परिवार जीवन बीमा एक ऐसी योजना है जो आपके पूरे परिवार को एक प्रीमियम पॉलिसी और बीमा धन में कवर देती है। ऐसी स्वास्थ्य बीमा योजना एक बार में दो सदस्यों को अस्पताल में भर्ती होने पर या कोई बीमा निदान होने पर कवरेज देती है।
*All savings are provided by the insurer as per the IRDAI approved insurance plan. Standard T&C Apply
*Tax benefit is subject to changes in tax laws. Standard T&C Apply
हमें बताएं कि आप किसका इन्शुरन्स करवाना चाहेंगे?
आप स्वयं का, अपने बच्चों का, अपने जीवनसाथी का एक फ्लोटर बीमा धन पर कवरेज दे सकते हैं जिसका आपके परिवार वाले पूरा बीमा धन क्लेम कर सकते हैं। यह प्लान परिवार की ज़रूरतों के हिसाब से अनुकूलित किया जा सकता है।
अभी के काल में जहाँ महामारी चल रही है, आपके लिए आपके परिवार का स्वास्थ्य सबसे ज़र्रूरी होना चाहिए। बढ़ते मेडिकल खर्चों में अपने परिवार को सही इलाज दिलवाने का लिए स्वास्थ्य बीमा अत्यंत आवश्यक है। आज कल पुरानी फ्लोटर परिवार पॉलिसी में भी कोविड़-19 का कवरेज जोड़ा जा सकता है।
हालाँकि आप कोविड़-19 के लिए विशेष स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी जैसे कोरोना कवच पॉलिसी भी ले सकते हैं। इसमें कोविड़ से जुड़े सारे अस्पताल के इलाज, घरेलु इलाज और आयुष इलाज का खर्चा जुड़ा हुआ होता है। यह पीपीई किट,ग्लव्स, मास्क,ऑक्सीमीटर,वेंटीलेटर,फुट कवर आदि मेडिकल उपकरणों के खर्चे का भी भुगतान करता है।
अगर आप अपने परिवार के लिए उपयुक्त बीमा पॉलिसी खरीदना चाहते हैं तो आप पॉलिसी बाजार पर सबसे अच्छा परिवार स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी को देखकर उनकी तुलना कर सकते हैं।
उसका सबसे ज्यादा फायदा बड़े परिवारों को हैं जिसमें बच्चे और बूढ़े होते हैं। परिवार फ्लोटर बीमा योजना के साथ अन्य कई लाभ होते हैं जिसका बीमित परिवारजन लाभ उठा सकते हैं। आप सभी उम्र के परिवारजनों का एक ही योजना में कवरेज ले सकते हैं। नीचे इसके लाभ दिए गए हैं:
पूरे परिवार के लिए लिया गया स्वास्थ्य बीमा प्लान आपको अलग अलग बीमा प्लान के खर्च से बचाता है। साथ ही आपको हर परिवारजन के लिए अलग से प्रीमियम नहीं भरना पड़ता। अस्पताल में भर्ती करने पर बीमित व्यक्ति व्यक्तिगत स्वास्थ्य बीमा प्लान की तरह कैशलेस इलाज करवा सकता है। इस तरह आपके सभी परिवारजनों को बिना इलाज पर समझौता करे अच्छा मेडिकल ध्यान मिलेगा।
इन बीमा प्लान में आप नए सदस्य को आसानी से जोड़ सकते हैं। व्यक्तिगत कवर होने पर नए सदस्य के लिए आपको नयी पॉलिसी लेनी पड़ती है। अगर आप अपने माता पिता को अपने प्लान में जुड़वाँ रहे हैं तो ध्यान रखें कि बीमा धन ज्यादा हो। अगर सबसे बुज़ुर्ग सदस्य की मृत्यु भी हो जाती है या वो कवरेज के लिए योग्य नहीं रहते तो बाकी परिवार को स्वास्थ्य बीमा कवरेज के लाभ मिलते रहेंगे।
