हेल्थ इन्शुरन्स

हेल्थ इन्शुरन्स एक प्रकार का बीमा योजना है जिसमें बीमाधारक को अपने आपात चिकित्सा में आर्थिक रूप से सहायता मिलती है। बीमाधारक के चुने गए हेल्थ इन्शुरन्स में सर्जिकल खर्च, देखभाल के ख़र्च और गंभीर बीमारी के ख़र्च जैसे आदि खर्चों में आर्थिक मदद प्रदान करती है।

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      हेल्थ इन्शुरन्स योजना क्या है?

      हेल्थ इन्शुरन्स योजना में बीमाधारक को उसकी पसंद के बीमा कंपनी से ख़रीदे गए बीमा कि अंतर्गत अपने आपात चिकित्सा के मामलों में आर्थिक मदद प्राप्त होती है। चिकित्सा के दौरान यह बीमा कंपनी बीमाधारक को कवरेज देती है। एक हेल्थ इन्शुरन्स योजना के तहत बीमाधारक को कैशलेस चिकित्सा या वापसी भुगतान का लाभ प्राप्त होता है।

      हेल्थ इन्शुरन्स योजनाओं का महत्त्व

      चिकित्सा करने या कराने की परिस्थिति बता के नहीं आती है। आजकल की जीवनशैली में घातक जोखिमें शामिल होने के कारण एक हेल्थ इन्शुरन्स योजना का रहना अत्यावश्यक हो गया है। उपरांत, भारत में बीमारियाँ भी अनेक कारकों के कारण ज़्यादा होती है। दिन-दिन बढ़ते हुए चिकित्सालय और मेडिकल सेवाओं की चाहत के कारण चिकित्सा कराने की ख़र्च में भी मुद्रास्फीति देखने को मिल रहा है; और यह दृश्य मुलतौर पर प्राइवेट अस्पताल में देखने को मिलता है। बिना किसी बीमा योजना के कोई आपात चिकित्सा के ज़रुरत पड़ने पर आपके जेब पर असर पड़ सकता है।

      अतःपर, एक हेल्थ इन्शुरन्स का रहना अत्यधिक महत्त्वपूर्ण होता है। यह बीमा योजना आपको एवं आपके परिवार जनों को अस्पताल के खर्चों या किसी गंभीर बीमारी / दुर्घटना के समय आर्थिक रूप से सुरक्षा प्रदान करती है।

      मेडिकल कवरेज के अलावा, हेल्थ इन्शुरन्स योजना में बीमाधारक को इनकम टैक्स एक्ट, 1961 के धारा 80D के तहत प्रीमियम के भुगतान पर टैक्स छूट भी मिलती है।

      पोलिसीबाज़ार आपको आपके आवश्यकता के अनुसार हेल्थ इन्शुरन्स योजना खरीदने के मामले में आपकी मदद कर सकता है। निम्नलिखित पंक्तियों में हम आपको सबसे अच्छे कंपनियों द्वारा दिया गया बेहतरीन योजनाओं की सूचि प्रस्तुत कर रहे है। आप इन योजनाओं की तुलना करके अपने लिए हेल्थ इन्शुरन्स योजना खरीद सकते है।

      और पढ़ें

      भारत का सर्वोत्तम हेल्थ इन्शुरन्स योजनाएं

      बीमा कंपनी

      हेल्थ इन्शुरन्स योजना

      सुनिश्चित राशि (रुपये में)

      दावा किया गया अनुपात

      नेटवर्क अस्पताल

      आदित्य बिड़ला हेल्थ इंश्योरेंस

      एक्टिव अश्योर डायमंड प्लान

      न्यूनतम: 2 लाख

      अधिकतम: 2 करोड़

      59%

      6000+

      बजाज एलियांज हेल्थ इंश्योरेंस

      हेल्थ गार्ड प्लान

      न्यूनतम: 1.5 लाख

      अधिकतम: 50 लाख

      85%

      6500+

      भारती एएक्सए हेल्थ इंश्योरेंस

      स्मार्ट हेल्थ अश्योर प्लान

      न्यूनतम: 3 लाख

      अधिकतम: 5 लाख

      89%

      4300+

      केयर हेल्थ इंश्योरेंस (पहले का नाम रेलिगर हेल्थ इंश्योरेंस)

      केयर हेल्थ केयर प्लान

      न्यूनतम: 4 लाख

      अधिकतम: 6 करोड़

      55%

      7400+

      चोला एम्एस हेल्थ इंश्योरेंस

      चोला हेल्थलाइन प्लान

      न्यूनतम: 2 लाख

      अधिकतम: 25 लाख

      35%

      6500+

      डिजिट हेल्थ इंश्योरेंस

      डिजिट हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

      न्यूनतम: 2 लाख

      अधिकतम: 25लाख

      11%

      5900+

      एडलवाइस हेल्थ इंश्योरेंस

      एडलवाइस हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

      न्यूनतम: 5 लाख

      अधिकतम: 1 करोड़

      115%

      2578+

      फ्यूचर जेनेरली हेल्थ इंश्योरेंस

      फ्यूचर जेनेरली क्रिटीकेयर प्लान

      न्यूनतम: 5 लाख

      अधिकतम: 50 लाख

      73%

      5000+

      आईएफएफसीओ टोक्यो हेल्थ इंश्योरेंस

      हेल्थ प्रोटेक्टर प्लस प्लान

      न्यूनतम: 2 लाख

      अधिकतम: 25 लाख

      102%

      5000+

      कोटक महिंद्रा हेल्थ इंश्योरेंस

      कोटक हेल्थ प्रीमियर प्लान

      -

      47%

      4800+

      लिबर्टी हेल्थ इंश्योरेंस

      हेल्थ कनेक्ट सुपरा टॉप-अप प्लान

      अधिकतम: 1 करोड़

      82%

      3000+

      नीवा बूपा हैल्थ इंश्योरेंस (पहले मैक्स बूपा हैल्थ इंश्योरेंस के नाम से जाना जाता था )

      कम्पैनियन इंडिविजुअल हेल्थ प्लान

      न्यूनतम: 3 लाख

      अधिकतम: 1 करोड़

      54%

      4115+

      मणिपालसिग्ना हेल्थ इंश्योरेंस

      प्रोहेल्थ प्लान

      न्यूनतम: 2.5 लाख

      अधिकतम: 1 करोड़

      62%

      6500+

      नेशनल हेल्थ इंश्योरेंस

      नेशनल परिवार मेडिक्लेम प्लस

      50 लाख तक

      107.64%

      6000+

      न्यू इंडिया अश्योरेंस हेल्थ इंश्योरेंस

      न्यू इंडिया अश्योरेंस सीनियर सिटीजन मेडी क्लेम पॉलिसी

      न्यूनतम: 1 लाख

      अधिकतम: 15 लाख

      103.74%

      3000+

      ओरिएण्टल हेल्थ इंश्योरेंस

      इंडिविजुअल मेडिक्लेम हेल्थ प्लान

      न्यूनतम: 1 लाख

      अधिकतम: 10 लाख

      108.80%

      4300+

      रहेजा क्यूबीइ हेल्थ इंश्योरेंस

      हेल्थ क्यूबीइ

      न्यूनतम: 1 लाख

      अधिकतम: 50 लाख

      33%

      2000+

      रॉयल सुंदरम हेल्थ इंश्योरेंस

      लाइफलाइन सुप्रीम प्लान

      न्यूनतम: 5 लाख

      अधिकतम: 50 लाख

      61%

      5000+

      रिलायंस हेल्थ इंश्योरेंस

      क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस

      न्यूनतम: 5 लाख

      अधिकतम: 10 लाख

      14%

      4000+

      स्टार हेल्थ इंश्योरेंस

      फैमिली हेल्थ ऑप्टिमा इंश्योरेंस प्लान

      न्यूनतम: 1 लाख

      अधिकतम: 25 लाख

      63%

      9800+

      एसबीआई हेल्थ इंश्योरेंस

      आरोग्य प्रीमियर पॉलिसी

      न्यूनतम: 10 लाख

      अधिकतम: 30 लाख

      52%

      6000+

      टाटा एआईजी हेल्थ इंश्योरेंस

      टाटा एआईजी मेडिकेयर प्लान

      न्यूनतम: 2 लाख

      अधिकतम: 10 लाख

      78%

      3000+

      यूनाइटेड इंडिया हेल्थ इंश्योरेंस

      यूनाइटेड इंडिया युएनआई क्रिटीकेयर हेल्थ प्लान

      न्यूनतम: 1 लाख

      अधिकतम: 10 लाख

      110.95%

      7000+

      यूनिवर्सल सोम्पो हेल्थ इंश्योरेंस

      इंडिविजुअल हेल्थ प्लान

      अधिकतम: 10 लाख

      92%

      5000+

      और प्लान्स देखें

      अस्वीकरण: *पॉलिसीबाजार किसी बीमाकर्ता द्वारा प्रस्तुत किसी विशेष बीमा उत्पाद का समर्थन, दर या अनुशंसा नहीं करता है।

      हेल्थ इंश्योरेंस कंपनीज
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      भारत में हेल्थ इन्शुरन्स योजना कि प्रकारें

      एक हेल्थ इन्शुरन्स योजना जो आपकी हर आवश्यकता को पूरा करने में समर्थ हो, ऐसी योजना खरीदने के लिए हमें तरह-तरह के बीमा योजना कि तुलना करना पड़ता है और यह तुलना काफ़ी अहम् भी है।

      निम्नलिखित पंक्तियों में हम कुछ ऐसे हेल्थ इन्शुरन्स कि प्रकारों के बारे में बताए है जो आपकी आवश्यकताओं को पूरा कर सकता है:

      व्यक्तिगत स्वास्थ्य बिमा योजना

      इस योजना में बीमाधारक को कैशलेस अस्पताल की खर्च, वापसी भुगतान, पूर्व और बाद में अस्पताल में भर्ती होने वाले खर्चों पर मुआवजा, अधिवास उपचार के लिए कवर, आदि का लाभ मिलता है। इंडिविजुअल हेल्थ प्लान ऐड-ऑन कवर और कम प्रीमियम के भुगतान पर मिल जाता है।

      परिवार हेल्थ इन्शुरन्स योजना

      इस योजना में बीमाधारक के पूरे परिवार को अकेला प्रीमियम के भुगतान पर ही कवरेज प्राप्त होता है। इस हेल्थ इन्शुरन्स के तहत, एक पूर्वनिर्दिष्ट सुनिश्चित राशि को समान-समान भागों में परिवार के सबके लिए निर्दिष्ट किया जाता है। इस राशि का दावा परिवार के कोई भी बीमा के अवधि के दौरान एक या एक से अधिक बार कर सकता है। परिवार आरोग्य बीमा में बीमाधारक के साथ-साथ परिवार के हर एक सदस्य को भी बीमारी के खिलाफ आर्थिक कवरेज प्राप्त होता है।

      वरिष्ठ नागरिक स्वास्थ्य बिमा योजना

      वरिष्ठ नागरिक आरोग्य बीमा योजना 60 वर्ष और उससे अधिक के लोगों को कवरेज प्रदान करता है। इस बीमा के अंतर्गत अस्पताल में भर्ती का खर्च, इन-पेशेंट खर्च, ओपीडी खर्च, डेकेयर प्रक्रियाएँ, पूर्व और बाद का अस्पताल के ख़र्च और धारा 80D के तहत कर कटौती लाभ मिलता है।

      गंभीर बिमारी स्वास्थ्य योजना

      यह योजना गंभीर बीमारी जैसे किडनी की बीमारी, पैरालिसिस, कैंसर, दिल का दोहरा, आदि में एकमुश्त राशि का भुगतान करता है। आमतौर पर यह प्लान को राइडर या एकल योजना के रूप में ख़रीदा जाता है। इसमें सुनिश्चित राशि कितना होगा, वह पहले से ही निर्दिष्ट कर दिया जाता है। इस प्लान में बीमाधारक को दावा करने से पहले बीमारी के निदान के पश्चात् एक निर्दिष्ट अवधि तक ज़िंदा रहना पड़ता है।

      प्रसूति हेल्थ इन्शुरन्स योजना

      प्रसूति आरोग्य बीमा योजना के अंतर्गत बीमाधारक को मातृत्व के सारे खर्चों जैसे बच्चे के जन्म के पहले और बाद का खर्च, बच्चे की डिलीवरी (नॉर्मल और सीजेरियन) , का कवरेज मिलता है। कुछ बीमाकर्तायें नवजात के टीकाओं का कवरेज भी प्रदान करता है। उसके साथ, यह योजना गर्भवती माँ को उसके पसंद के अस्पताल तक ले जाने का ख़र्चा भी प्रदान करता है।

      व्यक्तिगत अपघात कवर

      यह योजना एक राइडर है जो अपघात से होने वाली विकलांगता या मृत्यु का कवरेज प्रदान करता है। इस राइडर के अंतर्गत दुर्घटना के बाद अस्पताल में भर्ती करने की खर्चें और अचानक आय के बंद हो जाने पर दूसरे आर्थिक लाभें मिलता है।

      समूह आरोग्य बीमा योजना

      आजकल 80% से अधिक नियोक्ता अपने कर्मियों को हेल्थ इन्शुरन्स का कवरेज प्रदान कर रहे है। यह योजना कर्मी या उसके परिवार के किसी सदस्य के अस्पताल में भर्ती का ख़र्च उठाने में मदद करता है। आपके कंपनी द्वारा दिए जाने वाले मेडिक्लेम को चुनना आपके लिए उचित होगा क्योंकि इस योजनाओं में आपको किसी भी तरह का कोई अतिरिक्त प्रीमियम का भुगतान करना नहीं पड़ता है। इस समूह आरोग्य बीमा योजना का प्रीमियम नियोक्ता भुगतान करता है और कर्मी को उसका लाभ मिलता है।

      कोरोनावायरस आरोग्य बीमा योजना

      कोविद-19 के प्रकोप के बाद आईआरडीएआई ने कोरोनावायरस से होने वाली खर्चों से जूझने के लिए दो इंश्योरेंस योजनाओं की घोषणा किए है; जैसे कोरोना कवच हेल्थ प्लान और कोरोना रक्षक हेल्थ इंश्योरेंस प्लान। कोरोना कवच पूरे परिवार की सुरक्षा के लिए बनाया गया है और कोरोना रक्षक एक अकेले आदमी या औरत के लिए। दोनों पॉलिसी ही कोविद-19 से होने वाली खर्चें जैसे अस्पताल में भर्ती का खर्च, मास्क, दस्ताने, पीपीई किट, ऑक्सीमीटर, वेंटीलेटर, आदि को कवर करता है। अगर किसी व्यक्ति के पास पहले से ही कोई हेल्थ इन्शुरन्स योजना मौजूद हो तो भी वह यह पॉलिसी अपने और अपने परिवार के लिए खरीद सकता है।

      यूनिटलिंक्ड हेल्थ इन्शुरन्स योजना

      यूनिट लिंक्ड आरोग्य बीमा योजना (यूएलएचपी) एक प्रकार का हेल्थ इन्शुरन्स है जो हाल ही में तैयार किया गया है। यह प्लान निवेश और बीमा सुरक्षा का एक अद्भुत मेलजोल है। इसके अलावा, यूएलएचपी आपको एक कोष बनाने में भी मदद करता है जिससे आप ऐसे खर्चों को कवर कर सकते है जो आप हेल्थ इन्शुरन्स योजना में नहीं मिलता है।

      भारत में मिलने वाले यूएलएचपी आरोग्य बीमा योजना में आईसीआईसीआई प्रु का हेल्थ सेवर, एलआईसी का हेल्थ प्रोटेक्शन प्लस, बिड़ला सनलाइफ का सरल हेल्थ और इंडिया फर्स्ट का मनी बैक आरोग्य बीमा योजना सर्वोत्तम है।

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      आपको हेल्थ इन्शुरन्स योजना क्यों खरीदना चाहिए?

      हमारे देश में चिकित्सा का ख़र्च दिन-दिन बढ़ती ही जा रही है। भारत में, पिछले कुछ वर्षों से मेडिकल मुद्रास्फीति का हार 15% तक पहुँच गई है। अगर आप कोई हेल्थ इन्शुरन्स योजना खरीदते है तो आपको आपके गंभीर बीमारी या दुर्घटना में पाई गई चोटो की चिकित्सा के मामले में, मेडिकल बिल की, अस्पताल के खर्चे, आदि के बारे में और कोई परेशानी नहीं रहेगी।

      दुर्भाग्यवशत, भारत के कुल जनसँख्या का बस 20% ही हेल्थ इन्शुरन्स योजना का कवर खरीदते है। उपरांत, शहरी इलाको में सिर्फ़ 18% लोग और ग्रामीण इलाको 14% लोगों के पास ही ऐसी बीमा योजना का कवरेज मौजूद है। चलिए देखते है कि भारत में हेल्थ इन्शुरन्स योजना खरीदना क्यों महत्त्वपूर्ण है:

      • एक हेल्थ इन्शुरन्स पॉलिसी अस्पताल के खर्चों, दवाई के खर्चों, परिक्षण खर्चों, एम्बुलेंस, डॉक्टर की फीस, आदि का बोझ उठाता है। कुछ बीमा योजनाएँ ऐसे है जो OPD के खर्चों को भी एक निर्दिष्ट सिमा तक वहन करता है।
      • इसमें आपको किसी भी नेटवर्क अस्पताल में दिखा देना निकदहीन चिकित्सा करवाने का मौका मिलता है।
      • आजकल, इस कोरोना अतिमारी के बिच, हेल्थ इन्शुरन्स का महत्त्व और भी बढ़ गया है। पीपीई किट, मास्क, वेंटीलेटर, आईसीयू चार्ज, आदि का ख़र्च को कवर करने के लिए बीमा योजना ख़रीदे।
      • वह लोग जो एक नई परिवार का शुरुआत करने जा रहे है, वे अपने होनेवाले नवजात के लिए और उसके माँ के लिए बीमा ले सकते है।
      • आप कोरोना कवच और कोरोना रक्षक जैसे हेल्थ इन्शुरन्स योजना को खरीद सकते है।
      • कुछ गंभीर ऑपरेशन जैसे लिवर ट्रांसप्लांटेशन, ओपन-हार्ट सर्जरी और डे-केयर चिकित्सा जैसे मोतियाबिंद सर्जरी, वैरिकोज वेइन्स और इस प्रकार के चिकित्सा का ख़र्च उठाने के लिए बीमा योजना का इस्तेमाल कर सकते है।
      • एक हेल्थ इन्शुरन्स योजना रहने से आपको अपने और अपने परिवार के सदस्यों का चिंता बनी नहीं रहती है। बीमा पॉलिसी के रहते हुए आपके जेब को भी कतराने की कोई आवश्यकता नहीं पड़ती।
      • अगर आप ज़्यादा प्रीमियम का भुगतान करने में असमर्थ है और आपको कौन-सा बीमा योजना खरीदना चाहिए इस बारे में उलझन में है तो आपको आरोग्य संजीवनी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदनी चाहिए; इस बीमा में कोविद-19 का चिकित्सा भी कवर किया जाता है।

