राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस) एक राज्य द्वारा प्रायोजित पेंशन योजना है जो विशेष रूप से सरकारी कर्मचारियों के लिए एक सुरक्षित और व्यवस्थित रिटायरमेंट योजना प्रदान करती है। एनपीएस का उद्देश्य लंबी अवधि में आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करना है ताकि रिटायरमेंट के बाद भी कर्मचारियों का जीवन स्तर बना रहे। एनपीएस कैलकुलेटर एक अत्यंत उपयोगी उपकरण है जो कर्मचारियों को उनके निवेश, ब्याज दरों, योगदान और समय अवधि के आधार पर संभावित पेंशन राशि का पूर्वानुमान लगाने में मदद करता है। इस लेख में हम सरकारी कर्मचारियों के लिए एनपीएस कैलकुलेटर की पूरी जानकारी, इसके उपयोग, लाभ, गणना विधि और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
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एनपीएस (राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली) भारत सरकार द्वारा 2004 में शुरू की गई एक पेंशन योजना है जिसका उद्देश्य नागरिकों को रिटायरमेंट के बाद नियमित आय सुनिश्चित करना है। यह एक योगदान आधारित योजना है जिसमें कर्मचारी और नियोक्ता दोनों निर्धारित समयावधि तक नियमित योगदान करते हैं।
एनपीएस दो प्रकार की स्कीमों में बंटी है:
टियर 1 खाता: यह मुख्य पेंशन खाता है जिसमें निवेश को लॉक-इन अवधि होती है और इससे निकासी पर प्रतिबंध होते हैं।
टियर 2 खाता: यह वैकल्पिक खाता है, जहां निवेशकर्ता जब चाहें पैसे निकाल सकते हैं।
सरकारी कर्मचारी मुख्य रूप से टियर 1 खाते में निवेश करते हैं ताकि उन्हें पेंशन लाभ मिल सके।
राष्ट्रीय पेंशन योजना भारत के सभी नागरिकों विशेषकर केंद्र सरकार के कर्मचारियों को आकर्षक रिटर्न प्रदान करती है। केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए एनपीएस में कुछ मुख्य बातें इस प्रकार हैं:
टियर-I के तहत अपने कर्मचारियों के लिए सरकार द्वारा दिया गया योगदान 10% से बढ़कर 14% हो गया है।
केंद्र सरकार अपने कर्मचारियों को निवेश पैटर्न चुनने की स्वतंत्रता प्रदान करती है|
एकमुश्त निकासी के लिए कर छूट को बढ़ाकर 60% कर दिया गया है।
एनपीएस कैलकुलेटर क्या है?
एनपीएस कैलकुलेटर एक डिजिटल टूल है जो कर्मचारियों को उनके नियमित मासिक या वार्षिक योगदान, निवेश अवधि, अनुमानित रिटर्न दर और अन्य कारकों के आधार पर संभावित रिटायरमेंट राशि का पूर्वानुमान लगाने में मदद करता है। यह कैलकुलेटर निम्नलिखित जानकारी के आधार पर काम करता है:
मासिक या वार्षिक योगदान राशि
निवेश की अवधि (जैसे 20, 25 या 30 वर्ष)
अनुमानित वार्षिक रिटर्न दर
निकासी के विकल्प और पेंशन प्रारूप
एनपीएस कैलकुलेटर का उपयोग करके सरकारी कर्मचारी अपनी पेंशन योजना को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं और अपने रिटायरमेंट वित्तीय लक्ष्यों को निर्धारित कर सकते हैं।
एनपीएस कैलकुलेटर के प्रमुख घटक
योगदान राशि
मासिक या वार्षिक आधार पर जमा की जाने वाली राशि।
सरकारी कर्मचारी आमतौर पर अपनी मूल वेतन के आधार पर योगदान करते हैं।
निवेश अवधि
वह अवधि जिसके लिए निवेश किया जाता है, सामान्यतः 20-35 वर्ष तक।
जितनी लंबी अवधि होगी, उतनी अधिक पेंशन राशि हो सकेगी।
वापसी दर
एनपीएस में निवेश विभिन्न परिसंपत्ति वर्गों में किया जाता है, जैसे इक्विटी, ऋण, और सरकारी बॉन्ड्स।
औसतन एनपीएस पर 8-10% वार्षिक रिटर्न अनुमानित माना जाता है।
पेंशन प्रारूप
रिटायरमेंट पर पेंशन लेने के विकल्प जैसे अनिश्चितकालीन मासिक पेंशन या वार्षिक भुगतान।