परिवार के लिए स्वास्थ्य बीमा करने पर आपको सबके लिए अलग अलग प्रीमियम नहीं देने पड़ेंगे। आप एक ही सस्ते प्लान में अपने जीवनसाथी, बच्चों और माता पिता को कवर करा सकते हैं। हालाँकि माता पिता के स्वास्थ्य को देखते हुए उनके लिए अलग प्लान लेने का सुझाव दिया जाता है।
इसका सबसे बड़ा लाभ यह है कि आप अपने जीवनसाथी और अपने माता पिता को एक ही प्लान में स्वास्थ्य सुरक्षित करवा सकते हैं। अतिरिक्त प्रीमियम देने पर आप अपने आश्रित माता पिता और अपने ससुराल वालों के लिए भी व्यकितगत स्वास्थ्य कवर ले सकते हैं।
आप अपने और अपने परिवार के लिए कोरोनावायरस स्वास्थ्य बीमा भी ले सकते हैं। आज कल सभी बीमा कम्पनियाँ मूल बीमा प्लान पर कोरोनावायरस इलाज का भी कवर देते हैं। बहुत सी बीमा कंपनियों ने कोरोना विशेष पॉलिसी भी निकली है जैसे - कोरोना कवच पॉलिसी और कोरोना रक्षक पॉलिसी। कोरोना कवच पॉलिसी परिवार फ्लोटर के आधार पर कवरेज देती है और इस वायरस के इलाज में लगे खर्च और दवाई, पीपीई किट, आईसीयू, डॉक्टर की फीस आदि का भी खर्च उठाती है।
कोरोना रक्षक पॉलिसी भी कोविड़ से व्यक्तिगत रूप से कवरेज देती है परन्तु न्यूनतम 7 घंटे अस्पताल में रहने पर। अगर आप सभी के लिए अलग-अलग पॉलिसी खरीदना चाहते हैं तो आप कोरोना रक्षक पॉलिसी भी ले सकते हैं। या फिर आप अपनी बीमा कंपनी से यह पूछ सकते हैं कि क्या आपके अभी के प्लान में कोरोना का कवर है।
बीमारी कवर, मैटरनिटी कवर आदि अनेक अतिरिक्त लाभ भी मिलते हैं। जैसे युवा जोड़ा मैटरनिटी कवर और नए बच्चे के लिए कवर भी ले सकते हैं। हालाँकि यह वेटिंग पीरियड क्लॉज़ के तहत मिलता है। आपसे अनुरोध है कि अगर आप अपने परिवार के लिए मैटरनिटी कवर के साथ सबसे अच्छी हेल्थ इन्शुरन्स लेना चाहते हों तो,अपने पॉलिसी के नियम और शर्त ध्यान से पढ़ लें।
स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी के अंतर्गत आप पॉलिसी द्वारा दिए गए अनेक लाभ और छूट का भी फायदा उठा सकते हैं। यह अपने परिवार के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने का सबसे आसान उपाय है।
इनकम टैक्स अधिनियम की धारा 80डी के अंतर्गत स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर टैक्स छूट मिलती है। अगर कोई अपने और अपने परिवार का स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम भर रहा है तो वह छूट लेने के लिए योग्य है।
अपने परिवार के लिए मेडिक्लेम पॉलिसी खरीदना आसान करने के लिए हमे सबसे बढ़िया कम्पनियों के स्वास्थ्य बीमा प्लान नीचे दिए हैं। आप बीमा धन, कवरेज, उम्र सीमा, अस्पताल भर्ती के पहले और बाद के हिसाब से अपने ज़रुरत अनुसार प्लान चुन सकते हैं।