      * आईआरडीएआई द्वारा अनुमोदित बीमा योजना के अनुसार बीमाकर्ता द्वारा सभी बचत प्रदान की जाती हैं। मानक नियमें और शर्तें लागू।

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      हेल्थ इन्शुरन्स योजनाओं के प्रमुख लाभ

      व्यापक हेल्थ इन्शुरन्स योजनाएँ उन विशेषताओं के साथ आती हैं जिसके द्वारा आपात चिकित्सा स्थितियों से सम्बंधित खर्चों के प्रबंधन में एक व्यक्ति की सहायता कर सकती हैं और साथ ही निवारक स्वास्थ्य देखभाल चेक अप भी कर सकती हैं।

      निम्नलिखित पंक्तियों में हेल्थ इन्शुरन्स योजनाओं के प्रमुख लाभ प्रस्तुत किये गए है:

      नकदहीन आरोग्य सेवा

      हर मेडिकल बीमा कंपनी किसी न किसी नर्सिंग होम और अस्पताल के साथ जुड़े हुए है और इन अस्पतालों को "एम्पानेलड अस्पताल" कहते है। अगर आप इन अस्पतालों में चिकित्सा कराने जाते है तो आपको कोई ख़र्च नहीं उठाना पड़ेगा। आपको सिर्फ़ अपना पॉलिसी नंबर बताना है और बाकि काम बीमाकर्ता और अस्पताल के अधिकारी ही कर देंगे।

      ऐसे बीमा योजनाओं की चाहत अधिक होता है क्योंकि इसमें क्लेम का दावा और दस्तावेज़ों को जमा करने में कोई परेशानी नहीं होती है। लेकिन अगर आपका मेडिकल बिल पूर्वनिर्दिष्ट सब-लिमिट से ज़्यादा हो गया तो आपको बाकि पैसा सीधे अस्पताल में चूका देना होगा और एक ज़रूरी बात यह है कि कंपनी के द्वारा निर्देशित अस्पताल के अलावा दूसरे अस्पतालों में चिकित्सा कराने पर वह ख़र्चा बीमा कंपनी नहीं उठाएगा।

      अस्पताल में भर्ती के पूर्व और बाद के खर्चें

      इस विशेषता के मदद से आपके चयन किये गए बीमा कंपनी आपके अस्पताल में भर्ती होने के पहले और बाद के ख़र्च भी उठता है। अस्पताल में भर्ती के पहले और बाद के निर्दिष्ट अवधि तक का ख़र्च आपका बीमाकर्ता उठता है। बस बीमा योजना के अंतर्गत जो बिमारियों का नाम है सिर्फ़ उन्ही चिकित्साओं के ख़र्च बीमाकर्ता कवर करेगा।

      एम्बुलेंस का खर्च

      जब भी बीमाधारक अस्पताल में भर्ती होने के कगार तक पहुँचता है, उसके अस्पताल तक जाने के ट्रांसपोर्टेशन का ख़र्च भी बीमाकर्ता संभालता है।

      दावा न करने का बोनस

      एनसीबी (या नो क्लेम बोनस) एक तरह का बोनस है जो बीमाधारक को मिलता है अगर वह पिछले वर्ष में अपने पॉलिसी पर कोई दावा नहीं करता हो तो। यह बोनस उन्हें बीमा राशि में वृद्धि के रूप में या प्रीमियम लागत पर छूट के रूप में पेश किया जा सकता है। आप यह लाभ पॉलिसी नवीनीकरण पर प्राप्त कर सकते हैं।

      मेडिकल चेक-अप का सुविधा

      एक मेडिकल बीमा योजना बीमाधारक को नियमित मेडिकल चेक-अप सुविधा प्रदान करता है। कुछ बीमा कंपनी यह चेक-अप बिनमुल्य प्रदान करता है और दूसरे ऐड-ऑन लाभ के रूप में देता है।

      आपके हेल्थ इन्शुरन्स योजना में कमरे के किराए की सीमा

      एक हेल्थ इन्शुरन्स योजना के साथ विभिन्न सब-लिमिट जुड़ा हो सकता है; और इनमे से एक कमरे का किराया है। साधारण बीमा कंपनी आपको सुनिश्चित राशि पर अधिकतम कवरेज प्रदान करता है। हालाँकि, वे जानबूझकर अस्पताल के कमरे के किराए के कवरेज में उप-सीमा के खंड को पेश कर अपने दायित्व को कम कर सकते हैं।

      जब बीमाधारक को अस्पताल में भर्ती किया जाता है तो हर दिन के दर पर कमरे का किराया लिया जाता है। उदहारण में, अगर आपका योजना 3000 रुपये तक का कमरे का किराया कवर करता है और आपका किराया 5000 रुपये का आया है तो आपको बाकि 2000 रुपये आपके अपने जेब से ही देना पड़ेगा। उपरांत, कमरे का किराया कमरे के ऊपर निर्भर करता है, जैसे एकल कमरा या शेयर का कमरा। बाक़ी सब कुछ उसी हिसाब से होता है।

      अगर किसी चिकित्सा का कुल ख़र्चा 5, 00, 000 रुपये का होता है तो आपक निचे दिए गए टेबल को उदहारण के रूप में देख सकते है।

      पॉलिसी का सुनिश्चित राशि (रुपये में)

      5,00,000

      सब-लिमिट पर आधारित कमरे का किराया (रुपये में)

      3,000

      हर दिन का कमरे का किराया (रुपये में)

      5,000

      अस्पताल में कमरा में रहने कि अवधि (हर दिन)

      10

      वास्तविक अस्पताल का बिल (रुपये में)

      प्रतिपूर्ति राशि (रुपये में)

      जो आपको देना पड़ेगा (रुपये में)

      कमरे का शुल्क (रुपये में)

      50,000

      30,000

      20,000

      डॉक्टर का फीस (रुपये में)

      20,000

      12,000

      8,000

      मेडिकल टेस्ट का खर्च (रुपये में)

      20,000

      12,000

      8,000

      ऑपरेशन/सर्जरी का खर्च (रुपये में)

      2,00,000

      1,20,000

      80,000

      दवा का खर्च (रुपये में)

      15,000

      15,000

      0

      कुल खर्च (रुपये में)

      3,05,000

      1,89,000

      1,16,000

      इस स्थिति में आपके ऊपर कुल 5,00,000 रुपये में से सिर्फ 1,16,000 रुपये का खर्च ही देना पड़ेगा। इसलिए, आप आपके पॉलिसी पर सब-लिमिट चाहते है या नहीं यह विचार कर ही पॉलिसी ख़रीदे।

      सह-भुगतान

      चिकित्सा बीमा योजना एक सह-भुगतान विकल्प प्रदान करती है जो स्वैच्छिक कटौती को परिभाषित करता है, जिसे बीमाधारक को वहन करना पड़ता है। इसलिए एक चिकित्सा करवाने की स्थिति में, कुछ राशि बीमाकर्ता और बाक़ी बीमाधारक द्वारा भुगतान की जाती है। इस सुविधा के अनुसार, आप अपने हेल्थ इन्शुरन्स कि लागत को कम कर सकते हैं।

      सह-भुगतान एक स्वास्थ्य नीति के तहत लागत-साझाकरण है, जिसमें कहा गया है कि संगठन या व्यक्ति कुल स्वीकार्य लागत का एक निश्चित हिस्सा (प्रतिशत में) वहन करेगा। हालाँकि, सह-भुगतान विकल्प का बीमित राशि पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। यह आपको अपने प्रीमियम को कुछ हद तक कम करने की अनुमति देता है (बीमाकर्ता और बीमा पॉलिसी के नियमों के अधीन) ।

      बीमा योजना में कर पर लाभ

      इनकम टैक्स एक्ट, 1961 के धारा 80D के तहत बीमाधारक अपने हेल्थ इन्शुरन्स के अंतर्गत बीमाधारक को टैक्स पर छूट मिलती है। यह छूट आपको अपने बीमा प्रीमियम राशि के भुगतान पर मिलता है। यह छूट जो प्रीमियम पर मिलता है, वह बीमाधारक के आयु और अधिकतम छूट कि सीमा पर निर्भर करता है। अगर आपका आयु 60 वर्ष से काम हो तो आप 25, 000 रुपये तक की छूट पा सकते है। अगर 60 वर्ष से ज़्यादा हो तो-तो अधिकतम छूट 50, 000 रुपये तक की भी हो सकती है।

      अगर आप अपने माता-पिता या ख़ुद के लिए मेडिकल इंश्योरेंस का प्रीमियम भुगतान कर रहे है तो आप धारा 80D के तहत 55, 000 रुपये तक की छूट पा सकते है। शर्त यह है कि आपके माता-पिता सीनियर सिटीजन हो।

      *कर लाभ कर कानून के बदलाव पर आधारित है

      तृतीय-पक्ष व्यवस्थापक

      टीपीए संकल्पना आईआरडीए ने तैयार किया है जो बीमाकर्ता और बीमाधारक, दोनों को ही सहायता करती है। जबकि यह बीमाकर्ता को उनके प्रशासनिक लागत, नकली दावों और दावा अनुपात को कम करके लाभान्वित करता है, बीमाधारक भी, बेहतर और तेज बीमा सेवाओं का आनंद ले सकता है।

      टीपीए हेल्थ इन्शुरन्स क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण होता है। उनमें पूरी या कुछ हिस्से की दावा निपटान करने की क्षमता होती है। उनके पास प्रीमियम संग्रह, नामांकन, दावा निपटान और अन्य प्रशासनिक सेवाओं जैसी सेवाओं का प्रबंधन करने के लिए हेल्थ इन्शुरन्सकर्ताओं या स्वयं-बीमा कंपनियों के साथ जुड़ा होता है।

      अक्सर, अस्पताल और हेल्थ इन्शुरन्सकर्ता अपने बोझ को कम करने के लिए चिकित्सा बीमा से सम्बंधित जिम्मेदारियों को बाहर से प्राप्त करते हैं।

      पहले से रहने वाली बीमारी का कवर

      पॉलिसी शुरु होने के 2 से 4 साल के बाद, बहुत से बीमाकर्ता पहले से रहने वाली बिमारिओं जैसे मधुमेह, उच्च रक्तचाप, आदि का कवर भी प्रदान करने लगता है। यह कवरेज कुछ ही निर्दिष्ट बिमारिओं के लिए दिया जाता है जो बीमाधारक बीमा खरीदते समय जान सकता है।

      निवारक स्वास्थ्य देखभाल

      निश्चित रूप से ही किसीको अस्पताल में भर्ती होना पसंद नहीं है और घर में देखभाल करना भी बहुत ही कीमती होता है। इसीलिए, अब हमारे पास निवारक स्वास्थ्य का चेक-अप आपके लिए प्रस्तुत है जिससे आपको बीमा न पड़ना हो। निवारक देखभाल जैसे नियमित स्वास्थ्य चेक-अप, एक्स-रे के शुल्क में छूट, डॉक्टर से मिलने का शुल्क से छूट, आदि बीमा योजना में मिलता है। ऐसे योजनाएँ आपको बीमारी से बचा के रखता है। इसे बीमारी के बारे पहले से ही जानकारी प्राप्त करने के लिए बनाया गया है।

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      क्या आपका हेल्थ इन्शुरन्स योजना कोरोनावायरस (कोविद-19) की चिकित्सा को कवर करता है?

      हाँ, आपके ख़रीदे हुए बीमा योजना कोविद-19 की चिकित्सा के ख़र्च को कवर करता है। भारत आज विश्व के सबसे बुरी तरह से प्रभावित देशों में से एक है और लगातार यहाँ कोविद-19 का प्रकोप बढ़ता जा रहा है जिसके कारण सारे बीमाधारक एक उलझन में फंसे हुए है। उनके दिमाग़ में अभी बस एक प्रश्न है कि क्या उनका वर्त्तमान हेल्थ इन्शुरन्स योजना कोविद-19 को भी कवर करेगा?

      अतिमारी के इस संकट में सभी बीमा कंपनी कोरोनावायरस की चिकित्सा को कवर करेगा। क्योंकि यह एक नई बीमारी है और पूर्व से बीमाधारक इससे जूझ नहीं रहे थे, इसलिए आईआरडीए के निर्देश के मुताबिक बीमाकर्ता कवरेज के दावे को टाल नहीं सकता है। हालाँकि, यह पीपीई किट, मास्क, ऑक्सीमीटर, वेंटीलेटर, आदि जैसे वस्तुएँ के ख़र्च का कवर नहीं भी प्रदान कर सकता है। आप इस बारे में आपके बीमाकर्ता से अवश्य ही जानकारी प्राप्त करें।

      जिनके पास अभी भी कोई बीमा योजना मौजूद नहीं है या जो अपने बीमा योजना में कवरेज को और बढ़ाना चाहते है वे कोविद के लिए मूलरूप से बना हुआ पॉलिसी खरीद सकते है। बहुत सारी बीमा कंपनी कोरोनावायरस के लिए हेल्थ इन्शुरन्स योजना कि घोषणा हाल ही में कर दिए है जो इस बीमारी की चिकित्सा का ख़र्च वहन कर सकता है।

      आईआरडीएआई के निर्देशानुसार, दो अनोखी मानक हेल्थ इन्शुरन्स उत्पाद, जैसे कोरोना कवच पॉलिसी और कोरोना रक्षक पॉलिसी की घोषणा कर दी गई है और लोग इस बहतरी में खरीद भी रहे है। चलिए देखते है कि किस प्रकार यह दो कोविद बीमा उत्पाद साधारण हेल्थ इन्शुरन्स से अलग है।

      कोरोना कवच पॉलिसी

      यह एक क्षतिपूर्ति आधारित हेल्थ इन्शुरन्स उत्पाद है जिसमें कोरोनावायरस की वज़ह से अस्पताल में भर्ती (न्यूनतम 24 घंटे के लिए) , घरेलू उपचार और आयुष उपचार पर 5 लाख रुपये तक का ख़र्च को कवर करता है। इसमें मास्क, दस्ताने, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर, पीपीई किट की लागत को भी कम कर दिया गया है।

      उपरांत, कोरोना कवच के अंतर्गत उपलब्ध कराई जाने वाले लाभ सभी बीमा कंपनी में समान ही रहेंगे।

      पात्रता

      विनिर्देश

      प्रवेश करने का आयु

      18-65 वर्ष

      कवरेज का प्रकार

      एकल या परिवार के लिए

      सुनिश्चित राशि (रुपये में)

      50,000-500,000

      प्रीमियम पर छूट

      5% हेल्थ कर्मियों और डॉक्टरों के लिए

      कोरोना रक्षक पॉलिसी

      कोरोना रक्षक नीति एक लाभ आधारित उत्पाद है जो पॉलिसी अवधि के दौरान कोरोनावायरस के निदान पर अस्पताल में भर्ती (न्यूनतम 72 घंटे) के लिए एकमुश्त भुगतान प्रदान करता है। न्यूनतम पॉलिसी अवधि 3.5 महीने और अधिकतम 9.5 महीने की है।

      पात्रता

      विनिर्देश

      प्रवेश करने का आयु

      18-65 वर्ष

      कवरेज का प्रकार

      एकल

      सुनिश्चित राशि (रुपये में)

      50,000-2,50,000

      प्रीमियम पर छूट

      5% हेल्थ कर्मियों और डॉक्टरों के लिए

      कोरोनावायरस दावा भुगतान

      जबसे कोविड-19 को अतिमारी का दर्जा दे दिया गया है तबसे दावा निपटान के मामलों में उलझन देखने को आया है। इस योजना में भी बाक़ी साधारण प्लान की ही तरह दावा निपटान किया जाएगा। इस योजना में बीमाधारक दावा जमा करने के लिए अपना पासपोर्ट (अगर उनके पास हो तो) उपलब्ध करवाना पड़ेगा क्योंकि इस निपटान के दौरान बीमाकर्ता को बीमाधारक के अतीत में किए गए यात्राओं के बारे में जानकारी हासिल करने का नियम पालन करना पड़ता है।

      चलिए देखते है कि दावे किन-किन बातों के लिए ख़ारिज हो सकता है:

      • अगर बीमाधारक कोरोनावायरस से बीमार है और वह यह पॉलिसी बीमार होने के बाद खरीद रहे है तो उन्हें कवरेज प्राप्त नहीं होगी।
      • अगर कोरोनावायरस की बीमारी हेल्थ इन्शुरन्स योजना के प्रतीक्षा अवधि में पड़ रहा है तो उनके दावे को बीमाकर्ता ख़ारिज कर सकता है।
      • अगर बीमाधारक की कोरोनावायरस का निदान बीमा के प्रतीक्षा अवधि में हुआ है तो उन्हें कवरेज नहीं मिलेगा।

      अगर बीमाधारक को कोरोनावायरस संक्रमण अपने परिवार के किसी सदस्य से हुई हो जो हाल ही में किसी कोविद संक्रमित देश, जहाँ जाने में भारत सरकार की मनाही है, से वापस आए है तो उनका दावा निपटान नहीं किया जाएगा।

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      हेल्थ इन्शुरन्स समावेशन

      हेल्थ इन्शुरन्स योजना में दिए जाने वाले कवरेज बीमाकर्ता और योजना के प्रकार पर निर्भर करता है। एक आदर्श नीति अनुकूलन योग्य है और आपकी सारी आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम होती है।

      निम्नलिखित पंक्तियों में कुछ आम समावेशन प्रस्तुत किए गए है:

      • इन-पेशेंट अस्पताल में भर्ती का खर्च
      • अंग प्रत्यारोपण के मामले में दाता का खर्च
      • चोट लगने पर रात भर अस्पताल में भर्ती रहने का ख़र्च
      • पहले से मौजूद रहने वाली बीमारी
      • अस्पताल में भर्ती के पूर्व और बाद का खर्च
      • एम्बुलेंस शुल्क
      • मातृत्व या नवजात
      • स्वास्थ्य जांच
      • डेकेयर प्रक्रियाएँ
      • घर में उपचार या अधिवास उपचार
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      हेल्थ इन्शुरन्स से बहिष्कृत

      कवरेज हर एक बीमा कंपनी अपने नियमों और शर्तों के अनुसार प्रदान करता है लेकिन कुछ ऐसे परिस्थितियाँ है जहाँ कोई भी पॉलिसी आपको कवरेज नहीं देगी।