निकासी नियम
एनपीएस में लॉक-इन अवधि के बाद निकासी के नियम।
रिटायरमेंट के समय कुछ राशि निकाली जा सकती है और बाकी पेंशन के रूप में ली जाती है।
सरकारी कर्मचारी मासिक या वार्षिक रूप से एनपीएस में योगदान करते हैं, जिसमें सरकार भी योगदान करती है।
कैलकुलेटर निवेश की अवधि, योगदान राशि, रिटर्न दर (आमतौर पर 8-10%) और निकासी विकल्पों को ध्यान में रखता है।
यह कैलकुलेटर कंपाउंडिंग प्रभाव को ध्यान में रखते हुए रिटायरमेंट के समय मिलने वाली कुल राशि और मासिक पेंशन का अनुमान लगाता है।
कैलकुलेटर के परिणाम अनुमानित होते हैं, वास्तविक रिटर्न बाजार की स्थिति पर निर्भर करते हैं।
इसे उपयोग करने से कर्मचारी अपनी पेंशन योजना के लिए बेहतर वित्तीय योजना बना सकते हैं।
एनपीएस में निवेश पर कर लाभ भी मिलता है, जो योजना को और लाभकारी बनाता है।
उदाहरण
मान लीजिए, एक सरकारी कर्मचारी मासिक ₹5,000 एनपीएस में 30 वर्षों तक निवेश करता है।
अनुमानित वार्षिक रिटर्न: 8%
निवेश अवधि: 30 वर्ष एनपीएस कैलकुलेटर के अनुसार, 30 वर्षों में कुल निवेश राशि लगभग ₹18 लाख और रिटायरमेंट पर कुल फंड लगभग ₹60 लाख तक पहुँच सकता है, जिससे उसे नियमित मासिक पेंशन मिल सकेगी।
एनपीएस खाते में निवेश करने की प्रक्रिया
राष्ट्रीय पेंशन योजना खाते के लिए अपने पंजीकरण को सक्रिय करने के लिए सरकारी कर्मचारियों द्वारा निम्नलिखित प्रक्रिया का पालन किया जाना चाहिए:
https://enps.nsdl.com/eNPS/NationalPensionSystem.html पेज पर जाएं
पंजीकरण प्रक्रिया के लिए दिशानिर्देशों का पालन करें
पंजीकरण के लिए उपयुक्त विकल्प चुनें
सभी आवश्यक विवरण दर्ज करें जैसे,
नाम
निवास प्रमाण पत्र
आधार कार्ड
पैन कार्ड
मोबाइल नंबर
आयु
ईमेल आईडी, आदि
अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर पर भेजे गए ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) को भरें
अपनी उपयुक्तता के अनुसार निवेश खाते के प्रकार का चयन करें
निवेश रणनीति का चयन करें चाहे ऑटो या सक्रिय विकल्प
नामांकित विवरण दर्ज करें
एक बार पंजीकरण प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद, अब आप एनपीएस खाते तक पहुंच सकते हैं
पंजीकरण प्रक्रिया पूरी होने के बाद PRAN (स्थायी रिटायरमेंट खाता संख्या) उत्पन्न होता है
एनपीएस कैलकुलेटर के लाभ
वित्तीय योजना में मदद: यह कैलकुलेटर रिटायरमेंट के लिए वित्तीय लक्ष्य निर्धारित करने में मदद करता है।
विभिन्न परिदृश्यों का परीक्षण: विभिन्न योगदान राशियों और निवेश अवधि के आधार पर संभावित रिटर्न का विश्लेषण कर सकते हैं।
लंबी अवधि के निवेश का लाभ समझना: कंपाउंडिंग प्रभाव से लाभ को स्पष्ट रूप से समझा जा सकता है।
बजट निर्धारण: कर्मचारियों को उनके मासिक बजट के अनुसार निवेश तय करने में मदद मिलती है।
रिटायरमेंट के बाद आर्थिक सुरक्षा: उचित योजना के माध्यम से बेहतर पेंशन की योजना बनाना संभव।
नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) के अंतर्गत टैक्स लाभ
आज की युवा पीढ़ी के लिए नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) सिर्फ रिटायरमेंट प्लान नहीं, बल्कि टैक्स बचत का भी एक भरोसेमंद जरिया बन चुकी है। आयकर अधिनियम की तीन विशिष्ट धाराओं — 80CCD(1), 80CCD(1B) और 80CCD(2) — के अंतर्गत NPS में निवेश करने से व्यक्ति को अलग-अलग स्तरों पर कर छूट मिलती है। आइए इसे मेघा के उदाहरण से समझते हैं।
धारा 80CCD(1):
लागू होने वाले करदाता:
वेतनभोगी (सैलरी वाले)
स्वरोज़गार करने वाले
छूट की सीमा: ₹1.5 लाख (80C की सीमा में समाहित)
वेतनभोगी:
मूल वेतन + महंगाई भत्ता (DA) का 10%
स्वरोज़गार:
कुल वार्षिक आय का 20%
उदाहरण :
मेघा की वार्षिक आय ₹17 लाख है।
उनका मूल वेतन और DA मिलाकर ₹13 लाख है।
उन्होंने NPS में ₹1.3 लाख का योगदान किया (वेतन का 10%)।
इस पर उन्हें धारा 80CCD(1) के तहत टैक्स छूट मिली।
यह छूट आयकर की धारा 80C की सीमा ₹1.5 लाख में ही समाहित होती है।
यदि मेघा ने ₹1.5 लाख पहले ही अन्य स्कीमों में निवेश कर लिया होता, तो यह छूट तभी मिलती जब उस सीमा में स्थान बचा होता।
धारा 80CCD(1B):
विशेष प्रावधान:
NPS में ₹50,000 तक अतिरिक्त टैक्स छूट।
यह 80C की सीमा से स्वतंत्र है।
उदाहरण:
मेघा ने ₹1.5 लाख की सीमा पहले ही पूरी कर ली थी:
₹90,000 PPF में
₹60,000 स्वास्थ्य बीमा में
रिटायरमेंट योजना को सुदृढ़ करने के लिए, उन्होंने NPS में ₹50,000 और जमा किए।
यह राशि उन्हें धारा 80CCD(1B) के तहत अतिरिक्त टैक्स छूट देती है।
कुल टैक्स छूट: ₹2 लाख
₹1.5 लाख 80C के तहत
₹50,000 80CCD(1B) के तहत
धारा 80CCD(2):
लागू होने वाले:
नियोक्ता द्वारा किए गए अंशदान पर टैक्स छूट।
पुरानी कर व्यवस्था:
मूल वेतन का 10%
नई कर व्यवस्था:
मूल वेतन का 14% तक
उदाहरण:
मेघा की कंपनी ने नई कर व्यवस्था अपनाई है।
उनके ₹13 लाख के मूल वेतन का 14% (₹1.82 लाख) हर साल उनके NPS खाते में जमा किया जाता है।
यह योगदान नियोक्ता द्वारा किया गया है, इसलिए यह पूरी तरह से टैक्स फ्री है।
मेघा की कर योग्य आय ₹1.82 लाख घट गई।
अगर पुरानी कर व्यवस्था लागू होती:
योगदान ₹1.3 लाख तक सीमित रहता।
मेघा को ₹52,000 की अतिरिक्त टैक्स छूट नहीं मिलती।
एनपीएस खाते के लिए योग्यता
इस सरकार समर्थित योजना के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया निम्नलिखित हैं:
एनपीएस खाता भारत में रहने वाले भारतीय नागरिक खोल सकते हैं।
एनपीएस खाता खोलने के लिए न्यूनतम ऐज क्राइटेरिया 18 वर्ष है।
एनपीएस खाता खोलने के लिए अधिकतम ऐज क्राइटेरिया 65 वर्ष है।
एनपीएस खाता खोलने के लिए व्यक्ति को केवाईसी अनुपालन करने की आवश्यकता है।
प्रति व्यक्ति केवल 1 NPS खाते की अनुमति है।
एनपीएस के तहत खाते के प्रकार
राष्ट्रीय पेंशन सरकार समर्थित योजना के तहत 2 प्रकार के खाते पेश किए जाते हैं:
टियर- I खाता
मुख्य रूप से पेंशन खाते के रूप में काम करता है
कुछ नियमों के तहत निकासी की जा सकती है
रु. टीयर-I खाता खोलने के लिए आवश्यक न्यूनतम राशि 500 है
टियर- II खाता
मुख्य रूप से स्वैच्छिक खाते के रूप में काम करता है
निकासी और निवेश तरलता प्रदान करते हैं
टीयर-I खाता खोलने के लिए आवश्यक न्यूनतम राशि रु. 250 है
टियर-II खाता खोलने के लिए टियर-I खाता अनिवार्य है
एनपीएस खाते के तहत पेश किए गए विकल्प
ऑटो विकल्प
योजना के तहत डिफ़ॉल्ट विकल्प की पेशकश
निवेशक की आयु और संपत्ति का आवंटन सीधे संबंधित हैं
अनुपात स्वतः चयनित है
सक्रिय विकल्प
संपत्ति आवंटन के बीच हैं
एक्विटी
कॉरपोरेट बॉन्ड
सरकारी प्रतिभूतियां
एक निवेशक खुद संपत्ति के आवंटन का फैसला कर सकता है
इक्विटी के तहत अधिकतम 75% आवंटित किया जा सकता है
निवेश और फंड मैनेजर के बीच स्विच करना निवेशक की पसंद है
टीयर- I निवेश के लिए, केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए 14% तक की कटौती और बाकी के लिए 10% की छूट पात्र हैं।
निष्कर्ष