बीमा कंपनी |
परिवार स्वास्थ्य प्लान |
बीम धन (रुपयोंमें) |
अस्पताल भर्ती से पहले और बाद |
पुरानी बीमा रियां
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एक्टिव हेल्थ प्लैटिनम |
1 लाख से 1 करोड़ |
1.अस्पताल भर्ती से पहले-60 दिन 2.अस्पताल भर्ती से बाद -90 दिन |
48 महीनों के वेटिंग पीरियड के बाद |
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फॅमिली फ्लोटर हेल्थ- गार्ड |
1.15-50 लाख |
1.अस्पताल भर्ती से पहले-60 दिन 2.अस्पताल भर्ती से बाद -90 दिन |
48 महीनों के वेटिंग पीरियड के बाद |
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भारत अक्सा हेल्थ इंश्योरेंस |
स्मार्ट सुपर स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी |
1.5 लाख- 1 करोड़ |
1.अस्पताल भर्ती से पहले-60 दिन 2.अस्पताल भर्ती से बाद -90 दिन |
48 महीनों के वेटिंग पीरियड के बाद |
केयर हेल्थ इंश्योरेंस (पहले रेलिगर स्वास्थ्य बीमा के नाम से) |
केयर हेल्थ केयर प्लान |
1-6 करोड़ |
1.अस्पताल भर्ती से पहले-60 दिन 2.अस्पताल भर्ती से बाद -90 दिन |
48 महीनों के वेटिंग पीरियड के बाद |
चोला एम एस हेल्थ इंश्योरेंस |
चोला एमएस परिवार हेल्थलाइन बीमा |
1-15 लाख |
1.अस्पताल भर्ती से पहले-60 दिन 2.अस्पताल भर्ती से बाद -90 दिन |
48 महीनों के वेटिंग पीरियड के बाद |
डिजिट हेल्थ इंश्योरेंस |
डिजिट स्वास्थ्य बीमा प्लान |
1-5 लाख |
- |
- |
एडलवाइस हेल्थ इंश्योरेंस |
फॅमिली फ्लोटर |
1.1 करोड़पर्यंत |
सिल्वर 0-60 दिन गोल्ड 60- 90 दिन प्लैटिनम 90-180 दिन |
- |
फ्यूचर जेनेरली हेल्थ इंश्योरेंस |
फ्यूचर हेल्थ सुरक्षा फॅमिली प्लान |
1.5-10 लाख |
1.अस्पताल भर्ती से पहले-60 दिन 2.अस्पताल भर्ती से बाद -90 दिन |
48 महीनों के वेटिंग पीरियड के बाद |
इफको टोक्यो हेल्थ इंश्योरेंस |
इफको टोकिए फॅमिली हेल्थ प्रोटेक्टर प्लान |
1.5-0 लाख |
1.अस्पताल भर्ती से पहले-45 दिन 2.अस्पताल भर्ती से बाद -60 दिन |
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कोटक महिंद्रा हेल्थ इंश्योरेंस |
फॅमिली हेल्थ बीमा कवर्ड |
1.-100 लाख |
48 महीनों के वेटिंग पीरियड के बाद |
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लिबर्टी हेल्थ इंश्योरेंस |
सिक्योर हेल्थ कनेक्ट |
1.सिक्योर बेसिक- 4,5 लाख 2. सिक्योर इलीट- 4,5,6,7.5,10 लाख 3. सिक्योर सुप्रीम - 4,5,6,7.5,10 लाख 4.सिक्योर कम्पलीट- 4,5,6,7.5,10,15 लाख |
- |
- |
हार्टबीट फ़मिलत फर्स्ट हेल्थ बीमा प्लान |
15 लाख 50 लाख 15-50 लाख |
1.अस्पताल भर्ती से पहले-60 दिन 2.अस्पताल भर्ती से बाद -90 दिन |
48 महीनों के वेटिंग पीरियड के बाद |
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मान पालसि ग्ना हेल्थ इंश्योरेंस |