      निम्नलिखित पंक्तियों में कुछ आम बहिष्करण प्रस्तुत किए गए है:

      • दुर्घटना जैसी आपातकालीन चिकित्सा के शिव कोई भी कवरेज या अदायगी पॉलिसी के प्रतीक्षा अवधि, जो कि 30 दिनों का होता है, के दौरान नहीं दिया जाता है।
      • गंभीर बीमारी और पहले से मौजूद वाली बिमारियों का कवरेज का प्रतीक्षा कि अवधि 2 से 4 साल की होती है।
      • मातृत्व राइडर को नहीं जोड़ा जाने पर मातृत्व / नवजात शिशु के लिए किए गए खर्चों को पॉलिसी द्वारा उठाया नहीं जाता है।
      • युद्ध / आतंकवाद / परमाणु प्रक्रियाएं / आत्महत्या से आने वाली चोटों का ख़र्च कवर नहीं किया जाता है।
      • प्राणनाशक बीमारी, एड्स और दूसरे समान घातक बीमारियाँ।
      • कॉस्मेटिक / प्लास्टिक सर्जरी, हार्मोन प्रतिस्थापन, लिंग परिवर्तन, आदि।
      • दन्त या चक्षु सर्जरी।
      • गैर एलोपैथिक उपचार।
      • बिस्तर पर आराम, अस्पताल में भर्ती, पुनर्वास, सामान्य बीमारियाँ, आदि।
      • उपचार / निदान के परिक्षण, देखभाल के बाद की प्रक्रिया।
      • विदेश में चिकित्सा या अयोग्य चिकित्सा पेशेवर से उपचार।

      नोट: हर एक योजना कि जांच कर अपने लिए अधिकतम सुनिश्चित राशि को प्राप्त करेंहेल्थ इन्शुरन्स योजना खरीदने से पहले इन कारकों पर ध्यान दे

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      ठीक सिद्धांत लेने के लिए आपको कुछ कारकों को पर ग़ौर करना पड़ेगा जैसे:

      सटीक सिद्धांत लेने के लिए निचे दिए गए कारकों पर नज़र डाले:

      कैप और उप-सीमाएँ

      कैप और उप-सीमाएँ विभिन्न पॉलिसी के द्वारा कवर किए गए खर्चों पर निर्धारित सीमाएँ हैं। यदि किसी स्वास्थ्य नीति में सह-भुगतान, उप-सीमाएँ और अन्य कैप्स हैं, तो इसका मतलब यह होगा कि विभिन्न खर्चों के लिए एक नीति-घोषित कवरेज आपको मिलेगी। कभी-कभी यह कैप आपके प्रीमियम की राशि के भुगतान को कम करता है। हालाँकि, यह आगे जाकर आने वाली लाभों पर प्रभाव डालता है। अपने बीमा योजना का भरपूर लाभ उठाने के लिए उप-सीमा के बारे में अवश्य सोचे।

      दावा भुगतान विवरण

      बीमाकर्ता कि साख का आकलन करने के लिए यह एक महत्त्वपूर्ण मानदंड है। आपको हमेशा एक अच्छे क्लेम सेटलमेंट रिकॉर्ड वाली कंपनी के पास ही जाना चाहिए। इस प्रकार, आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपके चिकित्सा बीमा के दावे ग़लत तरीके से रोक न आए। हमेशा अपनी हेल्थ इन्शुरन्स योजनाओं को खरीदने से पहले कंपनी के दावे के निपटान अनुपात की जांच करें और भविष्य में अपने आप को अनावश्यक उत्पीड़न से बचाएँ।

      कवरेज का क्षेत्र

      सिर्फ हेल्थ इन्शुरन्स का प्रीमियम भुगतान की तुलना करके ही बीमा न ख़रीदे। सस्ता प्रीमियम का मतलब अच्छा बीमा हर समय नहीं होता है। इसके विपरीत, ऐसे प्लान आपके आवश्यकताओं को हर वक़्त ठीक से कवर भी नहीं करते है। योजना में क्या लाभे है इसकी जानकारी प्राप्त करें और इस पर आधार करके अपना प्लान चुने।

      नवीनीकरण

      पॉलिसी कितने वर्ष के लिए आपको सुरक्षा प्रदान कर रही है इसके बारे में जानना महत्त्वपूर्ण होता है। मेडिक्लेम पॉलिसी ज़्यादातर समय वार्षिक अनुबंध होते है। जब बीमा कि अवधि पूर्ण हो जाते है तब पॉलिसी को जारी रखने के लिए बीमाधारक को बीमा प्रीमियम का भुगतान करते रहना पड़ता है। इसी आवर्ती प्रक्रिया को नवीनीकरण कहते है। पॉलिसी को जारी रखना महत्त्वपूर्ण इसलिए होता है क्योंकि अगर भुगतान में कोई अंतर आ जाता है तो पूरी पॉलिसी के लाभों से ही हाथ धोना पड़ता है।

      निकदहीन अस्पताल नेटवर्क

      देख लीजिये की आपके आसपास की अस्पतालें क्या आपकी बीमा कंपनी के साथ जुड़ा हुआ है या नहीं। अगर हो तो आपको या आपके परिवार को दावा और अदायगी करने के लिए दस्तावेज़ लेकर घूमना नहीं पड़ेगा। बीमाकर्ता या तृतीय पक्ष आधिकारिक के पास विभिन्न अस्पताल का टाई-अप रहना चाहिए। बीमाधारक इस नेटवर्क के कोई भी अस्पताल में अपनी चिकित्सा करा सकता है और वह भी बिना किसी नकद के। हालाँकि, कैशलेस उपचार लिमिट या सब-लिमिट बीमा कंपनी के द्वारा पूर्व-निर्धारित सुनिश्चित राशि से बंधे होते है।

      प्रीमियम में बढ़ोतरी

      प्रीमियम में बढ़ोतरी का मतलब यह है कि जब बीमाकर्ता को लगता है कि बीमाधारक को दूसरे बीमाधारकों के मुकाबले बीमार होने की सम्भावना ज़्यादा है तो वह मानक प्रीमियम की दर को बढ़ा सकता है। इसलिए प्रीमियम में बढ़ोतरी के नियमों को बीमा खरीदते समय अवश्य ही पढ़े। यह आपको अतिरिक्त प्रीमियम भुगतान करने से बचाएगा।

      आंतरिक दावा निपटान अनुपात

      ऐसे बीमा कि खोज करें जिसमें आतंरिक दावा निपटान अनुपात का ज़िक्र हो। यह दावा निपटान प्रक्रिया में तेजी लाता है। ज़्यादातर बीमा कंपनियाँ के द्वारा दावा का निपटान और दस्तावेज़ों की जांच के लिए किसी तृतीय पक्ष उद्योग की मदद लेता है। हालाँकि, उनके काम में कोई खामी नहीं होती लेकिन यह इस निपटान के प्रक्रिया को धीमा कर देता है। आधिकारिक को निपटान करते समय कुछ नियमों का पालन करना पड़ता है जो पूरे प्रक्रिया कि तेज़ी को बहुत ही प्रभावित करता है।

      शामिल हुए सदस्य

      हर एक परिवार की आकर अलग होती है इसलिए अपने परिवार में कितने सदस्य है इसके ऊपर आधार करके बीमा योजना खरीदना अत्यावश्यक है। अगर आप 20 वर्ष के ऊपर की आयु के है और आपके माता-पिता के पास पहले से ही कोई हेल्थ इन्शुरन्स योजना है तो आप सिर्फ़ अपने लिए एकल योजना खरीद सकते है। दूसरी तरफ, अगर आप शादीशुदा है और आपके ऊपर बच्चे, माता-पिता, सास-ससुर, भाई-बहन, आदि निर्भर करते हो तो आपको परिवार हेल्थ इन्शुरन्स योजना लेनी चाहिए। प्रीमियम की कीमत, कितने सदस्यों को कवरेज मिलेगा, गंभीर बीमारी कवर, या अन्य लाभों को सुनिश्चित करने के लिए वैसा ही प्लान ख़रीदे।

      हेल्थ इन्शुरन्स पोर्टेबिलिटी

      ऐसा प्लान की चयन करें जो हेल्थ इन्शुरन्स पोर्टेबिलिटी की लाभ प्रदान करता हो। पहले, बीमाधारक को किसी एक ही कंपनी के साथ जुड़ा रहना पड़ता था लेकिन अब आपको एक कंपनी से दूसरी कंपनी में अपना बीमा प्लान को स्थानांतरण करने में कोई मना नहीं है। ऐसा करने पड़ आपको प्रतीक्षा अवधि और अब तक पाए जाने लाभों पर भी कुछ असर नहीं करता है। उपरांत, नियमित रूप से इंश्योरेंस के क्षेत्र में बदलाव आने के कारण नित्यदिन कुछ न कुछ नई और बेहतर लाभ को प्रस्तुत किया जा रहा है।

      हालाँकि, हेल्थ इन्शुरन्स पोर्टेबिलिटी बिनमुल्य ही आप प्राप्त कर सकते है लेकिन फिर भी कुछ कंपनियाँ इसके ऊपर एक शुल्क हासिल करते है। इसीलिए, इस बारे में सतर्क रहे ताकि आपको कोई शुल्क पर अनावश्यक ख़र्च न करना पड़े। यह कारक पर पॉलिसी खरीदते समय अवश्य ही नज़र डाले।

      लाभ बहाल

      लाभ बहाल की सुविधा के अंतर्गत यदि आप अपनी पॉलिसी अवधि के दौरान पहले ही समान या कई गुना लाभ अर्जित कर चुके हैं, तो आप अपनी मूल राशि को पुनर्निर्मित कर सकते हैं। यदि आप मौजूदा राशि सीमा समाप्त एक उपचार पर चर्च कर चुके हैं, तो अधिकतर यह लाभ उसी बीमारी पर प्राप्त नहीं किया जा सकता है।

      पुनर्स्थापना सहायता एक परिवार फ्लोटर स्वास्थ्य योजना के लिए मददगार साबित होती है, जहाँ यदि पूरी राशि का उपयोग केवल एक सदस्य के उपचार में किया जाता है, तो अन्य सदस्यों को भी कवरेज मिलने में कोई कठिनाई नहीं होती। ऐसे मामले में, परिवार के अन्य सदस्य बीमारी के लिए पॉलिसी कवरेज का लाभ उठा सकते हैं, इसके अलावा बीमाकर्ता द्वारा खर्चों की भरपाई पहले ही कर दी जाती है। अच्छी तरह से, अपनी हेल्थ इन्शुरन्स योजना को अंतिम रूप देते समय, आपको अन्य महत्त्वपूर्ण कारकों पर विचार करना चाहिए, जैसे कि प्रतीक्षा अवधि, उप-सीमा, दावा निपटान प्रक्रिया, आदि। आप सस्ती क़ीमत पर सुपर टॉप-अप योजना के साथ लाभ को बहाल कर सकते हैं। इसके अलावा, टॉप-अप हेल्थ इन्शुरन्स योजनाएँ अधिक व्यापक हैं क्योंकि वे कुछ न कुछ प्रतिबंधों के साथ आती हैं।

      टॉप-अप हेल्थ इन्शुरन्स योजना

      मेडिकल मुद्रास्फीति के साथ-साथ अपने बीमा का कवरेज बढ़ाना अच्छा होता है। लेकिन सभी यह सुविधा को प्रीमियम राशि कीमती होने के कारण प्राप्त नहीं कर पाते है। इसी समय टॉप-अप प्लान काम में आता है। एक टॉप अप हेल्थ प्लान डिडक्टिबल्स लागत को कम कर देता है जो कि दावे का एक हिस्सा होता है जिसे आप बीमाकर्ता द्वारा बाक़ी राशि या बीमित राशि की भरपाई से पहले नुक़सान के लिए स्वेच्छा से भुगतान करते हैं। टॉप-अप पॉलिसी में आपको अपने जेब से कोई ख़र्च नहीं करना पड़ता जब तक अस्पताल वाले बीमा कवर की सीमा को अतिक्रम नहीं कर लेते। एक टॉप-अप प्लान किसी एकल मेडिकल इंश्योरेंस पॉलिसी से सस्ती होते है। उदहारण में, अगर मेडिकल बिल 6 लाख रुपये की हो जिसका डिडक्टिबल 2 लाख रुपये है, इस स्थिति में 2 लाख रुपये आपको देना पड़ेगा और बाकि 4 लाख देगा आपका बीमाकर्ता। लेकिन, आप अपने हेल्थ इन्शुरन्स योजना को उत्तरदायी राशि की भुगतान के लिए इस्तेमाल कर सकते है। मेडिकल कवर के साथ टॉप-अप प्लान को जोड़ना एक अच्छी बात है क्योंकि इसमें प्रीमियम राशि सस्ती होती है। उदहारण में, अगर आप एक 5 लाख रुपये की बीमा में 6, 500 रुपये प्रीमियम राशि का भुगतान कर रहे है तो इसके साथ एक 15 लाख रुपये का टॉप-अप प्लान जोड़ने पर अतिरिक्त 5, 000 रुपये देना पड़ता है जो कि एक अलग पॉलिसी खरीदने से सस्ती है।

      प्रतीक्षा अवधि

      हेल्थ इन्शुरन्स के नियमों के मुताबिक, हर बीमाधारक को किसी पहले से मौजूद बीमारी के चिकित्सा में ख़र्च करने की दावा करने से पहले एक प्रतीक्षा अवधि को पार करना पड़ता है। यह अवधि ज़्यादातर समय पॉलिसी खरीदने के अगले 30 दिन का होता है। अगर आपातकालीन चिकित्सा के अलावा बीमाधारक सुनिश्चित राशि पाने का दावा करता है तो बीमाकर्ता इस दावे को ख़ारिज कर सकता है। अगर दुर्घटना कि वज़ह की गई अस्पताल में भर्ती होने का ख़र्च उठाना होता है तो बीमाकर्ता वह कवरेज प्रदान करेगा। हालांकि, बीमित व्यक्ति को बाद के वर्षों के लिए प्रतीक्षा अवधि को मानने की आवश्यकता नहीं है।

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      आपको कौनसी हेल्थ इन्शुरन्स योजना खरीदना चाहिए

      आपकी आवश्यकता

      आपको क्या लेना चाहिए

      अस्पताल में भर्ती होने और सर्जिकल बिल का कवरेज

      मेडिकल इंश्योरेंस जो कैशलेस सेवा और दावा प्रतिपूर्ति करता है

      अस्पताल में भर्ती होने के दौरान प्रतिदिन एक निश्चित राशि का मिलना

      अस्पताल कैश प्लान

      यदि एक गंभीर बीमारी का निदान/ अस्पताल में भर्ती किया गया है या बीमारी होने पर बीमाधारक की आय में नुकसान होता है

      गंभीर बीमारी प्लान

      जब एक आकस्मिक विकलांगता के आय बंद हो गया है

      व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा

      सीजेरियन या नॉर्मल डिलीवरी का कवरेज

      मैटरनिटी बीमा

      एक एकल प्लान में पुरे परिवार के लिए कवरेज

      परिवार फ्लोटर हेल्थ इन्शुरन्स

      सीनियर सिटीजन के लिए कवरेज

      सीनियर सिटीजन हेल्थ इन्शुरन्स


      हेल्थ इन्शुरन्स पात्रता मानदंड

      हेल्थ इन्शुरन्स पात्रता मानदंड निर्भर करता है बीमाधारक के आयु, पहले से मौजूद बीमारी, वर्त्तमान का मेडिकल अवस्था, आदि। इसके लिए बीमाकर्ता आपका एक हेल्थ चेक-अप भी करा सकता है यह जानने के लिए की आपको कोई बीमारी वर्त्तमान में है कि नहीं। ज़्यादातर मेडिक्लेम पॉलिसी निम्नलिखित पात्रता मानदंड को मानकर चलते है:

      आयु का मानदंड- प्राप्तवयस्कों का प्रवेश आयु: 18 से 65 वर्ष (70 और उससे अधिक, बीमाकर्ता के प्लान पर निर्भर करता है) । बच्चों की प्रवेश आयु: 90 दिन से 18 वर्ष और कुछ प्लानों में 25 वर्ष तक।

      प्री-मेडिकल स्क्रीनिंग- ज़्यादातर समय, यह उन बीमाधारकों पर लागू होता है जो 45 वर्ष से अधिक हो, लेकिन यह बात बीमा कंपनी और बीमा के प्रकार पर निर्भर करता है। सीनियर सिटीजन के लिए बनाये गए बीमा में बीमाधारक की पात्रता को जानने के लिए प्री-मेडिकल टेस्ट किए जाते है। व्यक्तिगत और पारिवारिक फ्लोटर स्वास्थ्य योजनाओं के लिए मानदंड नीति नियमों और शर्तों के अनुसार भिन्न हो सकते हैं।

      पहले से रहने वाली बीमारी- नई स्वास्थ्य पॉलिसी खरीदते समय आपको आपकी मेडिकल हिस्ट्री बीमाकर्ता के पास प्रस्तुत करना पड़ेगा। इससे बीमाकर्ता यह जान पायेगा कि आपको कोई बीमारी है या नहीं। आपके स्वास्थ्य के बारे में सब कुछ बताये जिससे आपको भविष्य में दावा निपटान मिलने में कोई मुश्किल न हो और आपका दावा ख़ारिज भी न हो।

      ज़्यादातर बीमाकर्ता बीमा खरीदने वालों से उनके शारीरिक स्थिति के बारे में जानना चाहते है कि उन्हें रक्तचाप, मधुमेह, ह्रदय की बीमारी, किडनी की बीमारी, या अन्य बीमारिया है कि नहीं। अगर आप शराब या तम्बाकू पीते है तो यह बात भी बीमाकर्ता को बोलिए। इन बात पर आधार करके बीमाकर्ता यह सोच के देखेगा कि आपको बीमा योजना खरीदने देना चाहिए या नहीं।

      यदि एक बीमाकर्ता पेशकश नहीं करता है, तो आप अपनी चिकित्सा शर्तों के अनुसार किसी अन्य के साथ भी जांच कर सकते हैं या एक विशिष्ट स्वास्थ्य योजना खरीद सकते हैं। पात्रता मानदंड के बारे में बेहतर समझ रखने के लिए पॉलिसी के नियम और शर्तों की जांच करें।

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      हेल्थ इन्शुरन्स योजना कि तुलना क्यों करना चाहिए

      ऑनलाइन में आपके आवश्यकतानुसार हेल्थ इन्शुरन्स के क़ीमत की तुलना करना बहुत ही महत्त्वपूर्ण है। हालाँकि, इतने सारे अच्छे हेल्थ इंश्योरेंस प्लान में से सबसे अच्छा प्लान खोजना थोड़ी-सी उलझन भरी काम है क्योंकि हर एक हेल्थ इन्शुरन्स उत्पाद अलग-अलग लाभों के साथ आता है।

      ऐसा होना कोई अचम्भे की बात नहीं होती जहाँ किसी बीमाधारक ने सस्ती प्रीमियम वाली बीमा योजना खरीदकर अंत में दावा करने पर कुछ भी प्राप्त नहीं किया हो। दूसरी तरफ, बीमाधारक एक ऐसी कीमती प्रीमियम वाली बीमा खरीद लेते है जिसकी लाभों की उनको आवश्यकता ही नहीं होती।

      दिन-दिन बढ़ते हुए उपचार के क़ीमत के बीच एक हेल्थ इन्शुरन्स योजना एक मेडिकल आपात को आर्थिक आपात में बदलने से रोक सकती है। बीमा योजना इस बात का ध्यान रखता है कि आपको आपके बचत की राशि का इस्तेमाल मेडिकल बिल भरने में नहीं करनी हो और आपका भविष्य भी सुरक्षित रहे।

      *बीमाकर्ता द्वारा आईआरडीएआई द्वारा अनुमोदित बीमा योजना के अनुसार सभी बचत प्रदान की जाती हैं। मानक नियमें और शर्तें लागू।

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      हेल्थ इन्शुरन्स योजना कैसे तुलना करे?

