर एक तरह के बीमा जैसे स्वस्थ्य, जनरल, और लाइफ बीमा भी शामिल है। आर्थिक बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, यह अतिमारी और भी बुरी तरह से इन उद्योगों पर प्रभाव कर सकता है।
जितनी दूर जीवन बीमा योजना की बात है, इसमें सामान्य रूप से बीमा उत्पाद जैसे शुद्ध शब्द बीमा पॉलिसी, बचत नीतियां और निवेश से जुड़ी नीतियां शामिल हैं। पिडब्ल्यूसी के रिपोर्ट के अनुसार, यह प्रकोप हर एक बीमा योजना पर अलग-अलग कारण के लिए बुरी तरह से प्रभावित करेगा।
COVID-19 के प्रकोप के कारण टर्म पॉलिसी कवरेज के तात्कालिकता को बढ़ाने की प्रवृत्ति नज़र में आयी है। इसकी वजह, इन उद्योगों के द्वारा दिए जाने वाले बीमा की मांग में भी वृद्धि आयी है। हालांकि, लोगों की नकदी की स्थिति अस्थिर होने के लिए वे अधिक कवरेज लेने में अनिच्छुक हो सकते हैं। उपरांत, अधिक कवरेज लेने के लिए व्यक्तियों को मेडिकल टेस्ट करना पड़ता है जो की इस परिस्थिति में लोग नहीं करना चाहते है। इस प्रकार, बिक्री गतिविधि में एक अस्थायी गिरावट का अनुमान किया जा रहा है।
एगॉन लाइफ COVID-19 कवर के साथ एक-वार्षिक टर्म इंश्योरेंस का शुरू करने जा रही है।
जनप्रिय एगॉन लाइफ कंपनी ने हाल ही में एक टर्म इंश्योरेंस प्लान को शुरू करने की घोषणा की है जिसमें कोरोनावायरस (COVID-19) के ऊपर भी कवरेज दिया जायगा अगर बीमाधारक 24 घंटे के लिए अस्पताल में भर्ती रहे तो। बीमाधारक को COVID-19 के प्रारंभिक निदान पर 1 लाख रुपये का कवरेज दिया जाएगा। यह योजना आप आराम से फ्लिपकार्ट की ऐप्प का उपयोग करके खरीद सकते है। यह टर्म इंश्योरेंस एक साल की अवधि का होगा। जिसका मतलब यह है की टर्म पॉलिसी का वैधता सिर्फ एक साल का होगा। लेकिन बीमा के अंत में कोई सर्वाइवल या मच्योरिटी बेनिफिट दी नहीं जाएगी क्योंकि यह एक टर्म इंश्योरेंस प्लान है। 18 से 50 वर्ष के आयु के बीच आने वाले कोई व्यक्ति इस प्लान को खरीद सकता है। वरिष्ठ नागरिक यह प्लान नहीं खरीद सकते है। इस प्लान का लक्ष्य यह है की ज़रुरत के समय बीमाधारकों एक आर्थिक संकट से मुक्ति मिले। यह टर्म प्लान का प्रीमियम सस्ती भी होती है। अगर बीमाधारक की मृत्यु इस अवधि के दौरान हो जाए उनके परिवार को मृत्यु लाभ दिया जाएगा। आप एगॉन लाइफ के वेबसाइट पर जाकर इसके नियमों और शर्तों को अभी जान लीजिए।
आने वाले 3 से 6 महीनों में टर्म इंश्योरेंस प्लान बढ़ सकती है।
अनुमान किया जा रहा है की आने वाले महीनों टर्म इंश्योरेंस प्लान की कीमत में 20 से 40% की बढ़ोतरी आएगी।
वित्तीय विशेषज्ञों के अनुसार, यह बढ़ोतरी अगले 6 महीनों में देखी जा सकती है। अप्रैल माह में कुछ लोकप्रिय कंपनियां अपने बीमा योजना की प्रीमियम की कीमत को 20 प्रतिशत तक बढ़ाई है। बढ़ती हुई दावों के बोझ से जूझने के लिए बीमा कंपनियां अपने प्रीमियम दर में बढ़ोतरी की है। हालाँकि, कुछ कंपनियां अभी तक यह कदम नहीं उठाया है।