फॅमिली फ्लोटर प्रोहेल्थ प्रोटेक्ट प्लान |
1.5-50 लाख |
1.अस्पताल भर्ती से पहले-60 दिन 2.अस्पताल भर्ती से बाद -90 दिन |
48 महीनों के वेटिंग पीरियड के बाद |
नेशनल हेल्थ इंश्योरेंस |
नेशनल बीमा मेडीक्लाइन पॉलिसी |
1.50,000-5 लाख |
1.अस्पताल भर्ती से पहले-0 दिन 2.अस्पताल भर्ती से बाद -60 दिन |
48 महीनों के वेटिंग पीरियड के बाद |
न्यूइंडिया अस्सुएन्स हेल्थ इंश्योरेंस |
फॅमिली फ्लोटर मेडिक्लेम पॉलिसी |
1-5 लाख |
1.अस्पताल भर्ती से पहले-60 दिन 2.अस्पताल भर्ती से बाद -90 दिन |
48 महीनों के वेटिंग पीरियड के बाद |
ओरिएण्टल बीमा कंपनी |
हैप्पी फॅमिली फ्लोटर पॉलिसी |
1.1-0 लाख |
1.अस्पताल भर्ती से पहले-60 दिन 2.अस्पताल भर्ती से बाद -90 दिन |
48 महीनों के वेटिंग पीरियड के बाद |
रहेजा क्यूबीई हेल्थ इंश्योरेंस |
हेल्थ क्यूबीई |
1. 1-50 लाख |
- |
- |
रॉयल सुंदराम हेल्थ इंश्योरेंस |
रॉयल सुंदरम लाइफलाइन हेल्थ बीमा |
1.क्लासिक- 4 लाख 2. सुप्रीम- 5,10,15,30,50 लाख 3. इलीट- 5,10,50,100,150 लाख |
1. क्लासिक- 0-60 दिन 2. सुप्रीम- 60-90 दिन 3. इलीट- 90-180 दिन |
4 महीनों के वेटिंग पीरियड के बाद |
रिलायन्स हेल्थ वाइज प्लान |
1.1-5 लाख |
1.अस्पताल भर्ती से पहले-60 दिन 2.अस्पताल भर्ती से बाद -90 दिन |
4 महीनों के वेटिंग पीरियड के बाद |
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स्टार फॅमिली हेल्थ ऑप्टिमा प्लान |
1.1-15 लाख |
1.अस्पताल भर्ती से पहले-60 दिन 2.अस्पताल भर्ती से बाद -90 दिन (खर्च का 7 प्रतिशत और अधिकतम 5000 रुपये) |
4 महीनों के वेटिंग पीरियड के बाद |
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एसबीआइ आरोग्य प्रीमियर प्लान |
1.10-0 लाख |
1.अस्पताल भर्ती से पहले-60 दिन 2.अस्पताल भर्ती से बाद -90 दिन |
48 महीनों के वेटिंग पीरियड के बाद |
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वेलसूरान्स फॅमिली पॉलिसी |
1.-4 लाख |
- |
48 महीनों के वेटिंग पीरियड के बाद |
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यूनाइटेड इंडिया हेल्थ इंश्योरेंस |
फॅमिली मेडिकेयर पॉलिसी |
1.1-10 लाख |
1.अस्पताल भर्ती से पहले-0 दिन 2.अस्पताल भर्ती से बाद .60 दिन (एसए का अधिकतम 10 प्रतिशत) |
4 महीनों के वेटिंग पीरियड के बाद |
यूनिवर्सल सोम्पो हेल्थ इंश्योरेंस |
कम्पलीट हेल्थ केयर इन्शुरन्स बेसिक, एसेंशियल, प्रिविलिज |
1.बेसिक- 1- लाख 2.एसेंशियल- -5 लाख 3.प्रिविलिज- 6-10 लाख |
1.अस्पताल भर्ती से पहले-0 दिन 2.अस्पताल भर्ती से बाद -60 दिन |
6 महीनों के वेटिंग पीरियड के बाद |
डिस्क्लेमर: “पॉलिसी बाजार किसी भी बीमा कंपनी, किसी भी प्लान का समर्थन,सिरफारिश और मूल्यांकन नहीं करता।“