      25 से अधिक बीमा कंपनियों और भारतीय हेल्थ इन्शुरन्स बाज़ार में 200 से अधिक हेल्थ इन्शुरन्स उत्पादों के साथ, हेल्थ इन्शुरन्स योजनाओं की तुलना करना और सबसे अच्छा उद्धरण ढूँढना कोई आसान काम नहीं है। एक सूचित निर्णय लेने में आपकी मदद करने के लिए कुछ युक्तियों को नीचे सूचीबद्ध किया गया है:

      ठीक ठाक सुनिश्चित राशि का चयन करे

      भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र में मुद्रास्फीति बढ़ती जा रही है और वह भी 17% से 20% वार्षिक दर में। इस मुद्रास्फीति से जूझने के लिए अधिकतम सुनिश्चित राशि अच्छे प्रीमियम दर पर प्राप्त करना महत्त्वपूर्ण है।

      पूर्ण और सही विवरण प्रदान करें

      प्रस्ताव प्रपत्र में अपने स्वास्थ्य के बारे में सटीक जानकारी प्रदान करें, क्योंकि किसी भी प्रकार की ग़लत या बेमेल जानकारी बीमाकर्ता को आपके दावे के फॉर्म को अस्वीकार करने का मौका दे सकती है।

      प्रीमियम के कारकों के प्रभाव पर ध्यान रखे

      हेल्थ इन्शुरन्स योजना के प्रीमियम को प्रभावित करने वाले कुछ कारकों में प्रस्तावक के जीवन इतिहास, पारिवारिक स्वास्थ्य इतिहास, जीवन शैली, धूम्रपान की आदतें आदि शामिल हैं, इन कारकों को प्रीमियम राशि निर्धारित होने से पहले ध्यान में रखना ज़रूरी होता है।

      हेल्थ इन्शुरन्स कंपनी की विश्वसनीयता कि जाँच करें

      बीमा खरीदने से पहले बीमा कंपनी के पहले के रिकॉर्ड को जाने। यह अनुशंसा कि जाती है कि आप निम्न मापदंडों के आधार पर हेल्थ इन्शुरन्स कंपनी का चयन करें:

      आईसीआर: दावा किया गया अनुपात या आईसीआर भारत के सभी बीमायों के बीच तुलना करने के सबसे महत्त्वपूर्ण मापदंडों में से एक है। जब आईसीआर के बारे में देखना हो तो पॉलिसीबाज़ार पर ऑनलाइन हेल्थ इन्शुरन्स कंपनियों के आईसीआर का औसत देखिये और उस बीमा को ख़रीदे जिसका आईसीआर इस औसत के नज़दीक आता हो।

      आईसीआर = दावा का राशि जिसका भुगतान कंपनी ने किया है / प्रीमियम राशि जो ग्राहकों ने भुगतान की है

      ग्राहकों का अनुभव: लोगों के अनुभवों पर नज़र दे। ऑनलाइन ग्राहकों के समीक्षाओं को पढ़े। अगर ज़्यादातर ग्राहक किसी कंपनी से खुश नहीं है तो इसका यह मतलब हो सकता है कि बीमाकर्ता का कस्टमर सपोर्ट या विक्रय के पश्चात् की सेवा कुछ ख़ास नहीं है।

      दावा कि प्रक्रिया के बारे में जानिए: हालाँकि, हेल्थ इन्शुरन्स दावा प्रक्रिया ऐसे में हरेक कंपनी में समान ही होते है लेकिन इस प्रक्रिया के बारे में पूर्व से जानकारी रहने पर बाद में आपको कोई परेशानी नहीं होगी।

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      ऑनलाइन हेल्थ इन्शुरन्स योजनाओं की तुलना करने के लाभ

      हमारे रोज़मर्रे की व्यस्तता के कारण हमें किसी बीमा दफ्तर या शाखा में जाकर बीमा योजनाओं के बीच तुलना करना मुश्किल हो जाता है।

      लेकिन, शुक्र है कि पॉलिसीबाज़ार ग्राहकों के इस कठिनाई और उलझन को समझता है और इसलिए, यहाँ एक प्लेटफार्म प्रस्तुत की है जहाँ आप आराम से ऑनलाइन ही प्लानों की तुलना कर सकते है।

      निम्नलिखित पंक्तियों में हम ऑनलाइन हेल्थ इन्शुरन्स खरीदने के फायदों को सूचीबद्ध किए है:

      सटीक जानकारी तक पहुँच:

      यहाँ आपको बाज़ार के सभी हेल्थ इन्शुरन्स योजनओं के बाजरे में सटीक जानकारी देती है। इससे ग्राहकों के समय की भी बचत होती है और कोई एजेंट से भी बात करने की ज़रुरत नहीं पड़ती है।

      समय कुशल और सुविधाजनक

      ऑनलाइन में योजनाओं की तुलना करने पर आपकी समय की बचत होती है क्योंकि आपकी कोई एजेंट के साथ बैठकर बात करने की ज़रुरत नहीं पड़ती। ऑनलाइन पर प्रीमियम का भुगतान, हेल्थ इन्शुरन्स योजना का नवीनीकरण, आदि बहुत ही सहज रूप से संपन्न हो जाती है।

      सस्ती

      ऑनलाइन हेल्थ इंश्योरेंस खरीदने से आप बीमायों की प्रीमियम को एक दूसरे के साथ तुलना करके देख सकते है और वह खरीद सकते है जो आपकी जेब पर भारी नहीं पड़ता हो। उपरांत, एजेंट के न होने पर आपके और भी पैसे बच जाते है।

      प्रदाता / योजना समीक्षा कि उपलब्धता

      ऐसा करना पर आपको बीमाकर्ता कि प्रतिष्ठा और कर्मठता के बारे में सब कुछ पता चल जाता है और आपको एक सटीक सिद्धांत लेने में मदद करती है।

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      आरोग्य संजीवनी पॉलिसी: सबके लिए एक हेल्थ इन्शुरन्स

      आरोग्य संजीवनी पॉलिसी भारत का एक मानक स्वस्थ्य बीमा योजना है। आरोग्य संजीवनी पॉलिसी एक बुनियादी योजना है और वे लोग इसकी उपयोग कर सकते है जिनके पास कोई हेल्थ इन्शुरन्स योजना नहीं है, मुलतौर पर छोटे शहरों के लोगों के लिए यह अच्छा है।

      आईआरडीएआई के नियमानुसार, स्वास्थ्य संजीवनी पॉलिसी 1 लाख रुपये से 5 लाख रुपये तक की कवरेज प्रदान करता है और इसका प्रतीक्षा अवधि सिर्फ़ 30 दिनों की ही होती है। लेकिन, कुछ चुनिंदे बिमारियों के लिए प्रतीक्षा अवधि 24 महीने से 48 महीने का भी हो सकता है।

      आरोग्य संजीवनी पॉलिसी खरीदने की लाभें

        • आरोग्य संजीवनी बीमाधारक को कोरोनावायरस के लिए अस्पताल में भर्ती होने का भी कवरेज मिलता है
        • दूसरे हेल्थ प्लान जिसमें अनेक प्रकार के समावेशन, बहिष्करण और सुनिश्चित राशि होते हो, खरीदते समय होने वाली कठिनाइयाँ इस प्लान में नहीं होती। इसलिए आम आदमियों के लिए यह प्लान खरीदना आसान होता है
        • कैशलेस अस्पताल में भर्ती, एनसीबी और चिरकाल के लिए नवीनीकरण की सुविधा मिलता है
        • उपरांत, आप इसे एक बीमाकर्ता से दूसरे बीमाकर्ता में स्थानांतरण भी कर सकते है

      आरोग्य संजीवनी पॉलिसी की विशेषताएँ

          • आरोग्य संजीवनी प्लान 5 माह से 65 वर्ष के आयु के बीच के सभी व्यक्तिको कवरेज देता है
          • न्यूनतम सुनिश्चित राशि 1 लाख रुपये होती है और अधिकतम 5 लाख की होती है, इसलिए यह एक उत्तम प्लान है ग्रामीण निवासियों के लिए और उन लोगों के लिए जो कीमती प्रीमियम की भुगतान नहीं कर सकते है
          • पॉलिसी अस्पताल में भर्ती होने के खर्च, डेकेयर प्रक्रिया, आईसीयू के खर्चें, आयुष उपचार, एम्बुलेंस शुल्क, मोतियाबिंद उपचार, आदि को कवर करता है
          • पॉलिसीधारक की आयु पर आधार किए बिना 5% का सह-भुगतान लागू होता है
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        हेल्थ इन्शुरन्स योजना को कैसे स्थानांतरण करें?

        अगर आपको आपके बीमाकर्ता के नियमों या किसी अन्य बात के लिए परेशानी हो रही है तो आप अपने बीमा पॉलिसी को किसी दूसरे बीमाकर्ता के पास पोर्ट करवा सकते है। आईआरडीए आपको बिना किसी क्षति के बीमा पोर्टेबिलिटी की सुविधा प्रदान करती है। पहले, अगर कोई अपने बीमा को पोर्ट करना चाहते थे तो उनको कुछ लाभों जैसे पहले से रहने वाली बीमारी का कवरेज से हाथ धोना पड़ता था।

        किन्तु नए नियम के अनुसार, आईआरडीए अब आपको बिना किसी बाधा के अपने बीमाकर्ता बदलने का मौका देता है। अगर आप बीमा योजना किसी अन्य बीमाकर्ता के पास पोर्ट करना चाहते है तो आपके प्रीमियम राशि, कवरेज की शर्तें और प्रतीक्षा अवधि पर स्थानांतरण करने का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।

        आप क्या कर सकते है

        • एक हेल्थ इन्शुरन्स कंपनी से दूसरे कंपनी में स्थानांतरण कर सकते है
        • कोई भी परिवार फ्लोटर या एकल प्लान को स्थानांतरित कर सकते है
        • नए बीमाकर्ता से पुराने पॉलिसी के सुनिश्चित राशि को प्राप्त कर सकते है
        • दोनों बीमाकर्ताओं को एकसाथ आईआरडीए के दिए गए निर्देश को मानते हुए प्रक्रिया को पूरी करनी पड़ेगी

        मापदंड जो है

        • सिर्फ़ नवीनीकरण के वक़्त ही आप पॉलिसी को पोर्ट कर सकते है
        • नए बीमाकर्ता के अधीन ही नई पॉलिसी का नियमें और शर्तें जिसमें प्रीमियम भुगतान भी शामिल है, लागू होंगी
        • आपके अभी के बीमाकर्ता के पास नवीनीकरण के 45 दिन पहले पोर्ट करने की अर्जी पेश करे
        • नए बीमाकर्ता का नाम अवश्य ही अभी के कंपनी को बोले
        • पॉलिसी नवीनीकरण के बीच कोई विराम नहीं होना चाहिए
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        हेल्थ इन्शुरन्स के बारे में कुछ मिथक

        जानकारी पर भरोसा करने से पहले तथ्यों की जांच करना और फिर हेल्थ इन्शुरन्स पॉलिसी खरीदना अनिवार्य है। नीचे कुछ लोकप्रिय मिथकों का उल्लेख किया गया है जो ज्यादातर लोग चिकित्सा नीतियों के बारे में मानते हैं:

        मेरा स्वास्थ्य अच्छा है इसलिए मुझे हेल्थ इन्शुरन्स कि कोई ज़रुरत नहीं है

        आप ज़रूर ही स्वास्थ्य सचेतन होंगे, लेकिन कब कहाँ से कौन-सी बीमारी आपको हमला करें यह बात तो आपको भी नहीं पता है। ऋतू परिवर्तन के साथ अनेक बीमारी का आगमन होता है जैसे मलेरिया, डेंगू और इसके अलावा, दुर्घटना होने का ख़तरा तो हरेक व्यक्ति के जीवन में ही बना रहता है। आजकल अस्पताल के खर्चों में भी बढ़ोतरी देखि जा रही है। सिर्फ़ दो दिन के लिए अस्पताल में भर्ती होने पर भी आपका बिल 60, 000 रुपये से 1 लाख रुपये तक का आ जाता है (यह क़ीमत बीमारी के प्रकार के ऊपर निर्भर करता है) ।

        मेरा हेल्थ इन्शुरन्स हरेक स्वास्थ्य सम्बंधित के खर्चो को कवर करेगा

        आईआरडीएआई के नियमानुसार, हरेक बीमा के अपने-अपने सिमा होते है। इसलिए बीमा खरीदते समय उसके कवरेज के बारे में सब जानकारी हासिल अवश्य करे। आपका बीमाकर्ता सिर्फ़ उन बिमारियों को ही कवर करेगा जिसका ज़िक्र नियम और शर्तों के दस्तावेज़ों में लिखा है और वह भी एक निर्दिष्ट सिमा तक।

        पहले से रहने वाली बीमारी के बारे में सूचित करे

        अपने बीमाकर्ता को आपके हरेक बीमारी के बारे में बीमा खरीदने से पहले अवश्य ही सूचित करे। पूरी जानकारी न देने पर आपका दावा को ख़ारिज भी कर दिया जा सकता है या ज़्यादा क़ीमत भी पड़ सकती है।

        धूम्रपान करने वाले मेडिकल योजना नहीं खरीद सकते है

        समीक्षा के अनुसार, 49% शराबी लोग हेल्थ इन्शुरन्स खरीदने से झिझकते है। लेकिन ऐसा करने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि बहुत बीमा कंपनी शराब पिने या धूम्रपान करने वालों के लिए भी बीमा पॉलिसी तैयार की है। लेकिन उन्हें पॉलिसी देते समय बीमाकर्ता उनकी स्वास्थ्य की जांच कराता है और इन लोगों को कवरेज पाने के लिए कीमती प्रीमियम का भुगतान भी करना पड़ता है।

        हेल्थ इन्शुरन्स सिर्फ़ अस्पताल के भर्ती होने के ख़र्च को ही कवर करता है

        ज़्यादातर हेल्थ इन्शुरन्स कंपनियाँ 24 घंटे से अधिक अस्पताल में भर्ती रहने के ख़र्च को उठता है और कुछ-कुछ उद्योगों में इस पर भी सिमा लागू होती है। लेकिन आजकल बहुत सारी बीमा कंपनी डेकेयर प्रक्रिया के खर्चो को भी कवर कर रही है जहा 24 घंटे के लिए अस्पताल में रहना नहीं पड़ता है। इसमें मोतियाबिंद, वेरिकोस वेइन्स सर्जरी और अन्य मेडिकल प्रक्रिया भी शामिल है।

        मेरे पास ग्रुप या कॉर्पोरेट हेल्थ इन्शुरन्स योजना है

        ज़्यादातर लोग अपने कर्मकर्ता के द्वारा उपलब्ध कराए गए हेल्थ इन्शुरन्स पर निर्भर करते है। लेकिन यह बात याद रहना चाहिए की यह ग्रुप इंश्योरेंस पॉलिसियाँ सीमाबद्ध होते है। यह प्लान आपके परिवार के सदस्यों को कवर नहीं करता है, इसकी सुनिश्चित राशि पर्याप्त नहीं होती और यह गंभीर बिमारियों को कवर नहीं करता है। उपरांत, अगर आप सेवानिवृत्ति के बाद या काम खोने के बाद बीमा योजना खरीदते है तो वह बहुत ही कीमती होगा।

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        हेल्थ इन्शुरन्स प्रीमियम की गणना कैसे करें?