एनपीएस कैलकुलेटर सरकारी कर्मचारियों के लिए रिटायरमेंट योजना को समझने और योजना बनाने का एक महत्वपूर्ण उपकरण है। यह कैलकुलेटर कर्मचारियों को उनके नियमित योगदान, निवेश अवधि और अनुमानित रिटर्न के आधार पर संभावित पेंशन राशि का पूर्वानुमान देने में मदद करता है। सही और समय पर योजना बनाने से रिटायरमेंट के बाद आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित होती है। सरकारी कर्मचारियों को चाहिए कि वे नियमित रूप से अपने एनपीएस खाते की समीक्षा करें और कैलकुलेटर के माध्यम से अपनी पेंशन योजना का मूल्यांकन करते रहें। इसके साथ ही, कर लाभ और निकासी नियमों को समझकर वे अपने निवेश को अधिक लाभकारी बना सकते हैं। अंततः एनपीएस कैलकुलेटर का उपयोग वित्तीय स्वतंत्रता और स्थिरता के लिए एक स्मार्ट कदम है।
एनपीएस कैलकुलेटर क्या है और इसका उपयोग क्यों करें?
एनपीएस कैलकुलेटर एक ऑनलाइन उपकरण है जो निवेश राशि, अवधि और अनुमानित रिटर्न के आधार पर रिटायरमेंट में मिलने वाली पेंशन राशि का अनुमान देता है। यह वित्तीय योजना बनाने में मदद करता है।
क्या मैं एनपीएस कैलकुलेटर के माध्यम से अपने फंड विकल्प बदल सकता हूँ?
कैलकुलेटर आपको विकल्प बदलकर संभावित रिटर्न दिखा सकता है लेकिन असल निवेश के लिए आपको NPS पोर्टल पर लॉगिन करना होगा।
क्या एनपीएस कैलकुलेटर से मेरी रिटायरमेंट योजना पूरी तरह से सुरक्षित हो जाएगी?
कैलकुलेटर केवल अनुमान देता है, पूरी सुरक्षा निवेश के सही चुनाव और समय पर समीक्षा पर निर्भर करती है।
क्या मैं एनपीएस कैलकुलेटर का उपयोग ऑनलाइन मुफ्त में कर सकता हूँ?
हाँ, भारत सरकार और कई वित्तीय वेबसाइट्स पर एनपीएस कैलकुलेटर मुफ्त उपलब्ध हैं।
क्या एनपीएस कैलकुलेटर में सरकारी योगदान भी शामिल होता है?
कुछ कैलकुलेटर केवल कर्मचारी योगदान दिखाते हैं, परन्तु अच्छे कैलकुलेटर में सरकार का योगदान भी शामिल होता है।
˜Top plans are based on annualized premium, for bookings made through https://www.policybazaar.com in FY 25. Policybazaar does not endorse, rate or recommend any particular insurer or insurance product offered by any insurer. This list of plans listed here comprise of insurance products offered by all the insurance partners of Policybazaar. For a complete list of insurers in India refer to the Insurance Regulatory and Development Authority of India website, www.irdai.gov.in *All savings are provided by the insurer as per the IRDAI approved insurance
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^The tax benefits under Section 80C allow a deduction of up to ₹1.5 lakhs from the taxable income per year and 10(10D) tax benefits are for investments made up to ₹2.5 Lakhs/ year for policies bought after 1 Feb 2021. Tax benefits and savings are subject to changes in tax laws.
+Returns Since Inception of LIC Growth Fund
¶Long-term capital gains (LTCG) tax (12.5%) is exempted on annual premiums up to 2.5 lacs. ++Source - Google Review Rating available on:- http://bit.ly/3J20bXZ
^^The information relating to mutual funds presented in this article is for educational purpose only and is not meant for sale. Investment is subject to market risks and the risk is borne by the investor. Please consult your financial advisor before planning your investments.