नीचे कुछ ऐसी बातें दी गयी हैं जिन्हे आपको अपने परिवार के लिए हेल्थ इन्शुरन्स खरीदने से पहले ध्यान में रखना चाहिए। नीचे दिए गए बिंदुओं को ध्यान से पढ़ें ताकि आप अपने प्रियजनों की ज़रूरतों के हिसाब से सही स्वास्थ्य बीमा कवर खरीदें।
बहुत से प्लानों की तुलना करते समय सभी पॉलिसी के कवरेज की लिस्ट बनानी लाभूत ज़रूरी है। लगभग सभी प्लान डेकेयर खर्च, अस्पताल भर्ती खर्च, एम्बुलेंस खर्च आदि देते हैं।
अगर आप किसी बच्चे के लिए प्लान ले रहे हैं तो आपको ऐसा स्वास्थ्य बीमा प्लान लेना चाहिए जिसमें आप बच्चे को अपने लाभार्थी एक रूप में जोड़ पाएं और अपने फॅमिली फ्लोटर प्लान में जुड़ा ले।
पॉलिसी के तुलना करते समय अपनी पुरानी बीमारियों का, अपनी जीवनशैली का और अपवर्जीतों का पहले 0 दिन में ध्यान रखना चाहिए।
न ही महंगाई सामान रहती है और न ही इलाज का खर्च। इसलिए अधिकतर बीमा कंपनियां आने वाले सालों में बीमा धन को बढ़ाने'का विकल्प देती हैं। कभी कभी जब आप समय से पॉलिसी रेन्यु करवाते हैं और आपके पास नो क्लेम बोनस होता है तो कंपनी आपको बीमा धन बढाकर पुरस्कृत करती है।
आजकल अधिकतर कंपनियां अपने अस्पतालों में कैशलेस भर्ती का प्रावधान देती हैं। इससे अस्पताल में भर्ती होना आसान हो जाता है। हालाँकि यह जांच लेना ज़रूरी है कि उनकी लिस्ट में अच्छे अस्पताल हैं भी या नहीं।
बहुत से स्वास्थ्य बीमा कम्पनी केवल 60 से 65 वर्ष तक पॉलिसी रेन्यु करने का मौका देते हैं। आज कल कम्पनियाँ जीवन पर्यन्त रिन्युअल भी देती हैं। ध्यान रखें और और ऐसा फॅमिली फ्लोटर स्वास्थ्य प्लान का चिनाव करें जो आपके ज़रुरत में काम आये।
हालाँकि सभ कम्पनियाँ क्लेम रेगुलेटर के अनुसार क्लेम सेटलमेंट करने के काम करती हैं फिर भी कंपनी दर कंपनी प्रक्रया अलग अलग हो सकती हैं। अपने परिसर के लिए स्वास्थ्य बीमा खरीदने से पहले ध्यान रखें कि आप कंपनी के क्लेम सेटलमेंट प्रक्रिया को समझ लें। आज कल बहुत सी कंपनियाँ कैशलेस अस्तपताल भर्ती का प्रावधान देती हैं जिससे कोई दस्तावेज लेने और भरने का काम नहीं रहे।
स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी खरीते समय अपनी पॉलिसी की दस्तवेज़ों को पॉलिसी समझने के लिए ध्यान से पढ़ना चाहिए।
इस बात का भी ध्यान रखें कि पॉल्सी में मौजूद सारी शर्तें जैसे पुरानी बीमारी,कैशलेस अस्पताल भर्ती और वेटिंग पीरियड जैसे शब्दों को आप समझ लें और निर्णय कर लें कि आपको अस्पताल भर्ती का क्लेम लिएगा या नहीं।
नीचे दिए गए मेडिकल खर्चे भारत में स्वास्थ्य बीमा प्लान में समाहित नहीं होते हैं :
English
मराठी
தமிழ்
తెలుగు
परिवार स्वास्थ्य बीमा और व्यक्तिगत स्वास्थ्य बीमा में से कौनसा बेहतर है यह कहना दोनों की कवरेज और ज़रुरत की तुलना करे बिना कहना मुश्किल होगा .