        अपने बीमा योजना को जारी रखने के लिए नियमित रूप से प्रीमियम का भुगतान करना ज़रूरी है। क्या आप कभी प्रीमियम की गणना करने के बारे में सोचे है? कुछ कारक ऐसे है जो प्रीमियम की राशि को प्रभावित करते है जैसे आपके परिवार का स्वास्थ्य रिकॉर्ड, आपका ख़ुद का स्वास्थ्य हिस्ट्री, आदि।

        इस पर आधार करके, आपको अपनी प्रीमियम की राशि की गणना करने का मन हो सकता है यह देखने के लिए की आपको कितने का भुगतान करना पड़ेगा। आप यह गणना हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम कैलकुलेटर की मदद से कर सकते है। प्रीमियम कैलकुलेटर एक ऑनलाइन साधन है जो आपके दिए गए जानकारी पर आधारित प्रीमियम की गणना करता है। policybazaar.com में आप हेल्थ इन्शुरन्स प्रीमियम की गणना आराम से कर सकते है।

        हेल्थ इन्शुरन्स प्रीमियम को प्रभावित करने वाले कारकें

        आजकल चिकित्सा क्षेत्र में मुद्रास्फीति नज़र आ रही है। हेल्थ इन्शुरन्स का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह आपके स्वास्थ्य सम्बंधित खर्चो को कवर करता है। यह आपको और आपके परिवार के सदस्यों को किसी दुर्घटना या गंभीर बीमारी होने की स्थिति में आर्थिक रूप से संकटमुक्त रखता है। देखते है कि आपके इंश्योरेंस प्रीमियम की राशि को कौन से कारक प्रभावित करते है:

        मेडिकल हिस्ट्री

        आपका मेडिकल हिस्ट्री प्रीमियम राशि को प्रभावित करने में एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है। भारत के प्राय सभी बीमा कंपनी ही ग्राहक की पहले से मेडिकल चेक-अप करवा लेती है इंश्योरेंस देने से पहले।

        दूसरी तरफ़ कुछ कंपनियाँ मेडिकल चेक-अप करना अनिवार्य नहीं करती लेकिन वे भी आपके स्वास्थ्य की अवस्था, जीवनशैली, स्वास्थ्य का ख़तरा और परिवार की मेडिकल हिस्ट्री को जानकर ही बीमा देती है।

        इसी कारण धूम्रपान करने वालों के लिए प्रीमियम राशि ज़्यादा होती है।

        लिंग और आयु

        बीमाधारक की आयु भी प्रीमियम राशि पर प्रभाव डालता है। प्रीमियम राशि आयु के ऊपर आधार करके ही ठीक की जाती है।

        इसीलिए, ग्राहकों को यह सलाह दिया जाता है कि वह कम आयु में ही स्वाथ्य बीमा खरीद ले क्योंकि उस समय प्रीमियम कि राशि काफ़ी सस्ती होती है।

        वयस्क व्यक्तियों को बीमारी जल्दी हो जाती है। वे हृदरोग, कैंसर, किडनी फेलियर, जैसे बिमारियों से ज़्यादा परेशानी झेलते है। इसीलिए सीनियर सिटीजन वाली मेडिकल बीमायों की प्रीमियम कीमती होती है।

        फिर से, महिलाओं के लिए हेल्थ इन्शुरन्स पुरुषों के बीमा के मुकाबले सस्ती होती है क्योंकि उनमें स्ट्रोक, हार्ट अटैक, जैसे रोग होने की सम्भावना कम होती है।

        पॉलिसी की अवधि

        2 साल की बीमा योजना का प्रीमियम राशि 1 साल की योजना कि तुलना में यदा होती है। लेकिन, ज़्यादातर सभी कंपनियाँ कुछ न कुछ छूट लम्बी अवधि वाले योजनाओं पर दे देती है।

        हेल्थ इन्शुरन्स योजना का प्रकार

        आपके चयनित योजना के प्रकार पर भी प्रीमियम राशि को आधार किया जाता है। जितना ज़्यादा जोखिम को मिलाया जाता है, उतनी प्रीमियम की क़ीमत बढ़ जाती है।

        एक ऑनलाइन इंश्योरेंस प्रीमियम कैलकुलेटर की मदद से विभिन्न बीमा कि प्रीमियमों की तुलना अवश्य कर ले।

        दावा न करने पर छूट

        अगर आप अपने बीमा योजना के अवधि के दौरान कोई दावा नहीं किए है तो आप 5 से 50 प्रतिशत की छूट प्राप्त होगी। यह भी प्रीमियम राशि पर प्रभाव डालने वाला कारक है।

        जीवनशैली

        अगर आप नियमित रूप से धूम्रपान या शराब का सेवन करते है तो आपका प्रीमियम राशि ज़्यादा होगी। इस प्रकार के परिस्थिति में बीमाकर्ता आपके दावे को ख़ारिज भी कर सकता है।

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        हेल्थ इन्शुरन्स कि दावा प्रक्रिया

        हेल्थ इन्शुरन्स योजनाओं में अतिरिक्त लाभ भी होते है जैसे कैशलेस उपचार और ख़र्च की प्रतिपूर्ति जो की बीमाकर्ता प्रदान करती है। बीमाधारक सुनिश्चित राशि को प्राप्त करने के लिए दावा कर सकता है। निचे दो दावा करने की प्रक्रिया के बारे में बोला गया है:

        ख़र्च की प्रतिपूर्ति

        हेल्थ इन्शुरन्स योजना में बीमाधारक को ख़र्च की प्रतिपूर्ति का सुविधा मिलता है। विभिन्न चिकित्सा सम्बंधित ख़र्च जैसे अस्पताल में बेड शुल्क, दवा, लैब टेस्ट, सर्जन की शुल्क, आदि के खर्चों की प्रतिपूर्ति बीमाकर्ता बीमाधारक को कर देती है। बीमाधारक को अस्पताल की खर्चें देना पड़ता है लेकिन वही रक़म उसे बाद में वापस भी मिल जाता है।

        निकदहीन उपचार

        बीमा कंपनियाँ ग्राहकों को विभिन्न नेटवर्क अस्पतालों से सुविधा और सेवा प्राप्त करने देती है जहा उपचार करने में बीमाधारक को कोई रक़म जमा ही नहीं करनी पड़ती है। इस परिस्थिति में बीमाकर्ता द्वारा निर्देशित नेटवर्क अस्पतालों में कैशलेस उपचार करने का मौका मिलता है। कैशलेस उपचार की लाभ को उपयोग करने के लिए टीपीए की अनुमोदन ज़रूरी है।

        बीमाधारक अपने बीमाकर्ता द्वारा दिया गया हेल्थ कार्ड को मेडिकल इंश्योरेंस कवर के प्रमाणपत्र के हिसाब से इस्तेमाल कर सकता है। निम्नलिखित स्थितियों में कैशलेस उपचार मिलता है:

        अस्पताल में नियोजित भर्ती

        अस्पताल में नियोजित भर्ती की स्थिति, हेल्थ इन्शुरन्स के लाभ पाने के लिए पहले से ही टीपीए का अनुमोदित दस्तावेज़ों को पेश करने की ज़रुरत है। पूर्वनिर्दिष्ट प्रस्तावपत्र को नेटवर्क अस्पताल में जाकर भरिये और जो डॉक्टर इलाज़ कर रहे है, उनसे हस्ताक्षर करवा कर जमा कर दीजिये।

        अस्पताल में आपातकालीन भर्ती

        बीमाकर्ता द्वारा दिया गया हेल्थ कार्ड को अस्पताल में पहले से भरे हुए और हस्ताक्षर किया हुआ टीपीए अनुमोदित फॉर्म के साथ जमा करें। अगर आप टीपीए की अनुमोदन प्राप्त करने में असमर्थ रहे हो तो आपको ख़र्च की प्रतिपूर्ति के लिए बाद में फिर से प्रस्ताव पेश करना होगा। बीमाधारक को उस वक़्त कुछ दस्तावेज़ों जैसे मेडिकल ख़र्च का प्रमाणपत्र, बिल, डिस्चार्ज बिल, आदि पेश करना पड़ेगा जो की उपचार का प्रमाण के रूप में काम करेगा और जिसके ऊपर आधार करके आपको ख़र्च की प्रतिपूर्ति प्राप्ति होगी।

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        हेल्थ इन्शुरन्स दावा प्रतिपूर्ति के लिए ज़रूरी दस्तावेज़

        अस्पताल में भर्ती होने के प्रमाण के हिसाब से बीमाधारक को निचे दिए गए दस्तावेज़ों को दावा करने के समय पेश करना पड़ेगा:

        • नेटवर्क अस्पताल के द्वारा दिया गया डिस्चार्ज कार्ड
        • इन-पेशेंट अस्पताल में भर्ती होने का आधिकारिक हस्ताक्षर के साथ बिल
        • डॉक्टर का प्रिस्क्रिप्शन और मेडिकल स्टोर का बिल
        • दावा पत्र बीमाधारक के हस्ताक्षर के साथ
        • वैध जांच रिपोर्ट
        • संपूर्ण विवरण के साथ डॉक्टरों द्वारा निर्धारित उपभोग्य और डिस्पोज़ेबल्स सामग्रियों की सूचि
        • डॉक्टर के परामर्श का बिल
        • पिछले वर्ष और चालू वर्ष के बीमा पॉलिसी की कॉपी / टीपीए की आईडी कार्ड की कॉपी
        • टीपीए के द्वारा मांगे गए कोई और दस्तावेज़
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        पॉलिसीबाज़ार से ऑनलाइन हेल्थ इन्शुरन्स योजना ख़रीदे

        अगर आप पॉलिसी सटीक जगह से खरीदते है तो आपको आसानी होगी। policybazaar. com एक अच्छा प्लेटफार्म है सही हेल्थ इन्शुरन्स योजना चुनने का। पॉलिसीबाज़ार बीमा योजनाओं की तुलना और खरीदारी को पहले दिनों की तुलना में आसान कर दिया है। बीमा ग्राहकों को एक ही जहह में सारी जानकारी मिल जाती है और वह भारतीय बाज़ार में बीमा के क़ीमत का तुलना भी कर सकते है।

        पॉलिसीबाज़ार आपको विभिन्न प्रकार के बीमायों में से सबसे अच्छा बीमा को आपको आपके आवश्यकतानुसार छानने में मदद करती है। उपरांत, विक्रय के समय और बाद के सेवाएँ भी अब ग्राहकों को ऑनलाइन ही मिल जाता है।

        पॉलिसीबाज़ार में ऑनलाइन अच्छा हेल्थ इन्शुरन्स खरीदने के स्टेप्स

        आपके घर में बैठे-बैठे ही बीमा खरीदने की सुविधा पाने के लिए आप पॉलिसीबाज़ार से ही बीमा खरीद सकते है। कोई मेडिकल विवरण देने की ज़रुरत नहीं है बस निचे दिए गए स्टेप्स को अनुसरण करे और हेल्थ इन्शुरन्स खरीद ले:

        स्टेप 1-अपना लिंग चुने और पूरा नाम लिखे

        स्टेप 2-सही फ़ोन नंबर दीजिये और प्लान देखे में क्लिक करें और अपना आयु को चुने

        स्टेप 3-कंटिन्यू पर क्लिक करें और अपना शहर चुने जहाँ आप रहते है और पिन कोड डाले

        स्टेप 4-हाँ या न पर क्लिक करें अगर आप कोई दवा लेते है तो

        स्टेप 5-ऑप्शन में दिए गए योजनाओं में से आपका पसंदीदा योजना को चुने और "बिनामुल्य सलाह पाए" पर क्लिक करें अगर आपको कोई सलाह या मदद चाहिए हो तो

        स्टेप 6-पॉलिसीबाज़ार में अलग-अलग बीमा योजनाओं को एक दूसरे के साथ तुलना करें या हमारे कस्टमर केयर के प्रतिनिधि के साथ संपर्क करें जो आपको इन सभी ऑप्शन के बारे में जानकारी देगा

        स्टेप 7-जब आप प्लान का चयन कर लेंगे तब आपको प्रीमियम का भुगतान करने का ऑप्शन मिलेगा, आप हमारे प्रतिनिधि से संपर्क कर और जान सकते है

        स्टेप 8-सटीक जानकारी प्राप्त करके ही सिद्धांत लीजिये और प्रीमियम का भुगतान कीजिये। जब आप सभी चरणों को पूरा कर ले तभी आपके पॉलिसी का विवरण आपके ईमेल आईडी पर भेज दिया जायेगा।

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        सरकारी हेल्थ इन्शुरन्स योजना कि सूचि

        सरकारी हेल्थ इन्शुरन्स योजना वह योजनाएँ है जिसे भारतीय सरकार ने समर्थन किया है। इन स्कीमों की घोषणा मुलतौर पर समाज के आर्थिक रूप से वंचित वर्गों के लिए किया जाता है।

        PMJAY: आयुष्मान भारत योजना

        सरकार का PMJAY: आयुष्मान भारत योजना भारतीयों के लिए 50 लाख रुपये तक की हेल्थ इन्शुरन्स कवरेज प्रदान करता है। यह निति दो पहलुओं पर ग़ौर करती है: एक है जिसमें हर परिवार के लिए 5 लाख रुपये तक की इंश्योरेंस कवरेज जिसमें इन-पेशेंट अस्पताल में भर्ती और अन्य देखभाल शामिल है और दूसरा पहलु है लोगों के लिए स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र बनाना। इस स्कीम अभी तक 10 लाख भारतीयों को फायदा मिल चूका है। उपरांत, दिसम्बर 2022 के अंदर 1.5 लाख कल्याण केंद्र की स्थापना भी की जाएगी।

        प्रधान मंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY)

        भारतीय सरकार द्वारा समर्थित यह हेल्थ इन्शुरन्स योजना निजी दुर्घटना या दुर्घटना से हुई मौत या विकलांगता पर कवरेज प्रदान करती है। यह पॉलिसी हर एक सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनियाँ जो जनरल इंश्योरेंस के उप-डोमेन में हो, उनके द्वारा दी जाती है। आवश्यक अनुमोदन के पश्चात् यह प्लान सभी सार्वजनिक बीमाकर्ता द्वारा बैंक के साथ सम्बन्ध करके देती है। कोई भी व्यक्ति जो 18 से 70 वर्ष के आयु के बीच हो और जिनके पास निर्दिष्ट बैंक का सेविंग्स अकाउंट हो वही इस प्लान को ले सकते है। बैंक अकाउंट और स्कीम के लिए आधार कार्ड ही केवाईसी का काम करेगा।

        राष्ट्रीय हेल्थ इन्शुरन्स योजना

        यह स्कीम भारतीय सरकार द्वारा चलाया जाता है और इसे मुलतौर पर भारत के गरीबों के लिए बनाया गया है, यह योजना उन्हें विभिन्न सार्वजनिक और निजी अस्पतालों में कैशलेस उपचार करवाने का मौका देती है। इस स्कीम की घोषणा 2008 में की गई थी और इसके अंतर्गत अभी तक (फरवरी 2014 तक) 25 राज्यों से 36 मिलियन परिवारों को अंतर्भुक्त कराया गया है। इस प्लान को मिनिस्ट्री ऑफ़ लेबर एंड एम्प्लॉयमेंट चलाती थी लेकिन अप्रैल 1 2015 में इसका स्थानांतरण मिनिस्ट्री ऑफ़ हेल्थ एंड फॅमिली वेलफेयर में कर दिया गया।

        क्योंकि यह प्लान बीपीएल (बिलो पावर्टी लेवल) परिवारों के लिए बनाया गया है, तो उन्हें बायोमेट्रिक-सक्षम स्मार्ट कार्ड मिलता है जिसकी मदद से वे 30, 000 प्रति वर्ष का इन-पेशेंट मेडिकल केयर कवरेज किसी भी इम्पैनलड अस्पताल में प्राप्त कर सकते है। पहले से रहने वाली बिमारियों का कवरेज भी माँ-बाप और अधिकतम तीन बच्चों के लिए रहता है।

        यूनिवर्सल हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम (UHIS)

        यह स्कीम गरीब लोगों के स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए बनाया गया है। चार सार्वजनिक जनरल बीमाकर्ता को भारत में शुरू किया है। इस स्कीम में, योग्य परिवारों को मेडिकल ख़र्च पर 30, 000 रुपये तक की प्रतिपूर्ति और दुर्घटना मृत्यु लाभ पर 25, 000 रुपये तक की राशि परिवार में आय करने वाले व्यक्ति को मिलता है।

        आय बंद हो जाने पर 50 रुपये प्रति दिन एक परिवार को 15 दिनों के लिए मिलता है। बाद में यह स्कीम को बदला गया और उसके बाद से प्रीमियम सब्सिडी को एक आदमी के लिए 100 रुपये से 200 रुपये और 5 सदस्यों वाले परिवार के लिए 300 रुपये और 7 सदस्यों वाले परिवार के लिए 400 रुपये कर दिया गया है।

        आम आदमी बीमा योजना (AABY)

        यह स्कीम भारतीय सरकार ने उन ग्रामवासियों के लिए बनाया है जिनके पास ज़मीन नहीं है। इस प्लान को अक्टूबर 2007 में शुरू किया गया और इसमें एक परिवार के कमानेवाले व्यक्ति को कवर करता है। परिवार को प्रति वर्ष 200 रुपये की प्रीमियम भुगतान करना पड़ता है जो केंद्रीय और राज्य सरकार के बीच बाँट लिया जाता है। इस प्लान को लेने के लिए ग्राहक का आयु 18 से 59 वर्ष के बीच होना अनिवार्य है। निचे कवरेज लाभ दिए गए है:

        30,000 रुपये देय

        स्वाभाविक मृत्यु के स्थिति में

        75,000 रुपये देय

        मृत्यु या दुर्घटना की वजह से स्थायी विकलांगता हो जाने जहां बीमाधारक के 2 हाथ-पैर और दोनों आँखें ही चली जाये तो

        37,500 रुपये देय

        आंशिक स्थायी विकलांगता की स्थिति में जहां 1 हाथ-पैर दुर्घटना के दौरान नष्ट हो जाये तो

        एम्प्लॉयमेंट स्टेट इंश्योरेंस स्कीम (ESIS)

        एम्प्लॉयमेंट स्टेट इंश्योरेंस स्कीम या इएसआईएस उन कर्मियों के लिए बनाया गया है जो गैर-मौसमी कारखानों में जहाँ 10 कर्मियाँ काम करते है। इस बीमा कवरेज को ख़ुद के लिए और परिवार के सदस्यों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। अभी तक इस पॉलिसी के अंदर 7.83 लाख कारख़ानायें और 2.13 करोड़ परिवार / लोग शामिल हो चुके है। इस प्लान में कुल 8.28 करोड़ लाभार्थी अभी तक है। इस बीमा के लाभ के सूचि में अस्पताल में भर्ती का ख़र्च जिसके साथ किसी बीमारी या विकलांगता के कारण प्रतिदिन नकद लाभ प्राप्त होता है। ESIS के अंतर्गत, कॅश का लाभ दिया जाता है

        • 91 दिनों के लिए कुल मजदूरी का 70% बीमारी लाभ
        • बीमाधारक के लिए विकलांगता लाभ
        • अस्थायी विकलांगता के मामले में अंतिम मजदूरी का 90%
        • स्थायी विकलांगता के मामले में कमाई की क्षमता के नुक़सान होने पर समर्थक अनुपात के आधार पर आजीवन नकद लाभ
        • मातृत्व लाभ 12 हफ्ते के 100% कमाई के समान
        • आरजीएसकेवाई बेकारों के लिए अंतिम कमाई के 50% 1 साल के लिए
        • निर्भर लाभ 90% मजदूरी पर
        • 10, 000 रुपये तक का श्राद्ध का ख़र्च

        अतिरिक्त लाभ

        व्यावसायिक पुनर्वास

        शारीरिक पुनर्वास

        सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम (CHGS)

        सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम एक प्रसिद्ध हेल्थ स्कीम है जो भारतीय सरकार द्वारा चालित होता है जिसमें केंद्रीय सरकारी कर्मियों को हेल्थ केयर बेनिफिट दिया जाता है। यह स्कीम पेंशन धारकों को भी कवर करता है, असल में यह एक गणतांत्रिक राज्य का चार खम्भे को ही कवर करता है जैसे विधायिका, न्यायपालिका, कार्यपालिका और प्रेस। यह व्यापक हेल्थ इन्शुरन्स लाभ के कारण एक अनोखी स्कीम है। वर्त्तमान में, 71 शहरों के 35 लाख के आसपास के लाभार्थियों को सीएचजीएस कवर कर चूका है। सीएचजीएस के तहत एलोपैथिक, होम्योपैथिक, आयुर्वेदा, उनानी, सिद्धा और योगा के उपचारो को कवर किया जाता है।