परिवार के लिए कराय स्वास्थ्य बीमा पूरे परिवार को एक बीमा धन में सुरक्षित करता है और बीमा कंपनी को एक ही प्रीमियम देना होता है। आसान शब्दों में पूरे परिवार के लिए एक ही पॉलिसी होती है और प्रीमियम भी साल में एक ही बार भरना पड़ता है।
वहीं व्यक्तिगत प्लान में एक ही व्यक्ति सुरक्षित होता है और हर परिवारजन के लिए अलग प्लान लेना पड़ता है। क्योंकि विकल्प बहुत सारे होती हैं तो हर पॉलिसी का प्रीमियम भी अलग होता है।
अगर हम दोनों स्वास्थ्य बीमा प्लान के प्रीमियम की तुलना करें तो एक परिवार के स्वास्थ्य बीमा प्लान से कही ज्यादा अलग अलग व्यक्तिगत स्वास्थ्य बीमा प्लान का प्रीमियम होगा।
परिवार स्वास्थ्य बीमा एक तरह से समूह स्वास्थ्य बीमा है। इस प्लान में आप अपने बहुत से परिवारजनों को एक ही प्लान में एक ही बीमा धन में वार्षिक प्रीमियम में उन्हें जोड़ सकते हैं। अगर आपकी 4 या 6 जनों का परिवार है तो तो आप परिवार स्वास्थ्य बीमा ले सकते हैं और आपको योग्यता पूरी करने की ज़रुरत नहीं है।
अपने परिवार के लिए स्वास्थ्य बीमा लेने से पहल आपको बहुत सी बातें ध्यान में रखनी चाहिए। यह बातें नीचे दी जा रही हैं:
संक्षेप में, लगभग कोई भी परिवार अपने बजट के भीतर एक परिवार स्वास्थ्य बीमा योजना खरीदना चुन सकता है। इसके अलावा, प्रीमियम एक व्यक्तिगत स्वास्थ्य योजना के लिए देय संयुक्त प्रीमियम की तुलना में कम है।
* आईआरडीएआई द्वारा अनुमोदित बीमा योजना के अनुसार सभी बचत बीमाकर्ता द्वारा प्रदान की जाती हैं। मानक टी एंड सी लागू होते हैं।
अगर आपके पास पहले से ही स्वास्थ्य बीमा योजना है और आप अपने परिवार को उसमें जुड़वाना चाहते हैं तो आप अपनी बीमा कंपनी से बात करें। हालाँकि अगर आप बीमा में नए हैं और अपने परिवार को एक बीमा प्लान में कवर करना चाहते हैं तो बहुत सी बीमा कंपनियाँ यह काम करती हैं।
आप अपनी संतुष्टि के लिए ऑनलाइन भी अलग अलग परिवार स्वास्थ्य बीमा प्लान की तुलना कर अपने बजट के अनुसार प्लान ले सकते हैं। सबसे कम प्रीमियम का प्लान चुनना ज़रूरी नहीं है क्योंकि इससे कवरेज कम मिलेगा।
कम कवरेज का प्लान लेने से कोई फायदा नहीं है क्योंकि उससे आपको कम पैसे देकर अपने आप अपने इलाज का खर्चा नहीं उठाना चाहते। इसलिए अपना फैसला सोच समझके लें।
आप अपने परिवार स्वास्थ्य बीमा पर दो तरह से क्लेम कर सकते हैं एंड उसकी प्रक्रिया नीचे दी गयी है :
ऐसे तो मेडिक्लेम पॉलिसी की कोई कमी नहीं है पर वो खरीदना मुश्किल काम है। अपना समय और मेहनत बचाने के लिए आप पॉलिसी बाजार पर परिवार स्वास्थ्य बीमा की तुलना कर सकते हैं क्योंकि यहाँ पर सभी का कोट एक जगह पर उपलब्ध है। जब आप ऑनलाइन कोई प्लान खरीदते हैं तो यह पारदर्शी होता है,सही होता है और आसान होता है। साडी पॉलिसी की तुलना करके सोच समझकर फैसला लें।
उत्तर:परिवार स्वाथ्य बीमा एक ही पॉलिसी में पूरे परिवार को कवर करता है। इसका बीमा धन तय होता है और किसी एक परिवारजन के क्लेम और मेडिकल सुविधा एलेन के बाद यह बीमा धन समाप्त हो जाता है। फॅमिली फ्लोटर में पॉलिसी धारक, उसके माता पिता, जीवन साथी और बच्चे कवर हो सकते हैं।
उत्तर:फॅमिली फ्लोटर व्यक्तिगत प्लान से सस्ता होता है। साथ ही फ्लोटर प्लान में नए सदस्य जैसे नए बच्चे और जीवनसाथी को आसानी से जोड़ा जा सकता है।
उत्तर:इसका बीमा धन तय होता है और किसी एक परिवारजन के क्लेम और मेडिकल सुविधा एलेन के बाद यह बीमा धन समाप्त हो जाता है। अगर एक बार क्लेम लेने पर यह समाप्त हो जाता है तो दूसरा सदस्य पॉलिसी रेन्यु होने तक इसका लाभ नहीं ले सकता।
उत्तर:सभी बीमित सदस्यों का आयु प्रमाण, पहचान पत्र। पॉलिसी धारक का आय प्रमाण और प्रपोजल फॉर्म।किसी पॉलिसी के लिए मेडिकल टेस्ट भी अनिवार्य होता है।
उत्तर:आप अपनी पुरानी पॉलिसी को रेन्यु करवाते समय नए सदस्यों को जोड़ सकते हैं। हालाँकि नए बच्चे के अलावा किसी नए आश्रित को पॉलिसी के बीच नहीं जोड़ सकते हैं।
उत्तर:हाँ। हमारी यह राय है कि कॉर्पोरेट स्वास्थ्य पॉलिसी में कवर हैं तो भी आपको स्टैंडअलोन पॉलिसी लेनी चाहिए। आपका नियोक्ता आपके मेडिकल खर्चे को सिर्फ तब तक देखेंगे जब तक आप उस संस्था में काम कर रहे हैं। आपके काम छोड़ने पर, सेवानिवृत होने पर या फिर काम बदलने पर यह बिलकुल बेकार हो जायेगा। और अगर आपके परिवार में कोई मेडिकल आपातकाल हुआ तो आपके पास कोई पॉलिसी नहीं रहेगी।
साथ ही अगर आपकी कंपनी अचानक शर्तें बदल दे या बीमा कवरेज देना छोड़ दे तो आपको सारा खर्च उठाना पड़ेगा। उस समय पर आपके अलग पॉलिसी काम आएगी।
उत्तर:फॅमिली फ्लोटर योजना पूरे परिवार को एक ही प्लान में सोवेरगाए देता है। यहाँ पर कवर पूरे परिवार द्वारा बांटा जायेगा। अपने परिवार की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए फॅमिली फ्लोटर योजना सबसे अच्छी है। पूरे परिवार को सुरक्षित करने के लिए यह प्लान आपको अलग अलग पॉलिसी लेने से भी बचाता है और यह सस्ता भी होता है। हालाँकि फॅमिली फ्लोटर प्लान व्यक्ति, जीवनसाथी और बच्चों को कवर करता है पर कई बीमा कंपनी आश्रित माता पिता और ससुराल वालों को भी कवर करती है।
उत्तर:हाँ। अगर मोल धारक की मृत्यु हो जाती है या वो रिन्यूवल उम्र से बाहर निकल जाता है तो भी दूसरे व्यसक पॉलिसी को जारी रख सकते हैं और लाभ उठा सकते हैं। पॉलिसी में कोई भी जुड़ाव या घटाव सिर्फ रिन्युअल के समय होता है।