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        भारत में हेल्थ इन्शुरन्स कंपनियों की सूचि

        आपको सबसे अच्छी बीमा कंपनी खोजने में मदद करने के लिए हम आपके लिए एक सूचि बनाये है जहाँ आपको उन सभी जनरल इंश्योरेंस कंपनियों का नाम मिल जायेगा जो भारत में हेल्थ इंश्योरेंस देते है:

        चलिए इन हेल्थ इन्शुरन्स प्रदाताओं के बारे में विस्तार से चर्चा करें।

        आदित्य बिरला हेल्थ इंश्योरेंस

        आदित्य बिरला हेल्थ इन्शुरन्स प्लान विभिन्न प्रकार के ग्राहकों के लिए बनाया गया है। इसमें बीमाकर्ता 2 करोड़ रुपये तक का सुनिश्चित राशि प्रदान करता है। यह प्लान एकल, परिवार, गंभीर बीमारी और ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस प्लान के लिए जाना जाता है। 17, 000 से अधिक सलाहकारों के साथ, बीमा प्रदाता कि 650 से अधिक शहरों में उपस्थिति है।

        आदित्य बिरला कैपिटल का हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

        एक्टिव हेल्थ प्लैटिनम

        एक्टिव केयर

        एक्टिव अश्योर डायमंड

        एक्टिव सिक्योर

        ग्लोबल हेल्थ सिक्योर

        ग्रुप एक्टिव हेल्थ/सिक्योर

        बजाज एलियांज हेल्थ इंश्योरेंस

        यह बजाज फिनसर्व लिमिटेड, भारत का एक व्यापक वित्तीय सेवा कंपनी और म्युनिक, जर्मनी का एलियांज एसई, जो वैश्विक वित्तीय सेवाओं में प्रमुख है, का एक संयुक्त उद्यम, बजाज एलियांज जनरल इंश्योरेंस कंपनी है, जो चिकित्सा सहित देश में जनरल बीमा के मामलो पर केंद्रित है। इस कंपनी को आईसीआरए का iAAA रेटिंग 10 वर्ष से मिलता आ रहा है। भारत में 6500 कैशलेस अस्पतालों के साथ, यह बीमाकर्ता उच्च बीमा राशि वाले विकल्पों के साथ सर्वोच्च स्वास्थ्य सेवा प्रदान करता है। 2019 में भारत में बजाज एलियांज सबसे मज़बूत जनरल बीमा कंपनी में से एक था जहाँ 780 करोड़ का लाभ और 11, 097 करोड़ का राजस्व की अदायगी हुई 17% बढ़ोतरी के साथ।

        बजाज एलियांज इंश्योरेंस कंपनी का हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

        हेल्थ गार्ड फॅमिली फ्लोटर प्लान

        क्रिटिकल इलनेस पॉलिसी

        एक्स्ट्रा केयर हेल्थ प्लान

        हॉस्पिटल कॅश डेली अलोवेन्स प्लान

        सिल्वर हेल्थ प्लान

        स्टार पैकेज हेल्थ प्लान

        टैक्स गेन हेल्थ प्लान

        क्रिटिकल इलनेस फॉर वीमेन

        इंडिविजुअल हेल्थ गार्ड इंश्योरेंस

        हेल्थ केयर सुप्रीम प्लान

        हेल्थ एंश्योर प्लान

        सिल्वर हेल्थ प्लान फॉर सीनियर सिटीजन्स

        भारती एएक्सए हेल्थ इंश्योरेंस

        भारती एएक्सए हेल्थ इन्शुरन्स यह दावा करता है कि इस साल वे 98.27% दावा निपटान, 1.3 मिलियन पॉलिसी की जारी, पूरे भारत में 101 शाखाएँ और पिएएन इंडिया नेटवर्क अस्पताल में कैशलेस उपचार करता है। भारती एएक्सए के दिया गया हेल्थ इन्शुरन्स अधिकतम 1 करोड़ की कवरेज प्रदान करती है।

        भारती एएक्सए इंश्योरेंस कंपनी का हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

        स्मार्ट हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

        स्मार्ट सुपर हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी- वैल्यू, क्लासिक, एंड उबेर प्लान

        केयर हेल्थ इंश्योरेंस (पहले रेलिगरहेल्थ इंश्योरेंस के नाम से जाना जाता था)

        केयर हेल्थ इन्शुरन्स (पहले रेलिगरहेल्थ इंश्योरेंस के नाम से जाना जाता था) कंपनी का पूरे देश में 4, 100 नेटवर्क अस्पतालें है और यह फोर्टिस हॉस्पिटल्स, भारत की सबसे बड़ी निजी अस्पताल, के द्वारा बनाया गया है। दावा निपटान की प्रक्रिया ख़ुद कंपनी ही संभालती है और इसमें कोई तृतीया पक्ष शामिल नहीं किया जाता है। हरेक पॉलिसी के कवरेज पर आधार कर ग्राहक अपने बचाव के लिए अनेक राइडर को चुन सकते है। हाल ही में इस बीमाकर्ता को एमसीएक्स अवार्ड 2019, इंश्योरेंस इंडिया समिट & अवार्ड्स के द्वारा बेस्ट क्लेम्स सर्विस प्रोवाइडर ऑफ़ द ईयर 2018 और भी अनेक पुरस्कार प्राप्त हुआ है।

        केयर हेल्थ इंश्योरेंस (पहले रेलिगरहेल्थ इंश्योरेंस के नाम से जाना जाता था) का हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

        केयर (कम्प्रेहैन्सिव हेल्थ इंश्योरेंस)

        एनहान्स (सुपर टॉप अप इंश्योरेंस)

        केयर फ्रीडम (हेल्थ इंश्योरेंस मेडिकल चेक-अप के साथ)

        जॉय (मातृत्व और नवजातक का कवर)

        ग्रुप केयर (ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस)

        सिक्योर (पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस)

        कैंसर मेडिक्लेम (लाइफलॉन्ग कैंसर प्रोटेक्शन कवर)

        हार्ट मेडिक्लेम (हेल्थ कवर 16 प्रकार के हृदरोग के लिए)

        क्रिटिकल मेडिक्लेम (क्रिटिकल इलनेस कवर)

        ऑपरेशन मेडिक्लेम (सर्जरी/ऑपरेशन के खर्च का कवर)

        ग्रुप सिक्योर (ग्रुप पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस)

        चोला एम्एस हेल्थ इंश्योरेंस

        चोला एम्एस हेल्थ इन्शुरन्स जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटड की स्थापना 2001 में भारत में स्थित मुरुगप्पा ग्रुप, एक बहु-व्यापार समूह और जापान में स्थित मित्सुई सुमितोमो इंश्योरेंस ग्रुप का संयुक्त उद्यम है। 105 शाखा और 9000 से अधिक एजेंटों के मदद से यह कंपनी एकल और कॉर्पोरेट इंश्योरेंस, दोनों विकल्प ही प्रदान करते है।

        बीमाकर्ता को अपने आला में परिपूर्ण होने के लिए कई पुरस्कारों के रूप में प्रशंसा मिली है। द प्राइड ऑफ़ तमिल नाडु अवार्ड फॉर बीएफएसआई, गोल्डन पीकॉक अवार्ड 2017 में सर्वोत्तम जोखिम प्रबंध के लिए और काम करने की सपनों की कंपनी के नाम भी मिला है।

        चोला एमएस इंश्योरेंस कंपनी का हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

        चोला स्वस्थ परिवार इंश्योरेंस

        चोला टैक्स प्लस हेल्थलाइन

        चोला एमएस फॅमिली हेल्थलाइन इंश्योरेंस

        चोला टॉपअप हेल्थलाइन

        चोला एमएस हेल्थलाइन इंश्योरेंस

        चोला एक्सीडेंट प्रोटेक्शन

        चोला हॉस्पिटल कॅश हेल्थलाइन

        चोला हॉस्पिटल कॅश हेल्थलाइन

        चोला क्लासिक हेल्थ - फॅमिली फ्लोटर

        चोला सुपर टॉपअप इंश्योरेंस

        इंडिविजुअल हेल्थलाइन इंश्योरेंस

        हॉस्पिटल कैश हेल्थलाइन प्लान

        चोला हेल्थलाइन

        डिजिट हेल्थ इंश्योरेंस

        डिजिट हेल्थ इन्शुरन्स एक डिजिटल हेल्थ इंश्योरेंस प्रदाता है जो अनुकूलन प्लानों को ऑनलाइन में विक्रय करता है। यह पॉलिसी एकल, परिवार और सीनियर सिटीजन के लिए कैशलेस उपचार 5900 से अधिक पिएएन इंडिया पार्टनर अस्पतालों में करने का मौका देता है। इस बीमाकर्ता को हाल ही में दो अवार्ड प्राप्त हुए है जैसे, टॉप इंडियन स्टार्टअप 2019 और एशिया' स जनरल इंश्योरेंस कंपनी ऑफ़ द ईयर 2019.

        डिजिट जनरल इंश्योरेंस कंपनी का हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

        हेल्थ इंश्योरेंस

        कॉर्पोरेट हेल्थ इंश्योरेंस

        एडलवाइस हेल्थ इंश्योरेंस

        एडलवाइस हेल्थ मेडिकल बीमा प्लान एकल, परिवार और ग्रुप के लिए कवरेज प्रदान करता है। यह तीन प्रकार के होते है-सिल्वर, गोल्ड और प्लैटिनम। प्लैटिनम प्लान के तहत बीमाधारक को 1 करोड़ रुपये की सुनिश्चित राशि का कम्प्रेहैन्सिव कवरेज दिया जाता है। गोल्ड और प्लैटिनम, दोनों प्लानों में गंभीर बीमारी की कवरेज दिया जाता है।

        एडलवाइस जनरल इंश्योरेंस कंपनी का हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

        एडलवाइस हेल्थ इंश्योरेंस

        एडलवाइस ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस

        फ्यूचर जेनेरली हेल्थ इंश्योरेंस

        फ्यूचर जेनेरली हेल्थ इन्शुरन्स भारत में स्थित फ्यूचर ग्रुप और विश्व का सबसे बड़े इंश्योरेंस कंपनी में से एक, जेनेरली ग्रुप, का संयुक्त उद्यम है जो 137 शाखाओं के माध्यम से पूरे देश में फैला हुआ है। यह बीमा फ्यूचर ग्रुप का विस्तारक नेटवर्क और स्थानीय अनुभव एवं जेनेरली ग्रुप की बीमा विशेषज्ञता का एक अनूठा मेलबंधन वाला बीमा समाधानों की एक शृंखला प्रदान करती है।

        फ्यूचर जेनेरली इंश्योरेंस कंपनी का हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

        फ्यूचर हेल्थ सुरक्षा - इंडिविजुअल प्लान

        फ्यूचर हेल्थ सुरक्षा - फैमिली प्लान

        फ्यूचर हॉस्पीकैश - हॉस्पिटल कैश

        कम्प्रेहैन्सिव प्लान - हेल्थ टोटल

        एक्सीडेंट सुरक्षा - पर्सनल एक्सीडेंट

        फ्यूचर क्रिटीकेयर - क्रिटिकल इलनेस

        फ्यूचर वेक्टर केयर

        फ्यूचर एडवांटेज टॉप अप

        फ्यूचर हेल्थ सरप्लस - टॉप-अप

        सुरक्षित लोन बीमा

        इफ्को टोक्यो हेल्थ इंश्योरेंस

        इफ्को टोक्यो हेल्थ इन्शुरन्स एक सबसे लोकप्रिय इंश्योरेंस उत्पाद है जो इफ्को टोक्यो जनरल इंश्योरेंस कंपनी द्वारा प्रदान की जाती है। दिसम्बर 2000 में स्थापित इस प्रसिद्ध बीमाकर्ता सबसे अच्छी, परेशानिहीन और स्वच्छ दावा निपटान करता है। यह बीमा कंपनी ग्रामवासियों के लिए भी कैशलेस उपचार का लाभ भारत के 5000 से भी अधिक नेटवर्क अस्पतालों में देता है।

        इफ्को टोक्यो जनरल इंश्योरेंस कंपनी का हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

        फैमिली हेल्थ प्रोटेक्टर पॉलिसी

        क्रिटिकल इलनेस हेल्थ इंश्योरेंस

        इंडिविजुअल मेडिशील्ड पॉलिसी

        स्वास्थ्य कवच पॉलिसी

        इंडिविजुअल हेल्थ प्रोटेक्टर पॉलिसी

        पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस पॉलिसी

        कोटक महिंद्रा हेल्थ इंश्योरेंस

        यह बीमा कंपनी, कोटक महिंद्रा हेल्थ इन्शुरन्स लिमिटेड, भारत के सर्वोत्तम निजी बैंकों में से एक का सेवा है। बुनियादी कवरेज के अलावा यह बीमाकर्ता ऐड-ऑन कवर और प्रीमियम पर छूट भी देती है। बीमाधारक को पूरे देश में फैले 4000 से अधिक नेटवर्क अस्पतालों में कैशलेस उपचार का लाभ मिलता है।

        कोटक महिंद्रा इंश्योरेंस कंपनी का हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

        कोटक सिक्योर शील्ड

        कोटक हेल्थ सुपर टॉप-अप

        एक्सीडेंट केयर हेल्थ प्लान

        कोटक हेल्थ प्रीमियर

        लिबर्टी हेल्थ इंश्योरेंस

        लिबर्टी हेल्थ इन्शुरन्स सन 2013 में शुरू हुआ था और विभिन्न प्रकार का हेल्थ इंश्योरेंस उत्पाद का लाभ देता है। इस कंपनी का 5000 से अधिक पार्टनर अस्पताल है जहाँ बीमाधारक को कैशलेस उपचार पाने का मौका मिलता है। इसकी सेवा के लिए लिबर्टी जनरल इंश्योरेंस को एक्सीलेंस अवार्ड द्वारा एम्प्लायर ऑफ़ चॉइस पुरस्कार दिया गया है।

        लिबर्टी जनरल इंश्योरेंस कंपनी का हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

        हेल्थ कनेक्ट पॉलिसी

        हेल्थ कनेक्ट सुपरा

        सिक्योर हेल्थ कनेक्ट

        इंडिविजुअल पर्सनल एक्सीडेंट

        मैक्स बूपा हेल्थ इंश्योरेंस

        नीवा बूपा हैल्थ इंश्योरेंस (पहले मैक्स बूपा हैल्थ इंश्योरेंस के नाम से जाना जाता था ) का अस्तित्व 190 से भी अधिक देशों में है और यहाँ किसी तृतीय पक्ष के दखल अंदाजी के बिना ही दावा निपटान होता है। बीमाधारकों को परेशानी से मुक्त रखने के लिए यह कंपनी 30 मिनट में कैशलेस दावा का पूर्व प्राधिकरण की सेवा देता है।

        नीवा बूपा (पहले मैक्स बूपा के नाम से जाना जाता था ) जनरल इंश्योरेंस कंपनी का हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

        गोएक्टिव फैमिली फ्लोटरहेल्थ इंश्योरेंस

        हार्टबीट फैमिली फ्लोटर हेल्थ प्लान

        नीवा बूपा (पहले मैक्स बूपा के नाम से जाना जाता था ) हेल्थ रिचार्ज प्लान

        क्रिटीकेयर हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

        मणिपालसिग्ना हेल्थ इन्शुरन्स

        मनिपल्सीग्न इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (पहले सिग्नाटीटीके इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के नाम से जाना जाता था) मणिपाल ग्रुप और सिग्ना कारपोरेशन, इंश्योरेंस बाज़ार का विश्व लीडर, का संयुक्त उद्यम है। मणिपालसिग्ना आरोग्य योजना सब तरह के इंश्योरेंस जैसे, स्वास्थ्य, निजी दुर्घटना, गंभीर बीमारी, यात्रा और वैश्विक देखभाल कर्ता-कर्मियों, एकल ग्राहक और गैर-कर्ता और गैर-कर्मियों को उनके स्वास्थ्य को सुरक्षित करने के लिए कवरेज प्रदान करता है।

        मणिपालसिग्ना इंश्योरेंस कंपनी का हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

        प्रोहेल्थ इंश्योरेंस

        लाईफस्टाइल प्रोटेक्टों क्रिटिकल केयर

        लाईफस्टाइल प्रोटेक्शन एक्सीडेंट केयर

        लाईफस्टाइल प्रोटेक्शन ग्रुप पॉलिसी

        प्रोहेल्थ ग्रुप इंश्योरेंस पॉलिसी

        प्रोहेल्थ सिलेक्ट

        ग्लोबल हेल्थ ग्रुप पॉलिसी

        प्रोहेल्थ कैश

        नेशनल हेल्थ इंश्योरेंस

        यह भारत का सबसे प्रसिद्द और सबसे पुराना सरकारी उद्योग है जो भारतीयों को बीमा कवरेज देता है। इसे सन 1906 में शुरू किया गया था और आजतक इसके 1998 के करीब शाखाएँ पूरे भारत में फैला हुआ है। यह उद्योग जनप्रिय उद्योग में से एक है जो कम्प्रेहैन्सिव कवरेज के साथ नेशनल स्वास्थ्य योजना प्लान को एकल, परिवार, संघ और वयस्कों को प्रदान करता है। इसके अंतर्गत पूरे भारत में 6000 से भी अधिक नेटवर्क अस्पतालों में कैशलेस उपचार का सेवा दिया जाता है।

        नेशनल इंश्योरेंस जीआई कंपनी का हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

        नेशनल परिवार मेडिक्लेम

        ओवरसीज मेडिक्लेम बिज़नेस एंड हॉलिडे प्लान

        नेशनल मेडिक्लेम पॉलिसी

        नेशनल क्रिटिकल इलनेस प्लान

        न्यू इंडिया अश्योरेंस हेल्थ इंश्योरेंस

        न्यू इंडिया अश्योरेंस हेल्थ इन्शुरन्स जीआई कंपनी को सन 1919 में स्थापित किया गया था और इसका मुख्य कार्यालय मुंबई में स्थित है। 28 देशों में इस बीमा कंपनी का शाखा मौजूद है। इसके अलावा, न्यू इंडिया अश्योरेंस हेल्थ इंश्योरेंस ग्राहकों के बीच एक विश्वसनीय नाम है। इनके ज़्यादातर हेल्थ प्लान खरीदने में 50 वर्ष के आयु के भीतर आने वाले व्यक्तियों को कोई पूर्व-चेक अप कराने की ज़रुरत नहीं होती।