उत्तर:हाँ आप बेहतर इलाज और सुविधाओं के लिए अपना अस्पताल बदल सकते हैं पर उससे पहले आपको अपने टीपीए से पूछना होगा जो आपके केस का नियम और शर्तों के आधार पर विश्लेषण करेगा।
उत्तर:विशद लाभ देने वाली करि कम्पनियाँ हैं जैसे -मैक्स बूपा,केयर हेल्थ, मणिपाल सिग्ना जो ऑउटपाटिएंट इलाज, पूर्व निदान और प्लांड अस्पताल में भर्ती और यात्रा के दौरान बीमार पड़ने से कवरेज देते हैं। हम आपको यह सुझाते हैं कि आप ऐसा यात्रा बीमा प्लान लें जिसमें दुर्घटनाहित मृत्यु, डेंटल खर्च, ट्रिप निरस्त होने और रूकावट का कवर हो। यह अस्पताल का खर्च, आपातकाल खली करने का खर्च जैसे लाम्पे खर्चों को कवर करते हैं।
उत्तर:निम्न स्थितियों में अस्पताल भर्ती में कैशलेस इलाज अस्वीकार किया जाता है: टीपीए को भेजी गयी जानकारी अधूरी या गलत है। अगर प्लान में बीमारी कवर नहीं है। अगर टीपीए को पुअर प्राधिकरण का निवेदन समय पर नहीं मिला तो। इन सब स्थितयों में आप भुगतान करके बाद में अदायगी ले सकते हैं।
उत्तर:आप अपने टीपीए के हेल्पलिए नंबर पर फ़ोन कर सकते हैं अथवा बीमा कंपनी की ऑनलाइन वेबसाइट पर भी हाल जान सकते है।
उत्तर:हाँ। आप एक या अलग अलग बीमा कंपनियों से अलग अलग स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी ले सकते हैं परन्तु नयी पॉलिसी लेते समय या क्लेम करते समय पुरानी पॉलिसी के बारे में बताना होगा। आइये क्लेम लेने की अलग अलग प्रक्रिया को समझते हैं:
पहली परिस्थिति: अगर धारक के पास बहुत से पॉलिसी है उसका क्लेम बीमा धन से कम है तो वह अपने अनुसार किसी भी बीमा कंपनी से क्लेम ले सकता है। जैसे कुमार साहब के पास बीमा कंपनी अ के पास 4 लाख की पॉलिसी है और बीमा कंपनी ब के पास लाख की पॉलिसी है। क्लेम लाख का है। ऐसी स्थिति में धारक किसी भी बिमा कंपनी चुन सकता है और बीमा कंपनी नियम और शर्त के अनुसार क्लेम देने के लिए बाध्य होगी।
दूसरी परिस्थिति: अगर क्लेम एक पॉलिसी बीमा धन से ज्यादा है। ऐसे में धारक किसी भी बीमा कंपनी को चुन सकता है। हालाँकि अगर क्लेम सेटलमेंट पुरानी पॉलिसी के बारे में नहीं बताया तो उसको सिर्फ बीमा धन ही मिलेगा और अन्य खर्च उसे अपने आप देना होगा।
तीसरी पारिस्थिति: परिभाषित लाभ पॉलिसी: अगर धारक के पास परिभाषित लाभ हैं जैसे विकट बीमारी जहाँ क्लेम का इलाज खर्च से कोई जुड़ाव नहीं है और डे रकम तय है, तो धारक को सभी पॉलिसी से लाभ मिलेंगे। यहाँ पर यही मन्त्र है पुरानी पॉलिसी के अंतर्गत क्लेम करना जहाँ बहुत सी बिमारियों का वेटिंग पीरियड खत्म हो चूका है।