        न्यू इंडिया अश्योरेंस का हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

        न्यू इंडिया अश्योरेंस सीनियर सिटीजन मेडिक्लेम प्लान

        आशा किरण हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

        आशा किरण हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

        न्यू इंडिया अश्योरेंस मेडिक्लेम पॉलिसी

        ओरिएण्टल हेल्थ इंश्योरेंस

        ओरिएण्टल स्वास्थ्य योजना कंपनी अपने ग्राहकों के लिए कम्प्रेहैन्सिव जनरल इंश्योरेंस का उत्पाद प्रदान करती है। इसके अलावा, यह बीमाकर्ता दूसरे देशों में जैसे नेपाल, कुवैत और दुबई में भी सेवा प्रदान करता है। लोग बड़े आराम से हेल्थ इंश्योरेंस नीतियों को ऑनलाइन में तुलना, नवीनीकरण, या खरीद सकते है। यह बड़ी सस्ती प्रीमियम भुगतान पर अच्छी कवरेज वाले नीतियों के देने का वादा करता है। यह बीमाकर्ता केमिकल और पेट्रोकेमिकल उद्योगों को भी इंश्योरेंस देता है।

        ओरिएण्टल इंश्योरेंस कंपनी का हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

        हैपी फैमिली फ्लोटर प्लान

        ओरिएण्टल पीएनबी हेल्थ प्लान

        इंडिविजुअल मेडिक्लेम हेल्थ इंश्योरेंस

        ओबीसी ओरिएण्टल मेडिक्लेम प्लान

        रिलायंस हेल्थ इंश्योरेंस

        रिलायंस भारत का सबसे लोकप्रिय जनरल इंश्योरेंस प्रदाताओं में से एक है। इस कंपनी की 139 शाखाएँ पूरे भारत में फैला हुआ है जहाँ से आप अपने ज़रुरत के हिसाब से उनसे सेवा प्राप्त कर सकते है। ऑनलाइन सुविधाओं के रहने के वज़ह से उनके साथ जुड़ना अब और आसान हो गया है।

        उपरांत, रिलायंस हेल्थ इन्शुरन्स पूरे देश विदेश में अपना अस्तित्व बना चूका है। रिलायंस आपको एकल और परिवार फ्लोटर प्लान, दोनों देता है। इसके अलावा, स्वाधीन महिलाएँ अब 5 प्रतिशत के छूट प्रीमियम राशि पर पा सकते है।

        रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी का हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

        रिलायंस हेल्थ वाइज प्लान

        रिलायंस हेल्थ गेन प्लान

        रिलायंस हेल्थ गेन इन्सटॉलमेंट प्लान

        रिलायंस वेलनेस प्लान

        रिलायंस क्रिटिकल इलनेस प्लान

        रिलायंस पर्सनल एक्सीडेंट प्लान

        रहेजा क्यूबीई हेल्थ इंश्योरेंस

        रहेजा क्यूबीई हेल्थ इन्शुरन्स राजन रहेजा ग्रुप का उद्योग है। यह भारत में जनप्रिय कंपनियों में से एक है। यह बीमाकर्ता कम्प्रेहैन्सिव विशेषताओं से भरपूर हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी और कैंसर इंश्योरेंस पॉलिसी प्रदान करता है। यह गैर-चिकित्सा सम्बंधित चीज़ों के ख़र्च जैसे परिचारक और स्वच्छता खर्चों को भी कैशलेस कवर करता। इनके कैंसर इंश्योरेंस पॉलिसी एकल ग्राहकों को 1 दिन से 70 साल तक की कवरेज प्रदान करता है।

        रहेजा क्यूबीई जनरल इंश्योरेंस कंपनी का हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

        कैंसर इंश्योरेंस

        हेल्थ क्यूबीई

        रॉयल सुंदरम हेल्थ इंश्योरेंस

        रॉयल सुंदरम हेल्थ इन्शुरन्स जीआई कंपनी लिमिटेड भारत का एक लोकप्रिय जनरल इंश्योरेंस कंपनी है। इसमें बीमाकर्ता लगभग 5000 नेटवर्क अस्पतालों में कैशलेस भर्ती होने का लाभ देता है। रॉयल सुंदरम हेल्थ इंश्योरेंस चिरकाल नवीनीकरण करने का भी सेवा देता है।

        रॉयल सुंदरम इंश्योरेंस कंपनी का हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

        फैमिली प्लस हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

        एलीट लाईफलाईन हेल्थ प्लान

        सुप्रीम लाईफलाईन हेल्थ प्लान

        क्लासिक लाईफलाईन हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

        स्टार हेल्थ इंश्योरेंस

        स्टार आरोग्य योजना भारत का प्रथम स्टैंडअलोन इंश्योरेंस कंपनी है। इसे 2006 में स्टार हेल्थ एंड अलाइड इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड ने ओवरसीज मेडिकलिम पॉलिसी, हेल्थ इंश्योरेंस और पर्सनल एक्सीडेंट प्लान प्रदान करने के मकसद से बनाया था। 9800 से अधिक नेटवर्क अस्पतालों के इस बीमाकर्ता को इकनोमिक टाइम्स के द्वारा बीएफएसआई ब्रांड अवार्ड से 2019 में पुरस्कृत किया गया है।

        स्टार हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी का हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

        फैमिली हेल्थ ऑप्टिमा प्लान

        सीनियर सिटीजन्स रेड कारपेट

        स्टार कम्प्रेहैन्सिव इंश्योरेंस पॉलिसी

        स्टार हेल्थ गेन इंश्योरेंस पॉलिसी

        स्टार हेल्थ गेन इंश्योरेंस पॉलिसी

        डायबिटीज सेफ इंश्योरेंस पॉलिसी

        स्टार क्रिटीकेयर प्लस इंश्योरेंस पॉलिसी

        स्टार फैमिली डिलाइट इंश्योरेंस पॉलिसी

        मेडी-क्लासिक इंश्योरेंस पॉलिसी (इंडिविजुअल)

        स्टार कार्डियक केयर इंश्योरेंस पॉलिसी

        एसबीआई हेल्थ इंश्योरेंस

        एसबीआई हेल्थ इन्शुरन्स, स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया और इंश्योरेंस ऑस्ट्रेलिया ग्रुप का एक संयुक्त उद्यम है। यह बीमाकर्ता एकल और ग्रुप, दोनों तरह के हेल्थ इंश्योरेंस ही प्रदान करता है। ग्राहकों के मतानुसार, यह कंपनी अत्यंत विश्वसनीय है।

        इतने वर्षों में यह बीमाकर्ता भारत के इंश्योरेंस बाज़ार में अपना सुनाम प्रतिष्ठा करने में सक्षम हुआ है। अपने आवश्यकतानुसार, ग्राहक 50, 000 रुपये से लेकर 5, 00, 000 रुपये की सुनिश्चित राशि तक का हेल्थ इंश्योरेंस प्लान खरीद सकते है।

        एसबीआई इंश्योरेंस कंपनी का हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

        हेल्थ इंश्योरेंस

        ग्रुप हेल्थ इंशोरेंस – एसबीआई

        क्रिटिकल इलनेस

        हॉस्पिटल डेली कैश

        लोन इंश्योरेंस

        आरोग्य प्रीमियर

        आरोग्य प्लस

        आरोग्य टॉप अप

        टाटा एआईजी हेल्थ इंश्योरेंस

        टाटा एआईजी हेल्थ इन्शुरन्स जनरल इंश्योरेंस टाटा ग्रुप और अमेरिकन इंटरनेशनल का एक संयुक्त उद्यम है। इसके साथ जुड़े हुए 4000 से अधिक नेटवर्क अस्पतालों में कैशलेस भर्ती होने का सुविधा मिलता है। यह बीमाकर्ता एक आसान दावा निपटान के प्रक्रिया को अनुसरण करते है जिसकी मदद से बीमाधारक को दावा के बारे में चिंता नहीं करने पड़ती है और वे अपने उपचार पर ध्यान दे पाते है।

        टाटा एआईजी जनरल इंश्योरेंस कंपनी का हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

        मेडीप्राइम हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

        टाटा एआईजी वेलश्योरेंस फैमिली प्लान

        मेडीसीनियर प्लान

        टाटा एआईजी वेलश्योरेंस वीमेन प्लान

        मेडीप्लस प्लान

        मेडीरक्षा प्लान

        वेलश्योरेंस एग्जीक्यूटिव प्लान

        वेलश्योरेंस एग्जीक्यूटिव प्लान

        यूनाइटेड इंडिया हेल्थ इंश्योरेंस

        यूनाइटेड इंडिया हेल्थ इन्शुरन्स भारत का एक प्रसिद्ध जनरल इंश्योरेंस कंपनी है। इसे 22 कंपनियों को संयुक्त करके बनाया गया था और इसका मुख्य कार्यालय चेन्नई में है। पूरे भारत में 7000 से अधिक अस्पतालों में इसके अंतर्गत कैशलेस उपचार मिलता है। इसके अलावा, यह बीमाकर्ता इसके उच्च दावा निपटान क्षमता और उच्च सॉल्वेंसी मार्जिन अनुपात के लिए आईसीआरए के द्वारा भी अनुमोदित है।

        यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी का हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

        मेडीप्राइम हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

        टाटा एआईजी वेलश्योरेंस फैमिली प्लान

        मेडीसीनियर प्लान

        टाटा एआईजी वेलश्योरेंस वीमेन प्लान

        मेडीप्लस प्लान

        मेडीरक्षा प्लान

        वेलश्योरेंस एग्जीक्यूटिव प्लान

        वेलश्योरेंस एग्जीक्यूटिव प्लान

        यूनिवर्सल सोम्पो हेल्थ इंश्योरेंस

        यूनिवर्सल सोम्पो जीआई कंपनी एक निजी-सार्वजनिक उद्योग है जिसे 2007 में स्थापित किया गया। यह डाबर इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन, इंडियन ओवरसीज बैंक, कर्नाटक बैंक, अल्लाहाबाद और सोम्पो जापान ने एक जुट होकर बनाया है। यूनिवर्सल सोम्पो हेल्थ इन्शुरन्स प्लान सरल और सटी इंश्योरेंस सेवाएँ अपने ग्राहकों को देती है। 5000 से भी अधिक नेटवर्क अस्पताल में कैशलेस भर्ती होने का भी सुविधा मिलता है। यह बीमाकर्ता एकल, परिवार, ग्रुप, एनजीओ, छात्र-छात्राओं के लिए भी प्लान प्रदान करता है।

        यूनिवर्सल सोम्पो की हेल्थ इन्शुरन्स योजना

        इंडिविजुअल हेल्थ इंश्योरेंस

        जनता पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस

        कम्प्लीट हेल्थकेयर इंश्योरेंस

        कम्प्लीट हेल्थकेयर इंश्योरेंस

        आपात सुरक्षा बीमा पॉलिसी

        हॉस्पिटल कैश इंश्योरेंस पॉलिसी

        सम्पूर्ण सुरक्षा बीमा

        ग्रुप पर्सनल एक्सीडेंट पॉलिसी

        क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस

        *बीमाकर्ता द्वारा IRDAI द्वारा अनुमोदित बीमा योजना के अनुसार सभी बचत प्रदान की जाती है। मानक नियमें और शर्तें लागू है।

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        पूछे जाने वाले प्रश्न

        • प्रश्न: मुझे हेल्थ इन्शुरन्स क्यों लेना चाहिए?

          उत्तर: हेल्थ इन्शुरन्स यह बात को निश्चित करता है कि आपको अस्पताल में भर्ती होने या उपचार कराने का कोई भी ख़र्च ख़ुद के जेब से न देना पड़े। इसमें आपको दो तरह की मूल लाभें मिलती है जैसे आपातकालीन चिकित्सा में आर्थिक सुरक्षा और इनकम टैक्स एक्ट, 1961 के धारा 80D के अंतर्गत टैक्स से छूट। दिन-ब-दिन बढ़ते हुए जोखिम और उसके साथ-साथ अस्पताल की खर्चों में मुद्रास्फीति के कारण हेल्थ इन्शुरन्स आपके और आपके परिवार के लिए एक अच्छा सिद्धांत होता है। यह आपके परिवार को किसी भी आर्थिक परेशानियों से मुक्त रखता है और आपको अच्छे अस्पतालों में चिकित्सा करवाने का सुविधा देता है।

        • प्रश्न: क्या मैं अपने हेल्थ इन्शुरन्स को रद्द कर सकता हु? अगर हाँ तो क्या मुझे मेरे प्रीमियम वापस मिलेंगे?

          उत्तर: हाँ, आप अपने हेल्थ इन्शुरन्स को रद्द कर सकते है। आपको पॉलिसी शुरुआत से लेकर 15 दिनों तक का एक फ्री लुक पीरियड दिया जाता है जिसके भीतर आप नियमें और शर्तों के बारे में जानकारी लेकर एक सटीक सिद्धांत ले सकते है। अगर आपका पॉलिसी आपके आवश्यकतानुसार काम नहीं कर रहा है तो आप इसे रद्द कर सकते है और ऐसे मामलो में बीमाकर्ता आपको आपकी प्रीमियम राशि को वापस भी कर देता है कुछ पूर्व-निर्धारित कटौती के बाद जैसे मेडिकल चेक-अप, आदि।

        • प्रश्न: हेल्थ इन्शुरन्स में प्रतीक्षा अवधि का मतलब क्या है?

          उत्तर: प्रतीक्षा अवधि एक ऐसा अवधि है जो बीमाकर्ता पहले से रहने वाले बिमारियों के लिए निर्धारित करता है। इस अवधि के दौरान आप कोई दावा नहीं कर सकते है सिवाय आपातकालीन चिकित्सा के। सोचिए अगर आपका प्रतीक्षा अवधि 3 साल का है तोह यह 3 साल बीतने के बाद ही आपको दावा निपटान की सेवा मिल पाएगा। प्रतीक्षा अवधि के बारे में और जानकारी प्राप्त करें।

        • प्रश्न: क्या हेल्थ इन्शुरन्स में आउटपेशेंट का ख़र्च भी कवर किया जाता है?

          उत्तर: ज़्यादातर बीमा कंपनियाँ 24 घंटों के लिए अस्पताल में भर्ती रहने का शर्त देता है। लेकिन कुछ इंश्योरेंस कंपनियाँ जैसे सिग्ना टीटीके और नीवा बूपा (पहले मैक्स बूपा के नाम से जाना जाता था ) ओपीडी (आउटपेशेंट डिपार्टमेंट) के खर्चों को अपने मेडिक्लेम पॉलिसी में अंतर्भुक्त करते है, जबकि नेशनल इंश्योरेंस जैसे कंपनियाँ राइडर के नाम पर ओपीडी कवर को एक अतिरिक्त प्रीमियम राशि के भुगतान पर प्रदान करता है।

        • प्रश्न: मुझे हेल्थ इन्शुरन्स का दावा कब करना चाहिए?

          उत्तर: आप कोई भी बीमारी या मेडिकल खर्च, जो आपके इंश्योरेंस पॉलिसी द्वारा कवर किया जाता हो, के लिए दावा कर सकते है।

        • प्रश्न: हेल्थ इन्शुरन्स में नो-क्लेम बोनस क्या है?

          उत्तर: नो क्लेम बोनस (एनसीबी) एक ऐसा छूट है जिसे प्रीमियम राशि पर बीमाकर्ता द्वारा दिया जाता है अगर आप पॉलिसी के अवधि के दौरान कोई दावा न करें तो। यह बोनस मुलतौर पर एक छूट या सुनिश्चित राशि को बढ़ा कर प्रदान किया जाता है।

        • प्रश्न: आरोग्य बीमा का क़ीमत कितना होता है?

          उत्तर: बहुत सारे कारक है जो एक साथ पॉलिसी के कुल क़ीमत को प्रभावित करता है। नौजवान और स्वास्थ्यवान लोगों को वयस्कों की तुलना में कम प्रीमियम राशि का भुगतान करना पड़ता है। ठीक वैसे ही, अगर आप कोई एकल पॉलिसी खरीद रहे है पारिवारिक पॉलिसी के तुलना में प्रीमियम राशि कम होगी। मेडिकल इंश्योरेंस का क़ीमत सुनिश्चित राशि के ऊपर भी निर्भर करता है। जितना ज़्यादा सुनिश्चित राशि, उतना ज़्यादा प्रीमियम। दूसरे कारक जैसे, पहले से रहना वाली बीमारी, आयु, पॉलिसी का प्रकार, पॉलिसी की अवधि, आदि भी पॉलिसी के क़ीमत को प्रभावित करती है।

        • प्रश्न: हेल्थ इन्शुरन्स में सुनिश्चित राशि क्या है?

          उत्तर: सुनिश्चित राशि एक पूर्व-निर्धारित कवरेज राशि है जो बीमाकर्ता दावा निपटान के समय बीमाधारक को प्रदान करता है।

        • प्रश्न: हेल्थ इन्शुरन्स में कौन-कौन से राइडर और लाभें मिलती है?

          उत्तर: राइडर एक तरह का ऐड-ऑन है जो आप अपने वर्त्तमान हेल्थ इन्शुरन्स के साथ जोड़ सकते है। हेल्थ इन्शुरन्स के क्षेत्र में विभिन्न राइडर मिलते है जैसे:

          • क्रिटिकल इलनेस राइडर
          • हॉस्पिटल कैश बेनिफिट
          • बीमाधारक के परिचारक का खर्च
          • मैटरनिटी कवर
          • ओपीडी ख़र्च का कवर
          • हेल्थ चेक-अप कवर

        • प्रश्न: पहले से रहने वाली बीमारी का मतलब क्या है?

          उत्तर: बीमा योजना खरीदने से पहले कोई भी बीमारी ग्राहक को रहने पर उसे पहले से रहने वाली बीमारी कहा जाता है। इंश्योरेंस कंपनियाँ यह सब बीमारी कवर करने से कतराते है क्योंकि यह उनके लिए बहुत कीमती पड़ता है। ऐसे बिमारियों के ऊपर हरेक बिमा कंपनी का अपना-अपना नियम लागू है। कुछ कंपनियाँ बीमा देने से पहले ही ग्राहक की शारीरिक परिक्षण करा लेता है और उस चेक अप पर आधार करके बीमा प्रदान करता है। इसके अलावा, कंपनी ग्राहक का पिछले चार वर्ष का मेडिकल रिकॉर्ड भी जांच करता है। इसलिए पॉलिसी चुनने से पहले अवश्य ही प्रतीक्षा अवधि के बारे जानकारी और कंपनी के नियम के बारे में जान ले।

        • प्रश्न: अगर बीमा कंपनी मेरा दावा निपटान नहीं कर रहा हो या मुझे शिकायत लिखानी हो तो क्या करना होगा? और अगर मैं दावे के निपटान का रक़म से खुश नहीं हु तो क्या करना पड़ेगा?

          उत्तर: इन शिकायतों से जूझने के लिए आईआरडीए ने इंटीग्रेटेड ग्रीवेंस मैनेजमेंट सिस्टम (आइजीएमएस) को तैयार किया है। यह एक ऐसा प्लेटफार्म है जहा बीमाधारक अपने शिकायतों को रजिस्टर करा सकता है अगर उसके मुश्किल को बीमा कंपनी ठीक नहीं कर पाता है तो। आप आईआईडीए के ग्रीवेंस कॉल सेंटर (आइजीसीसी) में टोल-फ्री नंबर 155255 पर कॉल कर सकते है या complaints@irda.gov.in पर ईमेल भी कर सकते है।

        • प्रश्न: हेल्थ कार्ड का मतलब क्या है?

          उत्तर: यह एक कार्ड है जो हेल्थ इन्शुरन्स योजना के साथ मिलता है। यह आइडेंटिटी कार्ड जैसा ही एक कार्ड है जो अस्पताल में कैशलेस भर्ती होने का सुविधा देता है।

        • प्रश्न: हेल्थ इन्शुरन्स योजना खरीदने का सबसे अच्छा वक़्त कौन-सा है?

          उत्तर: जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी ही इस सवाल का सबसे अच्छा उत्तर होगा। उपरांत, गंभीर बीमारी के क्षेत्र में हरेक उद्योग का ही एक निर्दिष्ट प्रतीक्षा अवधि होता है। कम वर्ष के आयु में बीमा खरीदने पर आपको बहुत सरे सुविधा भी प्राप्त होते है। इसलिए किसी दुर्घटना या बीमारी होने का प्रतीक्षा मत कीजिए और जल्दी हेल्थ इंश्योरेंस खरीद लीजिए।

        • प्रश्न: व्यक्तिगत अपघात बीमा क्या होता है?

          उत्तर: व्यक्तिगत अपघात बीमा एक वार्षिक पॉलिसी है जो किसी चोट, विकलांगता, या दुर्घटना से होने वाली मौत के होने पर नुक्सान की भरपाई करता है। दुर्घटना जैसे रेल / सड़क / हवाई दुर्घटना, सिलिंडर फटने पर चोट, धक्का लगने से चोट, जल जाने से चोट, डूब जाना, आदि को कवर करता है।

        • प्रश्न: मुझे गंभीर बीमारी कवर क्यों खरीदना चाहिए?

          उत्तर: जबकि मेडिक्लेम अस्पताल में भर्ती होने के ख़र्च को कवर करता है, उधर क्रिटिकल इलनेस कवर गंभीर बीमारी जैसे कैंसर, स्ट्रोक, कोरोनरी हृदरोग, गंभीर अंग के नष्ट हो जाना, पैरालिसिस, आदि के खर्चों को कवर करता है। इस कवर के अंतर्गत, बीमाधारक एक एकमुश्त राशि की भुगतान करने के लिए राज़ी होता है अगर उसका कोई गंभीर बीमारी का, जो पॉलिसी में अंतर्भुक्त हो, निदान होता है। क्रिटिकल इलनेस कवर का काम कीमती चिकित्साओं को कवर करने का होता है। यह कवर लगभग 20 तरह के बिमारियों को कवर करता है। उपरांत, जनरल इंश्योरेंस कम्पनिये 1-5 साल का क्रिटिकल इलनेस कवर भी प्रदान करताहै। इसका मतलब यह है कि आपके पास एक लम्बी अवधि के लिए कवरेज मौजूद होती है।

        • प्रश्न: मैं अपने वर्त्तमान योजना को किस प्रक्रिया से स्थानांतरण कर सकता हूँ?

          उत्तर: आरोग्य बीमा सुवहक का आप सिर्फ़ पॉलिसी नवीनीकरण के वक़्त ही उपयोग कर सकते है। दूसरे कंपनी में अपना बीमा योजना स्थानांतरण आसान होगा अगर आप निम्नलिखित स्टेप्स को अनुसरण करे।

          • योजना नवीनीकरण के 45 दिन पहले नई बीमाकर्ता को पोर्ट करने का प्रस्तावपत्र भेज दे
          • जब आपका यह प्रस्ताव नई बीमा कंपनी को मिल जाएगा तो वे आपको एक आवेदन और विभिन्न उत्पाद की जानकारी के साथ पोर्ट करने का फॉर्म भेज देंगे
          • आपके आवश्यकतानुसार इंश्योरेंस उत्पाद का चयन करें और आवेदन और पोर्टेबिलिटी फॉर्म को सटीक जानकारी से भरकर नई बीमाकर्ता के पास जमा कर दे
          • दोनों फॉर्मों के मिल जाने पर नई बीमाकर्ता आपके पुराने बीमाकर्ता से आपका मेडिकल हिस्ट्री और पूर्व दावों का हिस्ट्री प्राप्त करेगा
          • पुराने पॉलिसी के सभी ज़रूरी दस्तावेज़ों के मिल जाने पर वह 15 दिनों के भीतर आपके इंश्योरेंस के को अंडरराइट करेगा और अगर इस अवधि के भीतर वह यह नहीं कर पाता है तो उसे आपके आवेदन को मानना ही पड़ेगा।
        • प्रश्न: भारत का सबसे अच्छा आरोग्य बीमा योजना कैसे चुने?

          उत्तर: ज़्यादातर बीमा कंपनियाँ ग्राहक के आवश्यकतानुसार अलग-अलग तरह के बीमा योजनाएँ उपलब्ध कराती है। आपको सबसे अच्छा बीमा योजना को चुनने के लिए कुछ बातों को याद रखना पड़ेगा। सुनिश्चित राशि, कवरेज की सीमा, प्रवेश की आयु, नवीनीकरण का शर्त, समावेशन और बहिष्करण, प्रतीक्षा अवधि और नो-क्लेम बोनस जैसी बातों पर ध्यान दे। इन बातों पर आधार करके पॉलिसी के बीच तुलना करने के बाद ही पॉलिसी ख़रीदे।

        • प्रश्न: प्रतिपूर्ति भुगतान की प्रक्रिया क्या है?

          उत्तर: प्रतिपूर्ति भुगतान की प्रक्रिया को निचे सूचीबद्ध किया गया है:

          • अस्पताल से छुट्टी पाने के 30 दिनों के भीतर अपने बीमाकर्ता को सूचित करें और प्रतिपूर्ति निपटान का फॉर्म जमा करें।
          • आपको सभी असली और विधिवत मुहर लगी मेडिकल रिपोर्ट, मेडिकल बिल और अस्पताल के बिल को दावा के फॉर्म के साथ जमा करना पड़ेगा।
          • आपको बीमाकर्ता के पास डिस्चार्ज कार्ड, जो यह दर्शाता है कि आप अभी बिलकुल स्वस्थ है, जमा करना पड़ेगा।
          • डॉक्टर के दिया हुआ फॉलो-अप प्रेस्क्रिप्शनको भी क्लेम फॉर्म के साथ जमा करना पड़ेगा। अस्पताल से निकलने के बाद के ख़र्च का कवर पाने के लिए आपको डिस्चार्ज के समय के बिलों को 60 / 90 / 120 दिनों के भीतर बीमाकर्ता के नियमानुसार जमा करना पड़ेगा।
          • जो-जो दस्तावेज़ आप जमा कर रहे है, उन सभी का कॉपी अपने पास भविष्य के लिए सुरक्षित रख दे। क्लेम के रजिस्टर हो जाने पर बीमाकर्ता आपको आगे की निर्देश प्रदान करेगा। आमतौर पर एक क्लेम का निपटान रजिस्टर के समय से 2-3 हफ्ते के भीतर हो जाता है।
        • प्रश्न: मुझे कितना आरोग्य बीमा कवरेज खरीदना चाहिए?

          उत्तर: आपको अपना हेल्थ इन्शुरन्स कवरेज आपके आवश्यकतानुसार या लाईफस्टाइल, पहले से मौजूद बीमारी, परिवार का मेडिकल बैकग्राउंड, वार्षिक आय, आयु, स्वास्थ्य का जोखिम और आप कितना प्रीमियम राशि की भुगतान कर सकते है उसपर आधार करके लेना चाहिए।

        • प्रश्न: क्या एकल हेल्थ इन्शुरन्स परिवार फ्लोटर प्लान से अच्छा है?

          उत्तर: एकल हेल्थ प्लान सिर्फ़ एक व्यक्ति को ही कवरेज प्रदान करता है जबकि परिवार फ्लोटर प्लान पूरे परिवार को किसी आपातकालीन मेडिकल परिस्थिति से बचाता है। लेकिन, एकल के मुकाबले परिवार फ्लोटर प्लान का प्रीमियम ज़्यादा होता है और इसलिए ज़्यादा लोग एकल को ही चुनते है। परिवार फ्लोटर प्लान आपको ज़्यादा सुनिश्चित राशि भी मिलती है अगर एक वर्ष में आप एक ही बार दावा करे तो।

        • प्रश्न: धूम्रपान करने पर आरोग्य बीमा पर क्या प्रभाव आता है?

          उत्तर: साधारण व्यक्तियों के मुकाबले धूम्रपान करने वालों को ज़्यादा प्रीमियम का भुगतान करना पड़ता है। यह इसलिए क्योंकि धूम्रपान करने पर एक व्यक्ति ज़्यादा जल्दी बिमारियों जैसे हृदरोग, रक्तचाप, सांस लेने में समस्या, कैंसर, आदि का शिकार हो जाता है। आमतौर पर धूम्रपान करने का प्रवृत्ति पुरुषों में ही देखि जाती है, लेकिन जो महिलाएँ धूम्रपान करती है उन्हें भी ऑस्टियोपोरोसिस होने का ख़तरा रहता है। इस कारण, धूम्रपान करने वालों को ज़्यादा प्रीमियम राशि भुगतान करना पड़ता है।

        • प्रश्न: हेल्थ इन्शुरन्स योजना में क्या-क्या कवर होता है?

          उत्तर: हेल्थ इन्शुरन्स सारे ज़रूरी कवरेज जैसे डॉक्टर कंसल्टेशन शुल्क, इन-पेशेंट और आउट-पेशेंट के खर्चें, आदि देता है, कुछ बीमाकर्ता गर्भावस्था और बच्चे से सम्बंधित ख़र्च को भी कवर करता है।

        • प्रश्न: हेल्थ इन्शुरन्स खरीदने के लिए कौन-कौन से दस्तावेज़ चाहिए?

          उत्तर: हेल्थ पॉलिसी खरीदने के लिए कोई दस्तावेज़ों की ज़रुरत नहीं है। अगर आप सीनियर सिटीजन है तो बीमाकर्ता आपका शारीरिक परिक्षण करवा सकता है। लेकिन, आपके पास पहचान, पता, आयु, आदि के प्रमाण पत्र होना आवश्यक है। नोट: आप कभी भी आपके बीमाकर्ता का वेबसाइट चेक करके पॉलिसी खरीदते वक़्त लगनेवाले दस्तावेज़ों के बारे में जान सकते है।

        • प्रश्न: क्या पॉलिसी खरीदने से पहले मेडिकल चेक अप करवाना ज़रूरी है?

          उत्तर: आमतौर पर चेक अप की ज़रुरत ज़्यादा सुनिश्चित राशि का पॉलिसी लेने वाले और वयस्क लोगों को ही कराना पड़ता है। हालाँकि, हम यही सलाह देंगे की आप एक बार अपना चेक अप पॉलिसी खरीदने से पहले करवा ले ताकि आपको भविष्य में दावा निपटान के प्रक्रिया में कोई पड़ेशानी न हो।

        • प्रश्न: न्यूनतम और अधिकतम योजना अवधि क्या है?

          उत्तर: आपके पास 1 साल, 2 साल, या 3 साल के हेल्थ इन्शुरन्स खरीदने का विकल्प रहता है। 2 साल के पॉलिसी पर आपको छूट भी मिलती है।

        • प्रश्न: अगर मेरा दोस्त भारतीय नहीं है लेकिन वह इस देश में रहता है तो क्या वह आरोग्य बीमा खरीद सकता है?

          उत्तर: हाँ, विदेशियों, जो भारत के निवासी है, को हेल्थ इंश्योरेंस के लिए आवेदन करने का अनुमति है। लेकिन, कवरेज सिर्फ़ भारत में ही दिया जाएगा।

        • प्रश्न: क्या हेल्थ इन्शुरन्स में एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड या एमआरआई के ख़र्च को कवर किया जाता है?

          उत्तर: हेल्थ इंश्योरेंस एक्स-रे, ब्लड टेस्ट, या एमआरआई के ख़र्च को तभी कवर करेगा जब बीमाधारक न्यूनतम एक दिन के लिए अस्पताल में भर्ती होता हो तो। आउटपेशेंट और उपचार न होने वाले टेस्ट को कवर नहीं किया जाता है।

        • प्रश्न: दावा फाइल करने के बाद पॉलिसी का क्या होता है?

          उत्तर: दावा करने और निपटान हो जाने पर भुगतान की गई राशि से कवरेज राशि कम हो जाएगी। उदहारण में, अगर आप 10 लाख रुपये का हेल्थ पॉलिसी की शुरुआत जनवरी में करते है और मई में 5 लाख रुपये का दावा करते है, तो आपके पास जून-दिसम्बर के लिए बचा हुआ कवरेज होगा 5 लाख रुपये का।

        • प्रश्न: क्या मैं मेरे 3 वर्ष के बच्चे की लिए बीमा खरीद सकता हूँ?

          उत्तर: आमतौर पर एकल प्लान में बच्चों को कवर नहीं किया जाता है लेकिन आप उन्हें अपने किसी पॉलिसी में ज़रूर कवर कर सकते है।

        खबरें

        • हेल्थ इन्शुरन्स योजना के नए नियम जेब से ख़र्च को बचाने के लिए

          अक्टूबर 1, 2020 से हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी और भी स्वच्छ होने वाला है। आईआरडीएआई के हाल ही में दिए गए निर्देशानुसार आनुपातिक कटौती पर प्रतिबंध लगाए गए हैं। डिडक्टिबल बिल का वह प्रतिशत है जिसे बीमाधारक अपने जेब से भुगतान करता है। और सब-लिमिट का मतलब यह होता है कि बीमाकर्ता सिर्फ़ चंद खर्चें जैसे कमरे का किराया, एम्बुलेंस शुल्क, आदि को कवर करता है।

          बीमा कंपनियों को पॉलिसी के शब्दों में 'सहयोगी चिकित्सा व्यय' के रूप में परिभाषित करने की आवश्यकता है और प्रत्यारोपण, फार्मेसी, चिकित्सा उपकरणों और निदान की लागत उसका हिस्सा नहीं होगी।

          यदि अस्पताल विभेदक भवन का पालन नहीं करता है तो आनुपातिक कटौती आईसीयू शुल्क और इन-रूम श्रेणी पर लागू नहीं होगी।

          यह क़दम ग्राहकों के लिए जेब से दिए गए ख़र्च को कम करेगा। यह उन नई नीतियों पर लागू होगा जो 1 अक्टूबर, 2020 को या उसके बाद जारी की गई हो या अप्रैल 1, 2020 से नवीनीकरण किया गया हो।

        • हेल्थ इंश्योरेंस का नवीनीकरण को अप्रैल 21 तक बढ़ाया गया: आईआरडीएआई

          इंडियन रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया के हाल ही में प्रकाशित किए गए सर्कुलर के मुताबिक, आईआरडीएआई ने भारत के सारे स्वास्त्य बीमा उद्योगों को उन सभी ग्राहकों जिनके नवीनीकरण की तारीख कोविद-19 के लॉकडाउन के अंदर पड़ी हो, उनके लिए तारीख को बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। अप्रैल 1, 2020 को भारत सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ़ फाइनेंसियल सर्विसेज ने इस बारे में अधिसूचना पेश की है।

          इस सर्कुलर के मुताबिक, केंद्रीय सरकार ने उन बीमाधारकों को, जो मार्च 25 से अप्रैल 24, 2020 के भीतर पॉलिसी का नवीनीकरण नहीं कर पाए है, उनके लिए पॉलिसी नवीनीकरण की तारीख को बढ़ाकर अप्रैल 21, 2020 कर दिया गया है ताकि उन्हें पॉलिसी से जुड़ी लाभें मिलती रहे।

          आईआरडीएआई ने कहा है कि बीमाधारक को पूरे साल की नवीनीकरण प्रीमियम राशि अप्रैल 21, 2020 के भीतर भुगतान करना पड़ेगा और रेगुलेटर ने यह भी कहा है कि बीमाधारक अपने बीमाकर्ता से इस ग्रेस अवधि के बारे में ईमेल, टेलीफोन, एसएमएस और वेबसाइट के माध्यम से जानकारी प्राप्त कर सकते है।

          एक बार 21 अप्रैल के भीतर नवीनीकरण प्रीमियम का भुगतान करने के बाद, बीमा कवर की अवधि अंतिम नवीनीकरण तिथि के बाद से बिना किसी अंतराल के जारी रहेगी।

          आईआरडीएआई ने बीमाकर्ताओं को आसानी से प्रीमियम भुगतान करने के लिए ज़रूरी इंतज़ाम करने का भी निर्देश दिया है जिससे बीमाधारक आसानी से लॉकडाउन ख़त्म होने के बाद के एक हफ्ते के भीतर यह भुगतान कर सके।

        • "नवीनी करण प्रीमियम भुगतान जमा करने के लिए एक 1 महीने की अनुग्रह अवधि दिया जाएगा" , कहा आईआरडीए

          जब सभी समाचार चैनलों में कोरोना अतिमारी के समाचार और वैश्विक स्तर पर इसके घातक प्रभाव के-के बारे में बोला जा रहा है, तब जीवन बीमा नवीनीकरण प्रीमियम का भुगतान करने के लिए आईआरडीए की 30 दिनों की अतिरिक्त खिड़की के लिए घोषणा एक बड़ी राहत के रूप में सामने आई है।

          हाल ही के एक परिपत्र में IRDA ने सूचित किया है कि हेल्थ इन्शुरन्सकर्ता भी इस देरी को बीमा पॉलिसी के रूप में रद्द किए बिना 30 दिनों की अवधि तक नवीकरण भुगतान में देरी की अनदेखी कर सकते हैं। जीवन बीमा पॉलिसी के मामले में, बीमा प्रदाताओं को अतिरिक्त 30 दिनों तक ज़रूरत पड़ने पर अनुग्रह अवधि बढ़ाने के लिए कहा गया है।

          इसके साथ-साथ आईआरडीए ने यह भी यह भी पुष्टि कर दी है कि पॉलिसी में नो क्लेम बोनस लाभ समेत अन्य लाभों में कोई बदलाव नहीं आएंगे।

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